दक्षिण कोरिया में नए कोरोना वायरस (सीओवीआईडी-19) के चलते हालात खतरनाक हो गए हैं। इस जानलेवा विषाणु से यहां नए मरीजों की संख्या चीन से ज्यादा देखने को मिल रही है। यह रिपोर्ट लिखे जाने तक चीन में बीते 24 घंटों में 433 मामले दर्ज किए गए। वहीं, दक्षिण कोरिया 813 नए मामलों की पुष्टि हुई है। इसके साथ ही दक्षिण कोरिया में कोरोना वायरस के कुल मामलों की संख्या 3,100 के पार चली गई है। इनमें से 17 लोगों की मौत हो चुकी है। यही हाल ईरान में देखने को मिल रहा है। वहां सीओवीआईडी-19 के अब तक करीब 600 मामलों की पुष्टि हो चुकी है। इनमें से 43 लोगों की मौत हो चुकी है। खबरों के मुताबिक, बीते 24 घंटों में नौ नई मौतें सामने आई हैं।
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इसके अलावा इटली में भी कोरोना वायरस कहर बरपा रहा है। यहां इसके 889 मामले सामने आ चुके हैं। चीन और अमेरिका के बाद किसी देश में कोरोना वायरस के मामलों की यह सबसे बड़ी संख्या है। इनमें से 21 लोगों की मौत हो चुकी है और 64 की हालत गंभीर बनी हुई है। वहीं, चीन की बात करें तो वहां कोरोना वायरस के चलते हालात स्थिर बने हुए हैं। शुक्रवार से अब तक 433 नए मामले सामने आ चुके हैं। इससे कोरोना वायरस के केंद्र बने इस देश में कन्फर्म केसों की संख्या 79,000 के पार जा चुकी है। जानकार बता रहे हैं कि जल्दी ही चीन में कोरोना वायरस के कुल मामलों की संख्या 80,000 के पार चली जाएगी। हालांकि यहां गंभीर मरीजों की संख्या में भी कमी देखने को मिली है। वहीं, कुछ दिनों से चीन में गंभीर मामलों का जो आंकड़ा आठ से नौ हजार के बीच चल रहा था।, वह अब घटकर 7,700 के आसपास हो गया है। बता दें कि चीन में कोरोना वायरस से अब तक 2,835 लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि 37,000 से ज्यादा लोगों को बचा लिया गया है।
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उत्तर कोरिया भी डरा, सऊदी अरब सतर्क
अंतरराष्ट्रीय मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, कोरोना वायरस का डर अब उत्तर कोरिया को सताने लगा है। खबर है कि उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने वायरस को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने के आदेश दिए हैं। किम ने कहा कि अगर इस विषाणु को नहीं रोका गया तो उनके देश में इसके गंभीर परिणाम सामने आ सकते हैं।
उधर, कोरोना वायरस के मध्य पूर्व तक पहुंचने के बाद सऊदी अरब ने अपने नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी की है। इसमें उसने कहा है कि सऊदी अरब के नागरिक लेबनान की यात्रा करने से बचें। बता दें कि बीते एक हफ्ते में कोरोना वायरस ने मध्य पूर्व के कई देशों को अपनी चपेट में लिया है। इन देशों में लेबनान भी शामिल है जिसने शुक्रवार को कोरोना वायरस के चौथे मामले की पुष्टि की है। गौरतलब है कि अन्य मध्य पूर्व राष्ट्रों में कोरोना वायरस फैलने के बाद इस क्षेत्र के कई देशों ने एक-दूसरे के हवाई परिवहन पर अस्थायी रोक लगा दी है। केवल मिडल ईस्ट ही नहीं, दुनियाभर में ऐसा देखा गया है।
भारत को अधिक सतर्क होने की जरूरत
चीन, दक्षिण कोरिया जैसे एशियाई देशों के विपरीत भारत में कोरोना वायरस अभी तक ज्यादा प्रभाव नहीं छोड़ पाया है। फरवरी की शुरुआत में तीन केसों की पुष्टि होने के बाद अभी तक एक भी नया मामला सामने नहीं आया है। हालांकि मेडिकल विशेषज्ञों ने भारत को सतर्क रहने को कहा है। दरअसल, शुक्रवार को विश्व स्वास्थ्य संगठन के कोरोना वायरस के खतरे के और ज्यादा बढ़ने वाले बयान के बाद जानकारों ने कहा है कि भारत को कोरोना वायरस को लेकर ज्यादा सचेत रहना चाहिए। उनके मुताबिक, केवल स्वास्थ्य ही नहीं, बल्कि आर्थिक मोर्चे पर भी हमें कोरोना के संभावित प्रभावों को लेकर सावधान रहने की जरूरत है।
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