नए कोरोना वायरस 'सीओवीआईडी-19' से इटली में 107 और ईरान में 92 लोगों की मौत हो चुकी है। चीन के बाद कोरोना वायरस से सबसे बदतर हालात इन दोनों देशों में देखने को मिल रहे हैं। यहां नए मरीजों की संख्या भी तेजी से बढ़ती जा रही है। इटली में जहां कुल मरीजों का आंकड़ा 3,000 के पार चला गया है, वहीं ईरान में यह इसी संख्या के करीब है। इसके अलावा इन दोनों ही देशों में वायरस से रिकवर हुए लोगों की संख्या भी काफी कम है, जबकि गंभीर हालत वाले मरीजों की संख्या काफी ज्यादा है। उधर, भारत में कोरोना वायरस के एक और मरीज की पुष्टि हुई है। इससे देश में इस विषाणु के मामलों की संख्या 29 हो गई है।
हालात दक्षिण कोरिया और अमेरिका में भी अच्छे नहीं हैं। अमेरिका में कोरोना वायरस से मरने वालों का आंकड़ा 11 हो गया है, जबकि कुल मामलों की संख्या करीब 160 हो गई है। हालांकि दक्षिण कोरिया हालात पर कुछ काबू करता दिख रहा है। बुधवार को यहां केवल 145 नए मामले दर्ज किए गए और किसी भी मरीज की मृत्यु नहीं हुई। यानी दक्षिण कोरिया में सीओवीआईडी-19 से मरने वालों की संख्या 35 ही बनी हुई है। बता दें कि इस एशियाई देश में कोरोना वायरस के कुल 5,766 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से 52 की हालत गंभीर बनी हुई है।
(और पढ़ें - भारत में कोरोना वायरस के मामले बढ़े, प्रधानमंत्री ने लोगों से की अपील)
वहीं, चीन में हालात स्थिर बने हुए हैं। यहां बुधवार को नए मामलों की संख्या 160 और नई मौतों का आंकड़ा 30 से ऊपर रहा। इसके साथ ही चीन में कोरोना वायरस के कुल मामलों की संख्या 80,430 और मौतों का आंकड़ा 3,012 हो गया है। करीब 6,000 लोगों की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है। हालांकि 52,000 से ज्यादा लोगों को बचा लिया गया है। वहीं, पूरी दुनिया में सीओवीआईडी-19 के करीब 95,500 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से करीब 3,300 लोगों की मौत हो गई है।
गुरुग्राम में पेटीएम कर्मचारी को कोरोना वायरस
भारत की बात करें तो बुधवार शाम तक यहां सीओवीआईडी-19 के मामलों की संख्या 29 हो गई। खबरों के मुताबिक, जानी-मानी ई-कॉमर्स कंपनी पेटीएम के गुरुग्राम स्थित ऑफिस के एक कर्मचारी में वायरस होने की पुष्टि हुई है। मीडिया रिपोर्टों की मानें तो यह पीड़ित इसी हफ्ते इटली से लौटा था। उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पेटीएम ने अपने कर्मचारी के संक्रमित होने की पुष्टि करते हुए बताया कि उसका अस्पताल में इलाज किया जा रहा है।
(और पढ़ें - क्या कोरोना वायरस लक्षण दिखे बिना भी फैल सकता है?)
गौरतलब है कि भारत में अब तक कोरोना वायरस के जितने भी मामले सामने आए हैं, उनमें आधे से ज्यादा इटली से जुड़े हैं। वहां कोरोना वायरस से हालात तेजी से खराब हो रहे हैं। खबरों के मुताबिक, जयपुर घूमने आए इटली के 16 लोगों में कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई है। इनमें से 14 इटैलियन यात्री दिल्ली के आईटीबीपी केंद्र में भर्ती हैं। खबर है कि सरकार ने इन सभी यात्रियों को मेदांता अस्पताल में भर्ती कराने का निर्देश दिया है।
उधर, जयपुर के जिस अस्पताल में इन यात्रियों को पहले भर्ती कराया गया था, वहां के किसी भी कर्मचारी में कोरोना वायरस नहीं मिला है। अस्पताल ने आज इसकी पुष्टि की है। इसके अलावा उस होटल में भी कोरोना वायरस का कोई मामला नहीं मिला है, जहां ये यात्री रुके थे।
अमेरिका में कोरोना संकट से लड़ने के लिए 8.3 अरब डॉलर का प्रस्ताव
अमेरिका में कोरोना वायरस की दहशत का आलम क्या है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि अमेरिकी संसद (जिसे कांग्रेस कहते हैं) के सदस्यों ने इस स्वास्थ्य संकट से निपटने के लिए 8.3 अरब डॉलर यानी 61,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का प्रस्ताव रखा है। अंतरराष्ट्रीय मीडिया ने कांग्रेस के निचले सदन हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव के सांसदों के हवाले से यह खबर दी है। इसके अलावा अमेरिका, फ्रांस के साथ मिलकर कोरोना वायरस से निपटेगा। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से बातचीत के बाद यह जानकारी दी। बता दें कि फ्रांस में कोरोना वायरस के अब तक 285 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से चार लोगों की मौत हो चुकी है।
(और पढ़ें - कोरोना वायरस के प्रकार)