दिल्ली और हैदराबाद में कोरोना वायरस के दो मामलों की पुष्टि होने के बाद सरकार के स्तर पर तेज हलचल देखने को मिल रही है। खबर है कि कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री ने मंगलवार को राज्य के शीर्ष अधिकारियों की आपात बैठक बुलाई है। इस बीच, दिल्ली से सटे नोएडा इलाके में कोरोना वायरस फैलने के डर के चलते तीन स्कूलों को बंद किए जाने की खबर आ रही है। इसके अलावा, यह खबर भी आ रही है कि चीन के वुहान शहर में फंसे और भारतीयों को लेने के लिए सरकार एक और विमान भेज सकती है। एक भारतीय समाचार एजेंसी के हवाले से आई खबर के मुताबिक, इस सप्ताहांत एयर इंडिया का विशेष विमान वुहान भेजा जा सकता है।
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नोएडा में दो स्कूल बंद किए गए
मंगलवार को नोएडा में कक्षा छह के एक छात्र के पिता में कोरोना वायरस के लक्षण दिखने के बाद तीन स्कूलों को बंद कर दिया गया। दरअसल इस छात्र का पिता वही व्यक्ति है जिसके सोमवार को दिल्ली में कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी। बताया जा रहा है कि यह पीड़िता दिल्ली के मयूर विहार इलाके में रहता है। खबरों के मुताबिक, इस व्यक्ति ने कुछ दिन पहले अपने बच्चे के जन्मदिन की पार्टी दी थी। उसी पार्टी में स्कूल के अन्य छात्र भी मौजूद थे। यह जानकारी सामने आने के बाद नोएडा के तीन स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया गया है। उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग ने इन स्कूलों का दौरा कर दो छात्रों के ब्लड सैंपल भी लिए हैं। वहीं, जिस बच्चे के पिता में कोरोना के लक्षण दिखे थे, उनका इलाज दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में इलाज किया जा रहा है। साथ ही, उसके परिवार की मेडिकल जांच शुरू कर दी गई है।
हैदराबाद के मरीज ने की थी कर्नाटक की यात्रा
कर्नाटक में शीर्ष अधिकारियों की आपात बैठक इस जानकारी के सामने आने के बाद की जा रही है कि तेलंगाना के हैदराबाद हवाई अड्डे पर जिस व्यक्ति के सीओवीआईडी-19 से संक्रमित होने की पुष्टि हुई, उसने हाल में कर्नाटक की यात्रा की थी। मीडिया में आई रिपोर्टों के मुताबिक, हैदराबाद स्थित सरकारी अस्पताल में भर्ती 24 वर्षीय मरीज की हालत स्थिर है। यहां उसका आइसोलेशन वॉर्ड में इलाज किया जा रहा है। बताया गया है कि पीड़ित एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर है जो पिछले महीने दुबई की यात्रा पर गया था। अनुमान लगाया जा रहा है कि हो सकता है इस मरीज में वायरस वहीं से आया हो। यह व्यक्ति बीती 19 या 20 फरवरी को कर्नाटक के बेंगलुरु शहर पहुंचा था।
खबरों के मुताबिक, कर्नाटक में अभी तक 468 लोगों की पहचान की गई है, जो हाल ही में कोरोना वायरस से प्रभावित देशों से लौटे हैं। इनमें से 284 को घरों में ही अलग-थलग करके रखा गया है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ने बताया है कि जिन लोगों में कोरोना वायरस के लक्षण दिखे हैं, उनमें से 240 के सैंपल जांच के लिए भेज दिए गए हैं। मंत्री के मुताबिक, इनमें से 238 लोगों की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई है।
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भारत कोरोना वायरस से सुरक्षित: केंद्रीय मंत्री
भारत में कोरोना वायरस के नए मामले सामने आने के बाद केंद्रीय पर्यटन मंत्री प्रह्लाद पटेल ने कहा है कि पूरी दुनिया में कोरोना वायरस को लेकर चिंता है, लेकिन भारत इससे सुरक्षित है। सोमवार को एक कार्यक्रम में बोलते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सरकार इस संबंध में सभी जरूरी कदम उठा रही है, साथ ही सभी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर नजर रखी जा रही है।
गौरतलब है कि सोमवार को भारत में कोरोना वायरस के दो नए मामले सामने आए थे। इनमें से एक केस राजधानी दिल्ली में सामने आया और दूसरा मामला तेलंगाना का है। सरकारी समाचार एजेंसी प्रेस इंफॉर्मेंशन ब्यूरो (पीआईबी) से मिली जानकारी के मुताबिक, दिल्ली में जिस व्यक्ति के संक्रमित होने की पुष्टि हुई वह इटली से यात्रा कर भारत वापस लौटा था। जबकि तेलंगाना में सीओवीआईडी-19 से संक्रमित पाया गया व्यक्ति दुबई से भारत पहुंचा।
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हिमाचल प्रदेश में दवा उत्पादन रुकने का डर
देश में कोरोना वायरस के ज्यादा मामले भले न सामने आए हों, लेकिन चीनी निर्यात पर लगी रोक के चलते अब दवा उत्पादन प्रभावित होता दिख रहा है। हिमाचल प्रदेश में इसका असर सामने आया है। खबरें हैं कि यहां दवा उत्पादन से जुड़ी कई फार्मास्युटिकल कंपनियों ने उत्पादन रोकने की चेतावनी दी है। इन कंपनियों का कहना है कि कोरोना वायरस के चलते चीन ने कई तरह के ड्रग्स के निर्यात पर रोक लगा दी है। इन्हीं ड्रग्स या एपीआई से दवाएं बनाई जाती हैं। कंपनियों के मुताबिक, रोक के चलते उनके पास एपीआई की आपूर्ति प्रभावित हुई है।
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वहीं, दवा उद्योग से जुड़े लोगों ने अखबारों को बताया है कि चीन द्वारा ड्रग्स पर लगाई गई रोक के चलते भारत में पैरासिटामोल जैसी आम दवाओं के दाम बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि जनवरी से पैरासिटामोल के दाम दोगुने महंगे हो चुके हैं। रिपोर्टों की मानें तो इस समय दवा बाजार में यह दवा 450 से 500 रुपये किलो मिल रही है। वहीं, विटामिन बी12 से जुड़ी एक दवा मिथाईकोबालेमिन का दाम एक लाख रुपये प्रति किलो से ढाई लाख रुपये प्रति किलो हो गया है।