पहले स्टेज पर क्रोनिक किडनी डिजीज को ठीक किया जा सकता है इसके लिए मरीज को संतुलित आहार दें, ब्लड प्रेशर लेवल को कंट्रोल रखना, ब्लड शुगर और डायबिटीज को कंट्रोल में रखना है। नियमित रूप से डॉक्टर से चेकअप करवाएं। डॉक्टर द्वारा दी गई दवा का सेवन करें, रोजाना एक्सरसाइज करें और स्मोकिंग करते हैं तो इसे छोड़ दें। इन चीजों को फॉलो करने से आपके भतीजे की बीमारी को काफी हद तक कंट्रोल एवं ठीक किया जा सकता है।
मूत्र मार्ग के निचले हिस्से में किसी दिक्कत के कारण पेशाब करने में दर्द हो सकता है। एक बार आप यूरोलॉजिस्ट से मिलकर अपनी जांच करवा लें जिससे आपको इसके कारण का पता चल जाएगा। इसके आधार पर ही डॉक्टर आपको इलाज बता सकेंगे।
किडनी फेल होने के कई कारण हो सकते हैं जैसे हाइपरटेंशन, डायबिटीज, नशीले पदार्थों का सेवन, किडनी के कार्य में रुकावट आना एवं किडनी में इन्फेक्शन होना। क्रोनिक किडनी डिजीज का इलाज इसके कारण को जानने के बाद ही किया जा सकता है। इसकी जांच और इलाज के लिए नेफ्रोलॉजिस्ट से मिलें।
संतुलित आहार दें, ब्लड प्रेशर लेवल को कंट्रोल रखना, ब्लड शुगर और डायबिटीज को कंट्रोल में रखना है। नियमित रूप से डॉक्टर से चेकअप करवाएं। डॉक्टर द्वारा दी गई दवा का सेवन करें, रोजाना एक्सरसाइज करें और स्मोकिंग करते हैं तो इसे छोड़ दें।
आप नियमित रूप से अपना हेल्थ चेक-अप करवाते रहें, जिसमे किडनी टेस्ट भी शामिल होगा। आप ऐसा कोई काम न करें जो किडनी फेल होने का कारण बन सके जैसे बहुत ज्यादा शराब पीना आदि। एक्सरसाइज और संतुलित आहार की मदद से आप इस बीमारी से बच सकते हैं।
क्रोनिक किडनी डिजीज लगातार बढ़ने वाली समस्या है। इस स्टेज पर आपको पहले से ही आगे के लिए तैयार रहना चाहिए क्योंकि भविष्य में आपको डायलिसिस या ट्रांसप्लांट करवाने की जरूरत पड़ सकती है। इस स्टेज पर सर्जरी से एवी फिस्टुला करवा लें और हेपेटाइटिस बी एवं निमोनिया के लिए वैक्सीनेशन जरूर लगवाएं।
अगर किडनी फंक्शन 15% से कम होता है तो डायलिसिस की जरूरत किसी भी क्षण पड़ सकती है। डायलिसिस से आपको कितना फायदा होगा यह इस बात निर्भर करता है कि इसके लिए आपने तैयारी कितनी अच्छे से की है। मरीज को एवी फिस्टुला जल्द से जल्द करवा लेना चाहिए ताकि डायलिसिस में ज्यादा दिक्कत न हो। क्रोनिक किडनी डिजीज के मरीज सालों तक डायलिसिस पर जीवित रह सकते हैं लेकिन उचित देखभाल के साथ।
आप शुगर और बीपी को कंट्रोल करें और नियमित रूप से इसकी जांच करवाते रहें। पेन किलर दवाएं लेने से बचें। इससे आपकी किडनी आगे चलकर फेल होने से बच सकती है।
क्रोनिक किडनी डिजीज को ठीक नहीं किया जा सकता है लेकिन इसे नियंत्रित किया जा सकता है। आप नेफ्रोलॉजिस्ट से मिलें और उनसे सलाह लें।
5वे स्टेज पर किडनी को वापस से ठीक नहीं किया जा सकता है। आप उनकी डाइट कंट्रोल को जारी रखें, उन्हें नियमित रूप से एक्सरसाइज करने को कहें और नेफ्रोलॉजिस्ट से चेकअप करवाते रहें। आपकी मां की रिपोर्ट्स देखने के बाद ही उन्हें कोई दवा बताई जा सकती है।