एसिडिटी से छुटकारा पाने के लिए आपको कुछ चीजों से परहेज करना चाहिए। जब तक आपको यह समस्या है आप पेट में एसिड बनाने वाली चीजें न खाएं । सामान्य तौर पर, यह समस्या वसायुक्त खाना खाने, टमैटो सॉस, शराब, चॉकलेट, पुदीना, लहसुन, प्याज और कैफीन आदि के सेवन से और भी बढ़ सकती है। आप हरी सब्जियां खाएं और रात के समय कम खाना खाएं, ओवरईटिंग से बचें, खाना खाने के तुरंत बाद बिस्तर पर न लेटें, सोने से तकरीबन 3 घंटे पहले ही खाना खा लिया करें।
आपको गैस्ट्रिक प्रॉब्लम है। आपको अपनी जीवनशैली में कुछ बदलाव करने की जरूरत है जैसे कि आप समय पर खाना खाएं, खाने में गोभी, शिमला मिर्च, खट्टे फलों को कुछ समय के लिए लेना बंद कर दें, खाना खाते समय पानी न पिएं, लगभग 40 मिनट के बाद और जरूरत के मुताबिक ही पानी पिएं, खाने के तुरंत बाद न लेटें और रात को 8 बजे से पहले ही खाना खा लिया करें। रात को खाना खाने के कम से कम 1 घंटे बाद बिस्तर पर सोने जाएं। हमेशा भूख का 75 फीसदी खाना खाएं। आप अपने 3 टाइम के खाने को 5 से 6 बार में बांट लें और थोड़ी-थोड़ी मात्रा में खाएं। तली-भुनी चीजों को खाने से बचें। इन सभी बातों का ध्यान रखें, आपकी प्रॉब्लम धीरे-धीरे ठीक हो जाएगी।
ज्यादा तले, तीखे खाने या अधिक भोजन करने की वजह से पेट में एसिडिटी हो सकती है। दवा लेने के साथ आप अपनी जीवनशैली में कुछ बदलाव करके एसिडिटी की प्रॉब्लम से बच सकते हैं। इसके लिए आप खाना समय पर खाया करें, रात को सोने से 2 से 3 घंटे पहले ही खाना खा लिया करें, तीखे पदार्थ, शराब व स्मोकिंग से बचें और पानी ज्यादा से ज्यादा पिएं। अगर इसके बाद भी आपकी प्रॉब्लम ठीक नहीं होती है तो आगे की जांच और ट्रीटमेंट के लिए आप गैस्ट्रोलॉजिस्ट से जाकर मिलें।
यह गैस्ट्राइटिस के साथ गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स सिंड्रोम (गर्ड) का एक लक्षण है। दवाईयों की मदद से इसे कंट्रोल किया जा सकता है। डॉक्टर की सलाह से आप दवा लेना शुरू कर सकते हैं। आप अपनी डाइट में कॉफी, कोल्ड ड्रिंक्स, चाय, खट्टे पदार्थों आदि चीजों का सेवन न करें।
एसिडिटी की वजह से सीने में जलन हो सकती है। अगर आपको एक हफ्ते में 2 बार से ज्यादा बार एसिडिटी होती है तो यह एसिड रिफ्लक्स हो सकता है, जिसे गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स रोग (गर्ड) भी कहते हैं। एसिडिटी को ठीक करने के लिए आप डॉक्टर की सलाह से एंटासिड ले सकते हैं और आप हमारी वेबसाइट से ये जान सकते हैं कि बार-बार होने वाली एसिडिटी से बचने के लिए क्या खाना चाहिए।
जी हां, यह एसिडिटी का ही लक्षण है। जरूरत से ज्यादा खाना, समय पर न सोना और तीखे और मसालेदार खाने की वजह से एसिडिटी की प्रॉब्लम हो सकती है। पेट में एसिड बनाने वाले खाद्य पदार्थों से बचें। चटपटा खाना और शराब न लें। रात को समय पर खाना खाएं और टाइम से सोएं। इसके लक्षण को कम करने के लिए आप एंटासिड ले सकते हैं। Pantocid 40 एमजी दिन में एक बार सुबह खाली पेट नाश्ते से आधा घंटा पहले 2 हफ्तों के लिए लें। इन सभी बातों पर ध्यान दें, इससे आपकी समस्या जल्दी ठीक हो जाएगी।
एसिडिटी के लिए उन्हें Pantocid 40 एमजी दिन में एक बार सुबह खाली पेट नाश्ते से आधा घंटा पहले 2 हफ्तों के लिए दें। अगर उन्हें इससे आराम नहीं मिलता है तो डॉक्टर से मिलकर उनकी एंडोस्कोपी करवाएं। रोज एंटासिड लेने से शरीर में क्लोराइड की मात्रा बढ़ सकती है जिससे आगे चलकर पेट का कैंसर भी हो सकता है। दवा की बजाय आप जीवनशैली में बदलाव लाएं और संतुलित आहार लें। स्पाइसी और ऑयली फूड न खाएं।
एसिडिटी से छुटकारा पाने के लिए आप अपने 3 टाइम के खाने को कई भागो में बांटकर थोड़ा-थोड़ा करके 5 से 6 बार में खाया करें। तीखा, एसिडिक, तला और वसायुक्त भोजन न खाएं, इसके अलावा आप कॉफी और चाय से भी बचें। तनाव को दूर करने के लिए योगा और मेडिटेशन करें। आप टैबलेट Pantoprazole 40 mg खाना खाने से पहले दिन में 2 बार 15 दिनों के लिए लें। अगर इसके बाद भी आपको इस तरह के लक्षण दिखाई देते हैं तो आप एक बार डॉक्टर को दिखा दें।
एक्सरसाइज वजन कम करने और पाचन क्रिया ठीक रखने में मदद करती है। एक्सरसाइज से मेटाबोलिज्म मजबूत होता है और खाना आसानी से पच जाता है जिससे एसिडिटी दूर होती है।