बच्चों और शिशुओं के शरीर में पानी की कमी होने पर आपको उन्हें अलग-अलग मात्रा में ओआरएस देने की जरूरत होती है।
शिशु और बच्चे को ओआरएस कब दें?
जब आपके बच्चे को एक दिन में तीन से ज्यादा बार दस्त हो तब आप उन्हें ओआरएस का घोल दे सकती हैं।
शिशु और बच्चे के लिए ओआरएस कहां से लें?
ओआरएस आपको किसी भी मेडिकल स्टोर से आसानी से उपलब्ध हो जाता है। आप इसे आसानी से घर पर भी बना सकते हैं, जैसा कि नीचे बताया गया है।
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ओआरएस घोल को कैसे तैयार करें?
बाजार से मिलने वाले ओआरएस घोल में उसको बनाने की विधि लिखी होती है। इसको तैयार करने के लिए आपको एक साफ जार में ओआरएस के पाउडर को डालना होता है। इसके बाद आप पैकेट में लिखें निर्देशों के अनुसार उसमें पानी मिला लें। ध्यान दें कि इस घोल में पानी की कम मात्रा दस्त की समस्या को गंभीर बना सकती है।
इसको बनाने के लिए केवल साफ पानी का ही उपयोग करें। इस घोल में दूध, जूस या सूप ना मिलाएं। साथ ही इस घोल में चीनी भी नहीं मिलानी चाहिए।
इसके बाद आप इस मिश्रण को अच्छी तरह से मिला लें और इसको किसी कप में थोड़ा-थोड़ा करके बच्चे या शिशु को पिलाएं। बच्चे को ओआरएस देने के लिए किसी बोतल का उपयोग न करें।
शिशु और बच्चे को ओआरएस कितनी मात्रा में दें?
शरीर में पानी की कमी होने पर दो साल से कम आयु के बच्चे को दस्त के बाद एक चौथाई से लेकर आधे कप तक ओआरएस दिया जा सकता है। दो साल से अधिक आयु के बच्चे को दस्त के बाद आधा कप से लेकर एक कप तक ओरआरएस घोल देना चाहिए।
व्यस्कों को दस्त होने पर एक दिन में तीन लीटर तक ओरआरएस घोल पीने के लिए दिया जा सकता है।
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किस स्थिति में बच्चे को डॉक्टर के पास ले जाएं?
शिशु या बच्चे के शरीर में पानी की कमी होने पर ओआरएस पिलाने के बावजूद भी आपको निम्न तरह के लक्षण दिखाई दें तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं।
- बच्चे के सिर का कुछ भाग मुलायम होना। (और पढ़ें - बच्चों को सिखाएं अच्छी सेहत के लिए अच्छी आदतें)
- शिशु या बच्चे का मुंह सूखना।
- शिशु या बच्चे की सांसे तेज होना।
- रोने पर बच्चे या शिशु की आंखों से आंसू न आना।
- शिशु या बच्चे को गहरे पीले रंग के दस्त होना।
- बच्चे या शिशु को सर्दी जुकाम होना और उसके हाथ पैर में धब्बे होना।
- बच्चा सामान्य से ज्यादा सुस्त दिखाई दे।
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