जब 9 महीने के लंबे इंतजार के बाद आखिरकार आपका शिशु आपके पास होता है, आपकी आंखों के सामने होता है तो उसकी हर एक हरकत, हर एक आवाज पर न्यू पैरंट्स की पैनी नजर रहती है। शिशु ने कितनी बार आंखें खोली, कितनी बार मुस्कुराया, कितनी बार रोया, कितनी बार दूध पिया, कितनी देर तक सोया, कितनी बार सूसू-पॉटी की- इन सभी बातों पर माता-पिता की नजर रहती है। शिशु का विकास सही तरीके से हो रहा है या नहीं और शिशु को किसी तरह की कोई शारीरिक समस्या तो नहीं, यह जानने के लिए भी पैरंट्स का शिशु की हर एक गतिविधि पर नजर रखना जरूरी है। 

(और पढ़ें : नवजात की नींद- जन्म से 3 महीने का शिशु कितना सोता है)

ऐसी ही एक मूवमेंट है अंगड़ाई लेना या जम्हाई लेना। जी हां, बहुत से पैरंट्स इस बात को लेकर अक्सर परेशान रहते हैं कि मेरा शिशु बहुत ज्यादा अंगड़ाई लेता है। वैसे तो सभी बच्चे अपने शरीर को तानकर अंगड़ाई या जम्हाई लेते हैं। लेकिन आप यह कैसे जान पाएंगी कि आपका शिशु जब अंगड़ाई ले रहा है तो वह अच्छे के लिए है या फिर शिशु को किसी तरह की असुविधा महसूस हो रही है इसलिए वह ऐसा कर रहा है। इस आर्टिकल में हम आपको इसी बारे में बताएंगे कि आखिर वयस्कों की ही तरह नवजात शिशु भी अंगड़ाई या जम्हाई क्यों लेते हैं, शरीर को तानकर हाथ-पैर फैलाते क्यों हैं, ऐसा करना कब सामान्य है और कब असामान्य।

  1. बच्चे के अंगड़ाई लेने का कारण क्या है? - angdai lene ka karan kya hai
  2. शिशु का अंगड़ाई लेना कब सामान्य है? - baby ka angdai lena kab normal hai?
  3. नवजात शिशु का अंगड़ाई लेना कब असामान्य है? - baby ka zyada angdai lena kab normal nhi hai?
  4. सारांश
नवजात शिशु अंगड़ाई क्यों लेते हैं? के डॉक्टर

अंगड़ाई या जम्हाई लेना एक सामान्य शारीरिक क्रिया है और वयस्कों की ही तरह बच्चे भी अंगड़ाई लेते हैं लेकिन अगर आपका शिशु बहुत ज्यादा अंगड़ाई ले या जम्हाई ले तो आपका परेशान होना लाजिमी है। आमतौर पर जब हमारा शरीर थक जाता है और हमें नींद आ रही होती है तो हम अंगड़ाई लेने लगते हैं। इसे उबासी लेना भी कहते हैं। आपने महसूस किया होगा कि जब हमें बहुत ज्यादा थकान महसूस होती है या किसी वजह से तनाव होता है तो हम ज्यादा जम्हाई लेते हैं। 

(और पढ़ें: गर्मियों में बच्चों को क्यों होती है घमौरी, जानें)

जहां तक नवजात शिशु की बात है तो उनके लिए भी अंगड़ाई लेना बेहद सामान्य सी बात है। यूनिवर्सिटी ऑफ मैरिलैंड मेडिकल सेंटर की मानें तो नवजात शिशु, वयस्कों से भी ज्यादा अंगड़ाई लेते हैं। जी हां, वयस्क जहां एक दिन में करीब 20 बार अंगड़ाई या जम्हाई लेते हैं वहीं नवजात शिशु एक दिन में 30 से 50 बार जम्हाई लेते हैं। लेकिन जैसे-जैसे शिशु की नींद पूरी होती जाती है, उसका अंगड़ाई लेना कम होता जाता है। 

जब शिशु को नींद आ रही होती है या जब आपका शिशु ज्यादा थक जाता है तो वह हाथ-पैर फैलाकर सामान्य से ज्यादा अंगड़ाई लेने लगता है। अगर आपका शिशु अंगड़ाई या जम्हाई ले रहा है तो यह इस बात का भी संकेत है कि आपका शिशु स्वस्थ है और उसका विकास सामान्य रूप से हो रहा है। हालांकि नवजात शिशु के अंगड़ाई लेने के पीछे स्पष्ट कारण क्या है, इस बारे में ज्यादा पता नहीं चल पाया है। कई बार शिशु नींद की कमी की वजह से अंगड़ाई लेते हैं तो कई बार ज्यादा सो लेने की वजह से, कई बार थकान की वजह से तो कई बार भूख लगने पर।

(और पढ़ें: 9 महीने के शिशु का वजन, खानपान और विकास से जुड़ी बातें)

  • जन्म के कुछ दिनों बाद तक नवजात शिशु ज्यादा अंगड़ाई लेते हैं।
  • जब शिशु को पॉटी करनी होती है या गैस पास करनी होती है तब भी शिशु अपने शरीर को ऐंठने लगता है या अंगड़ाई लेने लगता है। (और पढ़ें: सेहत का हाल बताती है नवजात शिशु की पॉटी, जानें इसका बारे में)
  • अगर अंगड़ाई लेते वक्त शिशु के चेहरे पर खुशी है, वह रो नहीं रहा है तो यह प्रक्रिया पूरी तरह से सामान्य है।
  • जब शिशु हाथ-पैर फैलाकर अंगड़ाई लेते हैं तो वह अपनी मांसपेशियों और हड्डियों के जॉइंट्स को सक्रिय बनाने की कोशिश करते हैं।
  • अगर शिशु अंगड़ाई लेने के साथ-साथ घुरघुर की आवाज निकाल रहा है, मुंह बना रहा है, लेकिन ऐसा सिर्फ थोड़ी देर के लिए ही है और फिर शिशु सामान्य हो जाता है तब भी आपको परेशान होने की जरूरत नहीं क्योंकि यह भी पूरी तरह से सामान्य बात है। (और पढ़ें: रोते हुए बच्चे  को कैसे शांत करें)
  • जब शिशु का शरीर अतितप्त यानी ओवरहीट हो जाता है, फिर चाहे वह अंदर से हो या बाहर से तब भी शिशु अंगड़ाई लेने लगता है। ऐसे में शिशु को हाइड्रेट रखें ताकि उसके शरीर में पानी की कमी न हो और बाहर से कपड़े का अतिरिक्त लेयर कम कर दें ताकि शिशु को असहज महसूस न हो।

अगर शिशु सामान्य से ज्यादा अंगड़ाई ले रहा हो तब भी ये जरूरी नहीं कि यह किसी गंभीर बीमारी का ही संकेत हो लेकिन पैरंट्स होने के नाते आपका सतर्क रहना जरूरी है।

  • अगर आपका नवजात शिशु 30 मिनट के अंतराल में 3 या 4 बार से ज्यादा अंगड़ाई लेता है तो आप इसे हद से ज्यादा अंगड़ाई लेना कह सकते हैं।
  • अगर पर्याप्त नींद लेने के बाद भी और किसी तरह की थकान न होने के बावजूद शिशु अंगड़ाई ले रहा हो तो यह समस्या का संकेत हो सकता है।
  • कई बार जब शिशु ज्यादा दूध पी लेते हैं तब भी वे अंगड़ाई लेने लगते हैं और साथ में कराहने या रोने भी लगते हैं। ऐसे समय में अंगड़ाई लेकर शिशु पेट में फंसी गैस को बाहर निकालने की कोशिश करता है।
  • कई बार पेट में दर्द या कोलिक की समस्या की वजह से भी बच्चे हाथ-पैर फैलाकर अंगड़ाई लेने लगते हैं और साथ में कराहने की आवाज भी निकालने लगते हैं या रोने लगते हैं।
  • शिशु का सुस्त रहना या उसे ऊंघाई आना वैसे तो सामान्य सी बात लेकिन हर वक्त अगर आपका शिशु इसी तरह से रहे और अंगड़ाई लेता रहे तो आपको अपने डॉक्टर से जरूर संपर्क करना चाहिए।
  • कई बार शिशु को विकास के लिए जरूरी पोषण और संतुलित आहार नहीं मिल पाता जिस कारण उनके शरीर में एनर्जी की कमी होने लगती है, शिशु हर वक्त थका हुआ महसूस करने लगता है और सामान्य से ज्यादा अंगड़ाई लेने लगता है। (और पढ़ें: 6 महीने बाद शिशु का आहार चार्ट)
नवजात शिशु अंगड़ाई लेना एक स्वाभाविक प्रक्रिया है, जो उनके शारीरिक विकास का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होती है। जन्म के बाद, शिशु का मांसपेशियों का तंत्र धीरे-धीरे विकसित होता है, और अंगड़ाई लेना उनके मांसपेशियों को खींचने और लचीला बनाने में मदद करता है। यह प्रक्रिया उन्हें शरीर के विभिन्न हिस्सों को महसूस करने, उनके संचार और तंत्रिका तंत्र को सक्रिय करने, और रक्त परिसंचरण को बढ़ाने में सहायता करती है। इसके अलावा, अंगड़ाई लेने से शिशु आराम और शांति महसूस करते हैं, जिससे उनकी नींद में सुधार हो सकता है।
Dr. Pritesh Mogal

Dr. Pritesh Mogal

पीडियाट्रिक
8 वर्षों का अनुभव

Dr Shivraj Singh

Dr Shivraj Singh

पीडियाट्रिक
13 वर्षों का अनुभव

Dr. Abhishek Kothari

Dr. Abhishek Kothari

पीडियाट्रिक
9 वर्षों का अनुभव

Dr. Varshil Shah

Dr. Varshil Shah

पीडियाट्रिक
7 वर्षों का अनुभव

ऐप पर पढ़ें