उल्टी की समस्या अपच या दूषित खान-पान से हो सकती है. बच्चों को उल्टी होना सामान्य समस्या है. बच्चों को उल्टी अक्सर वायरल संक्रमणफूड पाइजनिंग आदि के कारण हो सकती है. आमतौर पर बच्चों में उल्टी के लक्षण हानिकारक नहीं होते हैं, लेकिन बार-बार उल्टी होने से बच्चे जल्दी डिहाइड्रेट हो जाते हैं यानी उनके शरीर में पानी की कमी होने लगती है.

ऐसे में बच्चों को लिक्विड डाइट देना जरूरी होता है. उल्टी होने पर बच्चों को हर 30-60 मिनट बाद कुछ तरल पदार्थ दिया जा सकता है. इसके साथ ही बच्चों की उल्टी को बंद करने के लिए कुछ घरेलू उपायों को भी आजमाया जा सकता है.

इस लेख में आप जानेंगे कि बच्चों को उल्टी होने पर कौन-कौन से घरेलू उपाय अपनाए जा सकते हैं -

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  1. उल्टी होने पर बच्चों के लिए घरेलू उपचार
  2. इन बातों का रखें ध्यान
  3. सारांश
बच्चों की उल्टी रोकने के घरेलू उपाय के डॉक्टर

अगर घर में किसी छोटे बच्चे को उल्टी होने की समस्या हो जाती है, तो उसे निम्न प्रकार के घरेलू नुस्खों से ठीक किया जा सकता है -

नमक व चीनी का घोल

बच्चों की उल्टी को ठीक करने व शरीर को हाइड्रेट करने का सबसे सही तरीका नमक और चीनी का घोल होता है. इसके लिए एक कप पानी में चीनी व थोड़ा-सा नमक मिलाएं. सभी को अच्छी तरह से मिला लें. फिर थोड़ी-थोड़ी देर में बच्चे को एक-एक चम्मच करके ये घोल पिलाते रहें. इससे बच्चे के शरीर में पानी पर्याप्त मात्रा में रहेगा और डिहाइड्रेशन नहीं होगा.

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अदरक

अदरक का उपयोग हजारों वर्षों से स्वास्थ्य समस्याओं को ठीक करने के लिए घरेलू उपाय के रूप में किया जाता रहा है. शोधकर्ताओं का मानना है कि अदरक में मौजूद रसायन उल्टी को रोकने में मदद कर सकते हैं. अदरक पेट और आंतों की समस्याओं को दूर करने में कारगर हो सकता है. अदरक के सक्रिय तत्व जिंजरोल होता है.

उल्टी आने पर बच्चे को अदरक का पानी पिलाया जा सकता हैं. इसके लिए एक गिलास पानी में अदरक का एक टुकड़ा डालें. इसे अच्छी तरह से उबलने दें, इसके बाद पानी के ठंडा होने पर उसे छानकर बच्चे को पिला दें. बच्चे को अदरक का रस निकालकर भी दिया जा सकता है. 2 वर्ष से अधिक आयु के बच्चों के लिए अदरक सुरक्षित हो सकता है.

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सौंफ

सौंफ पाचन तंत्र के लिए फायदेमंद होती है. अध्ययनों से पता चलता है कि सौंफ स्वस्थ पाचन को बढ़ावा देने में मदद कर सकती है. कई सबूत भी बताते हैं कि उल्टी आने पर सौंफ का सेवन किया जाए, तो लाभकारी हो सकती है.  

एक कप पानी में सौंफ के बीज डालकर उबाल लें. फिर इस पानी को छानकर ठंडा होने के बाद बच्चे को पीने को दें. इस पानी को पीने से बच्चे का पाचन तंत्र बेहतर होगा. पानी की कमी भी पूरी होगी और हो सकता है उल्टी भी न आए.

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लिक्विड डाइट दें

उल्टी शरीर को डिहाइड्रेट कर देती है. इस दौरान शरीर में पानी की कमी होने लगती है. ऐसे में बच्चे को हाइड्रेट रखना जरूरी होता है. बच्चे को हाइड्रेट रखने के लिए उन्हें लिक्विड डाइट दे सकते हैं. नारियल पानी, फलों का रस, नींबू पानी व ग्लूकोज आदि बच्चे को हाइड्रेट रखते हैं. ये पचने में भी आसान होते हैं. इनसे बच्चे को तुरंत ऊर्जा मिलती है.

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बच्चे को उल्टी होने पर घरेलू नुस्खों के साथ-साथ कुछ और बातों पर भी ध्यान देने की जरूरत होती है, जिसके बारे में नीचे बताया गया है -

  • बच्चों को उल्टी होने पर दूध या दूध से बने खाद्य पदार्थ नहीं दिए जाने चाहिए.
  • उल्टी के दौरान बच्चों को ठोस भोजन देने से बचें. बच्चे को फास्ट फूड आदि न खिलाएं.
  • उल्टी होने पर बच्चों को पहले लिक्विड दें. फिर धीरे-धीरे उसे खाने को दें. बच्चे को दाल, रोटी व सब्जी आदि खाने को दें. 

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उल्टी का इलाज आमतौर पर घर में ही किया जा सकता है. फूड पाइजनिंग के कारण बच्चों को उल्टी हो सकती है. उल्टी की वजह से बच्चा अक्सर डिहाइड्रेट हो जाता है, ऐसे में उसे लिक्विड डाइट अधिक मात्रा में देने की कोशिश करनी चाहिए. अगर बच्चा 12 सप्ताह से कम उम्र का है और एक से अधिक बार उल्टी कर रहा है, तो तुरंत डॉक्टर से कंसल्ट करें. इसके अलावा, अगर बच्चा 8 घंटे से अधिक समय से उल्टी कर रहा है, उल्टी के साथ पेट में दर्दबुखार व सिरदर्द भी है, तो इस स्थिति में भी डॉक्टर से मिलना जरूरी होता है.

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