जन्म के बाद से ही शिशुओं की हर जरूरत का ध्यान मां को ही रखना पड़ता है क्योंकि वे बोल कर अपनी समस्या और जरूरत को शब्दों में बता नहीं सकते। उनका खाना - पीना और कपड़े पहनने से लेकर सबकुछ माता - पिता पर आश्रित रहता है। आज हम इस विषय पर बात करेंगे कि शिशु को डकार दिलवाना क्यों जरूरी है और इसका सही तरीका क्या है?
खाना खाने के बाद डकार अगर किसी बड़े को भी न आए तो उसे भी बेचैनी हो जाती है और यहां तो बात बच्चों की हो रही है। दूध पीने के बाद अगर बच्चा डकार नहीं लेता है तो उसे पेट से जुड़ी कई दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
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