दस्त या डायरिया से विषाक्त पदार्थ और बैक्टीरिया पाचन प्रणाली से निकल जाते हैं। अगर शिशु को दस्त है तो मल पानी की तरह होता है और उसमें से गंध भी आ सकती है। जल्दी-जल्दी मल त्याग शिशु को परेशान कर देता है और इस वजह से नवजात शिशु पर्याप्त आराम नहीं कर पाते, बल्कि इस कारण से बच्चा अधिक परेशान होने व रोने भी लगता है। जिन नवजात शिशु के दांत निकल रहे होते हैं उन्हें भी दस्त की समस्या होने लगती है, लेकिन बैक्टीरियल इन्फेक्शन डायरिया होने का सबसे अहम कारण है।

नवजात शिशु में दस्त की समस्या को ठीक करने के लिए इस लेख में हमने आपको छोटे बच्चे के दस्त रोकने के उपाय, तरीके और नुस्खे बताये हैं। इनकी मदद से आप शिशु की दस्त समस्या को आसानी से रोक सकते हैं।

(और पढ़ें - नवजात शिशु को दस्त)

तो आइये आपको बताते हैं नवजात शिशु को दस्त रोकने के उपाय तरीके नुस्खे –

  1. नवजात शिशु को दस्त रोकने के उपाय - Navjat shishu ko dast rokne ke upay
  2. छोटे बच्चे को दस्त रोकने के तरीके - Chote bache ko dast rokne ke tarike
  3. शिशु को दस्त रोकने के नुस्खे - Shishu ko dast rokne ke nuskhe
नवजात शिशु को दस्त रोकने के उपाय तरीके नुस्खे के डॉक्टर

नवजात शिशु को दस्त रोकने के उपाय इस प्राकर है -

दाल का पानी दस्त रोकने के लिए फायदेमंद है - Dal ka pani dast rokne ke liye faydemand hai

सामग्री –

  1. एक तिहाई बड़ी चम्मच पीली मूंग दाल (बिना छिलके वाली)
  2. चुटकीभर हल्दी
  3. एक कप पानी।

बनाने की विधि और इस्तेमाल करने का तरीका –

  1. सबसे पहले पीली मूंग दाल को धो लें और फिर उसमें हल्दी और पानी को मिलाकर उबाल लें।
  2. जब एक बार दाल पक जाए, तो दाल के पानी को छलनी से छान लें।
  3. अब इस पानी को चम्मच से अपने शिशु को पिलायें।

दाल के पानी को छः महीने से ऊपर के बच्चे को ही दें।

फायदे –

पीली मूंग दाल खाने से पाचन प्रणाली हमेशा स्वस्थ रहती है और शिशु को देने से दस्त की समस्या का इलाज होता है।  

(और पढ़ें - दस्त में क्या खाना चाहिए)

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छोटे बच्चे के दस्त रोकने का तरीका है नारियल का पानी - Chote bache ke dast rokne ke liye faydemand hai

सामग्री –

  1. एक कटोरी नारियल पानी

बनाने की विधि और इस्तेमाल करने का तरीका –

  1. सबसे पहले एक कटोरी में नारियल पानी लें।
  2. अब नवजात शिशु को चम्मच से नारियल पानी पिलायें।
  3. कम से कम चार से पांच चम्मच शिशु को जरूर दें।
  4. पूरे दिन में दो से तीन बार छोटे बच्चे को नारियल पानी दें। 

फायदे –

नारियल पानी शरीर में पानी की मात्रा को बढ़ाता है और छोटे बच्चे को हाइड्रेटे रखता है। इसे लगातर पीने से शिशु को दस्त की समस्या से राहत मिलती है। यह उपाय नवजात शिशु के साथ-साथ बड़ी उम्र के लोगों के लिए भी अच्छा है। 

(और पढ़ें - नवजात शिशु के पेट में दर्द)

शिशु के दस्त रोकने का नुस्खा है दही - Shishu ke dast rokne ka nuskha hai dahi

सामग्री –

  1. आधा कप दही। (और पढ़ें - दही खाने के फायदे)
  2. आधा छोटी चम्मच जीरा पाउडर। (और पढ़ें - जीरे के फायदे)
  3. या फिर आप दही में आधा छोटी चम्मच चीनी और चुटकीभर नमक भी मिला सकते हैं।

बनाने की विधि और इस्तेमाल करने का तरीका –

  1. सबसे पहले आधा कप दही लें।
  2. अब उसमें जीरा पाउडर या चीनी और चुटकीभर नमक को दही में मिला दें।
  3. पूरे मिश्रण को अच्छे से मिलाने के बाद अपने शिशु को दें।
  4. कम से कम चार से पांच चम्मच जरूर दें।

फायदे –

दही डायरिया का इलाज करने में मदद करता है। ताजा दही शिशु की पाचन प्रणाली में स्वस्थ बैक्टीरिया बनाये रखने में मदद करता है। घर की बनी लस्सी और छाछ (बिना चीनी) में प्रोबायोटिक्स होते हैं जो शिशु को दस्त की समस्या से राहत दिलाते हैं।

(और पढ़ें - नवजात शिशु को कफ)

छोटे बच्चे को दस्त रोकने के तरीके इस प्राकर है -

छोटे बच्चे के दस्त के उपाय के लिए नींबू का इस्तेमाल करें - Chote bache ke dast ke upay ke liye nimboo ka istemal kare

सामग्री –

  1. एक नींबू। (और पढ़ें - नींबू के फायदे)
  2. चुटकीभर नमक।

बनाने की विधि और इस्तेमाल करने का तरीका –

  1. सबसे पहले पूरे एक नींबू को निचोड़कर उसका जूस एक कटोरी में निकाल लें।
  2. अब उसमें चुटकीभर नमक मिलाएं
  3. अब अपने शिशु को एक चम्मच नींबू का जूस दें।
  4. पूरे दिन में चार से पांच बार शिशु को नींबू का जूस पिलायें।

फायदे –

छोटे बच्चों की दस्त की समस्या के लिए नींबू बहुत ही बेहतरीन घरेलू उपाय है। इसमें सूजनरोधी और एंटी बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो नवजात शिशु को पेट की परेशानी से आराम दिलाते हैं और शरीर में PH स्तर को संतुलित रखते हैं।

(और पढ़ें - नवजात शिशु को सर्दी जुकाम)

शिशु को दस्त का इलाज है पुदीना, शहद और नींबू - Shishu ko dast ka ilaj hai pudina, shahad aur nimboo

सामग्री –

  1. एक छोटी चम्मच पुदीने की पत्तियों से बना ताजा जूस। (और पढ़ें - पुदीने के फायदे)
  2. एक छोटी चम्मच शहद। (और पढ़ें - शहद के फायदे)
  3. कुछ बूंद ताजा नींबू का जूस।

बनाने की विधि और इस्तेमाल करने का तरीका –

  1. सबसे पहले ताजा पुदीने की पत्तियों के जूस का डेड चम्मच एक कटोरी में डाल लें।
  2. अब कटोरी में एक चम्मच शहद को भी मिलाएं और कुछ बूंद नींबू के जूस को भी मिला लें।
  3. पूरे मिश्रण को अच्छे से मिलाने के बाद शिशु को पिलायें।
  4. इस मिश्रण को पूरे दिन में दो से तीन बार दें।

फायदे –

पुदीने की पत्तियों में एंटी बैक्टीरियल गुण होते हैं। पुदीने का जूस डायरिया के दौरान होने वाले दस्त का इलाज करता है। पुदीना पाचन प्रणाली के लिए बहुत ही अच्छा होता है।

(और पढ़ें - नवजात शिशु को कब्ज)

छोटे बच्चे के दस्त को रोकने के लिए सेब है लाभकारी - Chote bache ke dast ko rokne ke liye seb hai labhkari

सामग्री –

  1. एक सेब। (और पढ़ें - सेब के फायदे)
  2. एक कप पानी।

बनाने की विधि और इस्तेमाल करने का तरीका –

  1. सबसे पहले एक सेब लें।
  2. अब उसका छिलका उतारकर उसे छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें।
  3. अब एक बर्तन में पानी लें और उसमें सेब के टुकड़ों को डाल दें।
  4. दस मिनट के लिए बर्तन को हल्की आंच पर रख दें।
  5. जब सेब मुलायम हो जाए तो गैस बंद कर दें और सेब को ठंडा होने के लिए रख दें।
  6. ठंडा होने के बाद चम्मच से सेब को मैश कर लें या फिर आप इसे मिक्सर में भी मिक्स कर सकते हैं। मिक्सर की मदद से गाजर की प्यूरी आसानी से तैयार हो सकेगी।   
  7. अच्छे से मैश करने के बाद इस मिश्रण को छः महीने से अधिक उम्र वाले बच्चे को दें।

फायदे –

सेब में मौजूद पेक्टिन दस्त की समस्या से छुटकारा दिलाने में मदद करता है।

(और पढ़ें - ओआरएस क्या है)

शिशु को दस्त रोकने के नुस्खे इस प्राकर है -

छोटे बच्चे को दस्त से छुटकारा दिलाने के लिए गाजर का जूस दें - Chote bache ko dast se chutkara dilane ke liye gajar ka juice de

सामग्री –

  1. एक गाजर। (और पढ़ें - गाजर के फायदे)

बनाने की विधि और इस्तेमाल करने का तरीका –

  1. सबसे पहले एक गाजर को उबाल लें।
  2. गाजर उबलने के बाद मिक्सर में मिक्स करके उसकी प्यूरी तैयार कर लें।
  3. इस प्यूरी को अपने शिशु को पूरे दिन में एक से दो बार दें।

फायदे –

दस्त के दौरान गाजर ऊर्जा का बहुत ही अच्छा स्रोत है। गाजर की मदद से शिशु को भरपूर ऊर्जा मिलती है।

(और पढ़ें - बच्चों का टीकाकरण चार्ट)

छोटे बच्चों को दस्त के लिए जायफल दें - Chote bacho ko dast ke liye jayfal de

सामग्री –

  1. एक जायफल। (और पढ़ें - जायफल के फायदे)

बनाने की विधि और इस्तेमाल करने का तरीका –

  1. सबसे पहले जायफल को घिस लें।
  2. अब घिसे हुए जायफल के पाउडर को पानी में मिलाकर पेस्ट तैयार कर लें।
  3. अब इस पेस्ट को नवजात शिशु को दें।

एक और तरीका -

  1. एक सेब को काट लें और फिर पानी में उसे उबालें। तब तक जब तक सेब मुलायम न हो जाए।
  2. जब सेब मुलायम हो जाए तो इसे मिक्सर में मिक्स करके प्यूरी तैयार कर लें।
  3. प्यूरी तैयार करने के बाद इसमें दो चुटकी जायफल पाउडर मिलाएं।
  4. अच्छे से पूरे मिश्रण को मिलाने के बाद इसे नवजात शिशु को पिलायें। 

फायदे –

शिशु के दस्त को ठीक करने के लिए यह उपाय बहुत ही बेहतरीन है। नटमेग (nutmeg) को भारत में जायफल कहा जाता है। जायफल खिलाने से शिशु को दस्त की परेशानी नहीं होती। 

(और पढ़ें - नवजात शिशु की लम्बाई और वजन)

शिशु के दस्त रोकने के उपाय में स्टार्च से समृद्ध आहार खाएं - Shishu ke dast rokne ke upay se samridh aahaar khaye

सामग्री –

  1. एक आलू। (और पढ़ें - आलू के फायदे)
  2. कुछ मात्रा में नमक।
  3. चुटकीभर जीरा पाउडर।

बनाने की विधि और इस्तेमाल करने का तरीका –

  1. सबसे पहले एक आलू को उबाल लें और उबालने से पहले आलू पर उपर से नमक डाल दें।
  2. अब उबले आलू को मैश कर लें और मैश करने के बाद ऊपर से चुटकीभर जीरे का पाउडर डालें। इससे शिशु को गैस की समस्या नहीं होगी।
  3. अब मैश किये गए आलू को नवजात शिशु को पूरे दिन में एक बार दें।

फायदे –

अगर आपके छोटे बच्चे ने ठोस खाद्य पदार्थ खाना शुरू कर दिया है तो आप उसे स्टार्च से समृद्ध आहार खिलाएं जैसे चावल, दाल, आलू। यह खाद्य पदार्थ आसानी से पच जाते हैं। आलू जो कि स्टार्च से समृद्ध खाद्य पदार्थ है वो दस्त के दौरान शिशु के लिए बहुत बेहतरीन होता है।

(और पढ़ें - दस्त रोकने के घरेलू उपाय)

छोटे बच्चे के दस्त के लिए चावल का पानी पिलायें - Chote bache ke dast ke liye chawal ka pani pilaye

सामग्री –

  1. डेड बड़ी चम्मच चावल।
  2. डेड कप पानी।

बनाने की विधि और इस्तेमाल करने का तरीका –

  1. सबसे पहले डेड चम्मच चावल को पानी में धोलें।
  2. जब चावल एक बार धूल जाएं, फिर पानी में चावलों को उबाल लें।
  3. तब तक इन्हें उबालें जब तक चावल मुलायम न हो जाएं।
  4. अब चावल को छलनी में रखें और हाथ से मैश करें और चावल से निकलने वाले पानी को एक कटोरी में डालें।
  5. फिर चावल के पानी को अपने शिशु को पिलायें।

फायदे –

चावल के पानी में प्रोटीन, विटामिन, कैल्शियम और स्टार्च होता है जो शिशु के स्वास्थ्य के लिए काफी अच्छा है। चावल के पानी से शिशु को दस्त की समस्या भी नहीं होती।

(और पढ़ें - बच्चों की इम्यूनिटी कैसे बढ़ाएं)

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