नौ महीने तक मां अपने गर्भ में शिशु को रखती है और इस पूरे समय में उसे बस अपने शिशु के जन्म का इंतजार रहता है। शिशु के जन्म पर मां को जो खुशी मिलती है, उसे शब्दों में जाहिर कर पाना बहुत मुश्किल है।
मां को जन्म से पहले और बाद में भी अपने शिशु की सेहत व उसके विकास को लेकर चिंता रहती है। डिलीवरी के बाद शिशु के जन्म के शुरुआती पल हर मां के जीवन के सबसे सुनहरे पल होते हैं। अपने शिशु को पहली बार गोद में उठाते ही जैसे प्रसव की पीड़ा का एहसास गायब हो जाता है।
शिशु के जन्म के बाद का पहला घंटा बहुत महत्वपूर्ण होता है और इस समय में होने वाली कुछ जरूरी बातों के बारे में हम आपको यहां बताने जा रहे हैं।