बच्चों के विकास के दुर्लभ मामले -
प्रीटर्म बेबी (गर्भावस्था का 37वां हफ्ता शुरू होने से पहले जन्मे बच्चे) –
ऐसे शिशु स्तनपान सामान्य बच्चों की तुलना में धीमी गति से शुरू करते हैं और इसी आधार पर उनका विकास निर्भर करता है। इस वजह से उनका वजन लम्बे समय तक कम रह सकता है।
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स्माल फॉर डेट बेबी –
इसमें गर्भ में शिशु (unborn baby) का विकास बहुत धीमी गति से होता है और उसका आकार अन्य समान उम्र के शिशुओं के मुकाबले कम होता है, जिसे स्माल फॉर डेट बेबीस कहते हैं। ऐसे शिशु अपने शुरूआती हफ्तों में बहुत अच्छे से विकास करते हैं, लेकिन फिर भी उनका विकास का स्तर सामान्य ग्रोथ ग्राफ में कम ही रहता है।
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शिशु जो जन्म लेने के बाद या पहले हफ्ते में बीमार पड़ जाते हैं -
इस तरह के शिशुओं का वजन बढ़ नहीं पाता और कम भी हो जाता है। लेकिन सही देखभाल से उनके वजन में तेजी से बढ़ोतरी की जा सकती है।
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जन्म से ही बोतल से दूध पीने वाले शिशु -
इस तरह के शिशुओं का शुरूआती दिनों में वजन कम नहीं होता, बल्कि ऐसे शिशुओं का वजन शुरूआती दिनों में बहुत तेजी से बढ़ाता है। इन शिशुओं का वजन तेजी से बढ़ने से कारण उनकी लम्बाई पर प्रभाव पड़ता है और वह वजन के अनुसार नहीं हो पाती है। इस तरह आपको महसूस होने लगेगा कि आपका बच्चा बढ़ने की बजाय मोटा होता जा रहा है।
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