कई लोगों को लगता है कि अस्थमा की समस्या बच्चों को नहीं हो सकती है। लेकिन आपको बता दें कि बच्चे को अन्य रोगों की तरह ही अस्थमा भी हो सकता है। वायुमार्गों में लंबे समय तक रहने वाली सूजन की स्थिति को अस्थमा कहा जाता है। बाहरी एलर्जी और जलन करने वाले तत्व जब सांसों के जरिए अंदर जाते हैं, तो यह फेफड़ों में संवेदनशीलता को बढ़ा देते हैं, जिसकी वजह से वायुमार्गों में सूजन आ जाती है। इस समस्या में फेफड़ों से सांस अंदर व बाहर जाने का मार्ग बाधित हो जाता है। प्रदूषण व अन्य जलन पैदा करने वाले पदार्थों पर जब प्रतिरक्षा तंत्र प्रतिक्रिया करता है तो इसके परिणामस्वरूप बच्चों को अस्थमा हो जाता है, इसलिए एलर्जी और अस्थमा को एक दूसरे से जुड़ा हुआ माना जाता है। 12 महीनों से कम उम्र के शिशुओं के लिए यह एक गंभीर स्थिति होती है।
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बच्चों में अस्थमा एक गंभीर समस्या है, इसका समय रहते इलाज न किया जाए तो यह एक घातक समस्या बन सकती है। इस लेख में आपको बच्चों में अस्थमा के लक्षण, बच्चों में अस्थमा के कारण, बच्चों का अस्थमा से बचाव व बच्चों में अस्थमा का इलाज आदि को विस्तार से बताया गया है।
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