सूर्य पिंगला नाड़ी का परिचायक है और भेद का अर्थ होता है 'भेदन करना' 'होकर निकलना' या 'जागृत करना'। इस प्रकार सूर्यभेद का अर्थ हुआ पिंगला नाड़ी को भेदना या परिष्कृत करना। यह प्राणायाम तंत्रिका तंत्र और पाचन क्रिया की कार्यक्षमता को बढ़ाता है।
इस लेख में सूर्यभेदन प्राणायाम करने का तरीका और इसके लाभों के बारे में जाानकारी दी गई है, साथ ही प्रणायाम से जुड़ी सावधानियों के बारे में भी बताया गया है। लेख के अंत में सूर्यभेदन प्राणायाम से संबधित एक वीडियो भी शेयर किया गया है।
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