प्राणायाम के मुख्य प्रकारों में से एक है भस्त्रिका प्राणायाम। संस्कृत में, भस्त्रिका का मतलब है 'धौंकनी'। जैसा लोहार हवा के तेज़ झोको से गर्मी पैदा करता है और लोहे को शुद्ध करता है, भस्त्रिका प्राणायाम उस ही तरह मन को साफ और प्राणिक बाधाओं को हटाता है। भस्त्रिका प्राणायाम इतना ख़ास है कि योग के ग्रंथों में भी इसका उल्लेख किया गया है, ख़ास तौर से हठ योग प्रदीपिका में।
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भस्त्रिका प्राणायाम का अभ्यास कुछ लोगों के लिए बहुत तीव्र हो सकता है। यह एक योग्य योग प्रशिक्षक के मार्गदर्शन में ही सीखा जाना चाहिए। अगर आपको कैसी भी मौजूदा स्वास्थ्य संबंधी परेशानी पहले से हो तो कृपया अभ्यास करने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श करें।
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