पीरियड्स हर महिला के स्वास्थ्य का जरूरी भाग हैं. आमतौर पर पीरियड्स का समय 4 से 7 दिन का होता है और ‘पीरियड साइकिल’ यानी माहवारी चक्र 21 से 35 दिन का होता है. इसके अलावा, पीरियड का अपनी आने वाली तारीख से आगे-पीछे होते रहना भी एक नॉर्मल बात है.
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पीरियड का कम-ज्यादा होना, जल्दी या देर से होना कोई चिंता की बात नहीं होती है, लेकिन ऐसा बार-बार होना और इसमें ज्यादा देरी के पीछे कुछ कारण हो सकते हैं, जो स्वास्थ्य पर बुरा असर डालते है. पीरियड लेट होने पर खाने में पपीते व सौंफ का उपयोग करना चाहिए. साथ ही थायराइड टेस्ट भी जरूर करवाना चाहिए.
आज हम इस लेख से जानेंगे कि पीरियड लेट होने पर क्या किया जाना चाहिए -
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