मासिक धर्म के दौरान पीठ के निचले हिस्से में दर्द, कुछ अलग-अलग कारणों से हो सकता है। अमेरिकन कॉलेज ऑफ ओब्स्टेट्रिशियन एंड गायनेकोलॉजिस्ट्स का कहना है कि माहवारी के दौरान पीट के निचले हिस्से में होने वाला दर्द सबसे अधिक बताया जाने वाला मासिक धर्म संबंधी विकार है। मासिक धर्म में रहने पर आधी से ज्यादा महिलायें कम से कम एक या दो दिन दर्द का अनुभव करती हैं। मासिक धर्म का दर्द दो प्रकार का होता है: प्राथमिक डिसमेनोरिया और द्वितीयक डिसमेनोरिया ।
प्राथमिक डिसमेनोरिया
प्राथमिक डिसमेनोरिया ऐंठन के कारण होता है। आमतौर पर प्राथमिक डिसमेनोरिया से पीड़ित महिलाओं को पहली बार मासिक धर्म शुरू होने पर दर्द का अनुभव होता है। मासिक धर्म के दौरान, गर्भाशय की परत में ऊतक को अलग करने के लिए गर्भाशय सिकुड़ता है। प्रोस्टाग्लैंडिंस, जो हार्मोन जैसे रासायनिक संदेशवाहक हैं, गर्भाशय की मांसपेशियों को अधिक सिकुड़ने का कारण बनते हैं।
प्रोस्टाग्लैंडिंस का बढ़ा हुआ स्तर अधिक दर्द का कारण बनता है। ये संकुचन पेट में ऐंठन का कारण बन सकते हैं। पेट में ऐंठन के अलावा, पीठ के निचले हिस्से में दर्द हो सकता है जो पैरों तक फैलता है।
माध्यमिक डिसमेनोरिया
माध्यमिक कष्टार्तव अक्सर बाद में शुरू होता है। ये दर्द और ऐंठन के अलावा अन्य शारीरिक समस्याओं के कारण होता है या बढ़ जाता है। प्रोस्टाग्लैंडिंस माध्यमिक डिसमेनोरिया से जूझ रही महिलाओं के दर्द के स्तर को बढ़ाने में भूमिका निभा सकते हैं। उदाहरण के लिए, एंडोमेट्रियोसिस अक्सर पीठ के निचले हिस्से में दर्द का कारण बनता है।
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महिलाओं के स्वास्थ के लिए लाभकारी , एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन जैसे हार्मोंस को कंट्रोल करने , यूट्रस के स्वास्थ को को ठीक रखने , शरीर के विषाक्त पदार्थों को बाहर निकाल कर सूजन को कम करने में लाभकारी माई उपचार आयुर्वेद द्वारा निर्मित अशोकारिष्ठ का सेवन जरूर करें ।