महिलाओं को हर माह पीरियड्स से गुजरना पड़ता है. इस दौरान महिला को हाइजीन का खासतौर से ध्यान रखना चाहिए. ऐसे समय पर साफ-सफाई का ध्यान न रखने से संक्रमण होने व कई प्रकार की बीमारियों की चपेट में आने का डर बना रहता है. कुछ महिलाओं का सोचना होता है कि पीरियड के समय दिनभर में एक ही सैनिटरी पैड काफी होता है, जबकि यह सही नहीं है. साथ ही इस दौरान असुरक्षित यौन संबंध बनाने से गर्भवती होने की आशंका भी कम होती है, जबकि ऐसा सोचना भी गलत है.

आज इस लेख में हम यह जानने का प्रयास करेंगे कि पीरियड के समय महिला को क्या नहीं करना चाहिए -

पीरियड्स को ठीक करने के लिए उचित दाम पर ऑनलाइन खरीदें आयुर्वेदिक दवा कुमार्यासव.

  1. पीरियड्स में ये न करें
  2. सारांश
पीरियड्स में क्या नहीं करना चाहिए के डॉक्टर

पीरियड्स के दौरान हाइजीन को बनाए रखने व संक्रमण से बचने के लिए निम्न बातों पर ध्यान देना जरूरी है -

सैनिटरी पैड

इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि महिला पीरियड के समय सैनिटरी पैड यूज कर रही है या टैम्पोन. बस इस बात का ध्यान रखना जरूरी है कि इन्हें हर 4-6 घंटे में चेंज करते रहें. इसे लंबे समय तक यूज करने से बैक्टीरिया पैदा हो सकते हैं, जो शरीर से दुर्गंध आने का कारण बन सकते हैं. इसके अलावा, त्वचा पर रैशेज व टॉक्सिक शॉक सिंड्रोम होने की आशंका रहती है.

(और पढ़ें - पीरियड देर से आने पर क्या करें)

Women Health Supplements
₹716  ₹799  10% छूट
खरीदें

वैक्सिंग या शेविंग

पीरियड्स के दौरान योनि के आसपास वैक्सिंग या शेविंग न करने की सलाह दी जाती है. दरअसल, इस दौरान महिलाओं की स्किन काफी सेंसटिव होती है. ऐसे में वैक्सिंग कराने से स्किन को परेशानी हो सकती है. साथ ही महिलाओं को दर्द और असहज महसूस हो सकता है.

अनियमित मासिक धर्म का आयुर्वेदिक इलाज जानने के लिए कृपया यहां दिए लिंक पर क्लिक करें.

असुरक्षित यौन संबंध

ऐसा सोचना बिल्कुल गलत है कि पीरियड के समय असुरक्षित सेक्स करने से गर्भवती होने की आशंका कम होती है. इसलिए, अगर कोई महिला गर्भवती नहीं होना चाहती है, तो उसे पीरियड के समय भी कंडोम का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए. साथ ही ऐसे समय में असुरक्षित यौन संबंध बनाने से दोनों पार्टनर को कई तरह के बैक्टीरियल और संक्रमण समस्याएं पनपने का खतरा रहता है.

पीरियड्स में हैवी ब्लीडिंग का आयुर्वेदिक इलाज जानने के लिए कृपया यहां दिए लिंक पर क्लिक करें.

हाथ न धोना

पीरियड में समय-समय पर हाथ धोना जरूरी होता है. खासतौर से पैड चेंज करने के बाद महिलाओं को अच्छे से हाथ धोने चाहिए. इससे बैक्टीरियल समस्याएं होने के खतरे को कम किया जा सकता है.

आप यहां दिए लिंक पर क्लिक करके जान सकते हैं महिला बांझपन का आयुर्वेदिक इलाज क्या है.

कैफीन का सेवन

कई महिलाओं का मानना है कि पीरियड्स में दर्द होने पर चाय और कॉफी का सेवन करने से दर्द कम हो जाता है, जबकि ऐसा नहीं है. कैफीन युक्त ड्रिंक्स के सेवन से पीरियड्स में होने वाली समस्याएं बढ़ सकती हैं. पीरियड्स के दौरान अधिक मात्रा में चाय-कॉफी का सेवन करने से पेट में ऐंठन और दर्द बढ़ सकती है. साथ ही यह रक्त वाहिकाओं के संकुचन का कारण बन सकता है. इसकी वजह से महिलाओं की समस्याएं बढ़ने लगती हैं.

अगर आप सफेद पानी का आयुर्वेदिक इलाज ढूंढ रहे हैं, तो यहां दिए ब्लू लिंक पर क्लिक करें.

व्यायाम न करना

पीरियड्स में एक्सरसाइज नहीं करना चाहिए. इसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है. वहीं, ऐसे प्रमाण हैं, जिसमें साबित किया गया है कि पीरियड्स के दौरान हल्की-फुल्की एक्सरसाइज करने से महिलाओं को इस दौरान होने वाली परेशानियों से राहत मिल सकती है. बस ध्यान रखें कि इस अवधि में हैवी एक्सरसाइज न करें. इससे महिलाओं को थकान महसूस हो सकती है.

(और पढ़ें - पीरियड खुलकर न आना या कम आना )

पीरियड्स से जुड़ी ऐसी कई बाते हैं, जिनके बारे में अधिकर महिलाओं के पास गलत जानकारी है. आज भी कई महिलाएं पीरियड के समय साफ-सफाई का ध्यान नहीं रखती हैं. साथ ही दिनभर में एक ही सैनिटरी पैड से काम चलती हैं, जबकि ऐसा करने से संक्रमण होने का अंदेशा बना रहता है. उम्मीद है कि इस लेख को पढ़ने के बाद महिलाओं का यह स्पष्ट हो गया होगा कि पीरियड के समय क्या नहीं करना चाहिए.

(और पढ़ें - पीरियड्स जल्दी लाने के उपाय)

Dr. Arpan Kundu

Dr. Arpan Kundu

प्रसूति एवं स्त्री रोग
7 वर्षों का अनुभव

Dr Sujata Sinha

Dr Sujata Sinha

प्रसूति एवं स्त्री रोग
30 वर्षों का अनुभव

Dr. Pratik Shikare

Dr. Pratik Shikare

प्रसूति एवं स्त्री रोग
5 वर्षों का अनुभव

Dr. Payal Bajaj

Dr. Payal Bajaj

प्रसूति एवं स्त्री रोग
20 वर्षों का अनुभव

ऐप पर पढ़ें