महिलाओं के लिए सही ब्रा को पहनना जरूरी होता है, लेकिन ये जितना महत्वपूर्ण विषय है, उतनी ही कम इसकी चर्चा होती है। अध्ययन से पता चला है कि 70-80% महिलाएं गलत साइज की ब्रा पहनती हैं। इसकी वजह से गर्दन में दर्द, कंधे में दर्द, कमर में दर्द, यहाँ तक की सिरदर्द भी हो सकता है। अब कई डॉक्टर और फ़िज़ियोथेरेपिस्ट भी इस बात को मानने लगे हैं।
इसके अलावा सही ब्रा का चयन न करने से आपको सांस लेने में मुश्किल, किसी भी कार्य करने में असहजता, कंधों पर रैशेज और दर्द हो सकता है।
ब्रा पहनने से महिलाओं के स्तनों को आवश्यक सपोर्ट मिलता है, जिससे उनके स्तनों का आकार ठीक बना रहता है और पीठ पर अतिरिक्त बोझ भी नहीं पड़ता है। कई महिलाओं का मानना है कि जिनके स्तनों का आकार बड़ा होता है, उन महिलाओं को ही ब्रा पहनने की आवश्यकता होती है। लेकिन ये भी बिलकुल गलत है - चाहे आपके स्तन का आकार कैसा भी हो, सही साइज की ब्रा अवश्य पहननी चाहिए।
इसके पीछे का विज्ञान क्या है?
मांसपेशियों के अलावा, स्तन एक तरह के फैट से बने ऊतकों से बने होते हैं (इस वजह से जब महिलाओं का वजन कम होता है, तो स्तन का आकार भी कम हो जाता है)। स्तनों में जो मासपेशियां होती हैं, वह काफी अंदर की तरफ होती हैं, जिसकी वजह से स्तनों को उनसे ज्यादा सहारा नहीं मिलता है। इसके अलावा, पूरे स्तन में कूपर लिगमेंट (Cooper Ligament, लिगमेंट यानी स्नायु) होते हैं, लेकिन ये ज्यादा मजबूत नहीं होते।
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अगर आपने सही साइज की ब्रा नहीं पहनती, तो ये कूपर लिगमेंट ढीले पड़ने शुरू हो जाते हैं और स्तन लटकने शुरू हो जाते हैं। और इनको ठीक करने का इलाज नहीं है। लटकने के आलावा, स्तन में दर्द भी हो सकता है।
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