केवल साइनस से पीड़ित लोगों को ही वास्तविक संघर्ष का पता होता है। ये हर दिन सिर दर्द, नाक बंद, चेहरे के दर्द आदि से संघर्ष करते हैं। इससे बचने के लिए आपको खुद की स्वच्छता के साथ साथ कुछ ऐसे कदम उठाने चाहिए जिससे आप इस बीमारी के लक्षणों से आराम पा सकें। कुछ ऐसे घरेलू उपाय हैं जिनकी मदद से आप साइनस के लक्षणों को कम कर सकते हैं - (और पढ़ें – सिर दर्द के घरेलु उपाय)

  1. साइनस का देसी उपाय है सेब का सिरका - Sinus se bachne ka tarika hai apple vinegar in Hindi
  2. साइनसाइटिस का उपाय है पुदीने का तेल - Sinus se chutkara dilata hai peppermint oil in Hindi
  3. साइनस का घरेलू उपाय है तिल का तेल - Sinus ko thik kare sesame oil se in Hindi
  4. साइनस का घरेलू नुस्खा है ओरिगैनो - Sinus ka desi upay hai oregano oil in Hindi
  5. साइनस से छुटकारा पाने का उपाय है प्याज - Sinus se bachne ke upay me kare onion ka upyog in Hindi
  6. साइनस से छुटकारा पाने का तरीका है नींबू बाम - Sinus ko dur karne ke upay me kare lemon balm ka upyog in Hindi
  7. साइनस से बचने के उपाय में करें टमाटर का उपयोग - Sinus ka upay hai tomato juice in Hindi
  8. साइनस के घरेलू उपाय में करें नीलगिरी का तेल का उपयोग - Sinus ka gharelu upay hai eucalyptus oil in Hindi
  9. साइनस रोग की समस्या में है हल्दी फायदेमंद - Sinusitis ka gharelu upay hai turmeric in Hindi
  10. साइनस से छुटकारा पाने का नुस्खा है मेथी - Sinus ki problem ka nuskha hai fenugreek in Hindi
  11. अदरक है साइनस से बचने का घरेलू नुस्खा - Sinus ke liye gharelu upay ginger in Hindi
  12. लहसुन है साइनस से बचने का घरेलू उपाय - Sinus ki problem ka gharelu nuskha hai garlic in Hindi
  13. साइनस से छुटकारा पाने के लिए करें तुलसी का उपयोग - Sinusitis ke upay me kare basil ka upyog in Hindi
  14. साइनस से बचने के लिए करें जीरा का प्रयोग - Sinusitis se bachne ka tarika cumin in Hindi
  15. साइनस की सूजन में है कारगर दालचीनी - Sinus ki samasya se chutkara dilata hai cinnamon in Hindi

सेब का सिरका साइनसाइटिस के लक्षणों के उपचार में काफी उपयोगी है जैसे नाक का दर्द। आप गर्म पानी के एक गिलास में सेब के सिरके के दो बड़े चम्मच मिलाकर अपने लिए एक पेय पदार्थ तैयार कर सकते हैं। आप इसको दिन में 2-3 बार ले सकते हैं।

(और पढ़ें - दादी माँ के घरेलू नुस्खे)

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आप पुदीने के तेल का उपयोग इसकी भाप के द्वारा कर सकते हैं। यह अतिरिक्त बलगम की परत को पतला करने में मदद करेगा। इसके लिए आप एक बड़ा कटोरा लें, उसमें गर्म पानी डालें और पुदीने के तेल की 5-6 बूँदें मिलाएँ। अपने सिर को नीचे इस कटोरे के ऊपर झुकाएँ और एक तौलिया का उपयोग कर इसे ढकें और भाप लें। यह घरेलू उपचार आपको काफी हद तक राहत देगा। (और पढ़े – यह सात जड़ी बूटियाँ दिला सकती हैं आपको साइनस से छुटकारा)

तिल का तेल एक अद्धभुत तेल है जो न केवल आपके बालों को सुंदर बनाता है, बल्कि स्वास्थ्य विकारो में भी मदद करता है। यह साइनसाइटिस के उपचार में बहुत प्रभावी है। दैनिक रूप से राहत महसूस करने के लिए, आप अपनी दोनों नासिका छिद्रों में तिल के तेल की 2-4 बूँदें डालें। इससे आपको बंद नाक को खोलने और साइनस को कम करने में मदद मिलेगी। 

अजवायन (ओरिगैनो) साइनसाइटिस के उपचार के लिए अच्छा है क्योंकि यह अपने रोगाणुरोधी गुणों के कारण उन कीटाणुओं को मारने में सहायक है जो इस बीमारी का कारण हैं। अजवायन की पत्ती का तेल अपने आहार में भी शामिल कर सकते हैं, एक दैनिक आधार पर पानी के गिलास या चाय के कप में इसकी 2-3 बूँदें मिलाकर पी सकते हैं। (और पढ़ें – अजवाइन के फायदे और नुकसान)

प्याज नासिका मार्ग को साफ करने में मदद करती है। यह उन बैक्टीरिया को भी नष्ट करने में मदद करती है जो साइनस संक्रमण के कारण होते हैं। एक प्याज को काट कर उबलते पानी में डालें। 10 मिनट के लिए पानी को उबालें और उसके बाद आप एक तौलिए के साथ अपने सिर को ढक कर भाप ले सकते हैं।

नींबू बाम एक और अन्य लाभकारी वनस्पति है जो बैक्टीरिया को नष्ट करने में मदद करती है जो साइनसाइटिस को पैदा करते हैं। आप पानी में नींबू बाम की पत्तियों का उपयोग कर गरारे भी कर सकते हैं। इसके लिए आपको 10 मिनट के लिए इसकी पत्तियों को उबलने की ज़रूरत है, उसके बाद इसे छान लें। जब यह ठंडा हो जाए तो इससे आप गरारे कर सकते हैं।

टमाटर विटामिन ए से भरपूर हैं और साइनस की सूजन को ठंडा करने में मदद करते हैं। यह बलगम की परत को पतला करके नाक की रुकावट को कम करने में मदद करते हैं। आप टमाटर के रस में एक चम्मच नींबू और नमक को मिलाकर उबाल लें। इसको कुछ समय के लिए ठंडा कर पी लें। (और पढ़ें – चेहरे को साफ, सुन्दर और गोरी करने के लिए उपयोग करें टमाटर से बना द्रव)

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आप उबलते पानी की एक कटोरी में नीलगिरी के तेल की 6-7 बूँदें डाल सकते हैं। इसके बाद आप उस कटोरे में एक तौलिया डालें, उसमे पानी को सोख ले और फिर अच्छी तरह से तौलिए को निचोड़ लें। इसको अपनी नाक और माथे के क्षेत्र पर रखें। इसे तब तक ना हटाएं जब तक कि यह अपनी गर्मी ना छोड़ दे। यह बंद नाक को खोलेगा और दर्द को कम करेगा। इन घरेलू उपचारो का प्रयोग कर साइनसाइटिस की समस्या से निपटने में मदद पाएं।

हल्दी एक बहुत ही उपयोगी वनस्पति है जो विभिन्न स्वास्थ्य विकारो के इलाज में बहुत कारगर है। साइनस के लिए, यह अपने सूजन कम करने वाले गुणों के कारण बहुत अच्छा काम करती है। यह साइनस में रुकावट को दूर करने और उसे साफ करने में मदद करती है। आप हल्दी पाउडर का उपयोग अपने भोजन में भी कर सकते हैं या वैकल्पिक रूप से आप अपनी चाय में एक छोटी चम्मच हल्दी डाल कर पी सकते हैं जब तक कि आपको आराम महसूस ना हो। 

(और पढ़े – हल्दी दूध बनाने की विधि, फायदे और नुकसान)

मेथी एक बहुत प्रभावी जड़ी बूटी है जो अनेक स्वास्थ्य विकारो के लिए उपयोग की जाती है। इसके आंतरिक गुण सूजन को कम करने और जमाव से राहत दिलाते हैं। आप 15 मिनट के लिए पानी में मेथी के बीज उबालकर एक सुखदायक पेय पदार्थ तैयार कर सकते हैं। इस पानी को छानें और बेहतर स्वाद बनाने के लिए शहद की एक चम्मच मिलाएँ। दिन में दो बार इस चाय का सेवन करें। 

(और पढ़े – अदरक की चाय के फायदे)

अदरक अपने सूजन कम करने वाले गुणों के कारण साइनस के इलाज में कारगर है। यह साइनस के दबाव को भी कम करता है। आप 15 मिनट के लिए पानी में अदरक को उबाल कर पी सकते हैं। इस पानी को छानें और इसमें शहद मिलाएँ। यह हर दिन एक कप पिएँ। यह पेय समग्र चयापचय के लिए भी बेहतर है।

लहसुन सूजन कम करने वाले गुणों से युक्त है और साइनस से आराम दिलाने में मदद करता है। यह साइनस संक्रमण के पीछे जो रोगाणु हैं, उन्हें नष्ट करने में काफी प्रभावी है। आप तत्काल राहत पाने के लिए या जब भी आवश्यक हो, लहसुन-संचार पानी (10 मिनट के लिए पानी में लहसुन पेस्ट को उबाल कर तैयार करना) से भाप ले सकते हैं।

(और पढ़ें - वजन घटाने के लिए एक्सरसाइज)

तुलसी के पत्ते बैक्टीरियल-विरोधी और एंटी-फंगल होते हैं और इसलिए रोगाणुओं, जो साइनस संक्रमण का कारण होते हैं, उनको नष्ट करने की दिशा में काम करते हैं। तुलसी साइनस की सूजन को कम करती है और शीतल प्रभाव भी प्रदान करती है। आप 5-10 मिनट के लिए पानी में तुलसी के पत्ते डालकर काढ़ा तैयार कर सकते हैं। इसको छानें और दैनिक आधार पर इसका सेवन करें। आप दूध के साथ रोज़ाना 2 तुलसी कैप्सूल भी ले सकते हैं।

 

इस वनस्पति के बीज जीवाणु को मारने में मदद करते हैं जो साइनस संक्रमण का कारण बनते हैं। जीरा आम सर्दी और बंद नाक में भी प्रभावी है। आप जीरा पाउडर और शहद की एक बड़ी चम्मच हर दिन सेवन कर सकते हैं। 

(और पढ़े – जीरे के पानी के फायदे और नुकसान)

दालचीनी एक मसाला है जो सूजन के इलाज में कारगर होता हैं। आप एक चौथाई चम्मच दालचीनी पाउडर और शहद का हर दिन साथ सेवन कर सकते हैं। 

(और पढ़े – दालचीनी और शहद के फायदे)

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