स्पीच थेरेपी एक प्रकार की पुनर्वास प्रक्रिया है जो बच्चों या बड़ों में बोलने की या इससे संबंधित कोई परेशानी होने पर उसका इलाज करने के लिए की जाती है। इसकी मदद से शिशु जिनको खाना खाने में या निगलने में परेशानी है उसका भी उपचार हो सकता है।
इसके अलावा जिन बच्चों में सीखने में सामान्य परेशानी, शारीरिक विकलांगता, अटकना, कुछ उच्चारण करने में परेशानी, सुनने में परेशानी, क्लेफ्ट पेलेट (मुँह के ऊपरी होंठ या जीभ में एक जन्मजात विभाजन इसे भंग तालु या खंड तालु भी कहा जाता है), हकलाना, ऑटिस्टिक स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर (आटिज्म), डिस्लेक्सिया, आवाज से सम्बंधित परेशानी, हलके गूंगेपन इत्यादि में भी मदद मिलती है।
व्यस्क लोगों में भी अगर इस तरह की परेशानियाँ पायी जाती है या किसी दुर्घटना की वजह से ये परेशानी पैदा हो जाती है तो उसमें भी स्पीच थेरेपी मदद कर सकती है।
इस लेख में विस्तार से बताया गया है कि स्पीच थेरेपी क्या है, कैसे की जाती है और स्पीच थेरेपी के क्या तरीके होते हैं इसके साथ ही यह भी बताया गया है कि स्पीच थेरेपी के क्या फायदे या लाभ है।
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