जल चिकित्सा में उपचार के लिए शरीर के आतंरिक अंगों और बाहरी अंगों पर आवश्यकता के अनुसार तापमान पर गर्म या ठंडे पानी का उपयोग किया जाता है। जल चिकित्सा को अंग्रेजी में हाइड्रोथेरपी कहा जाता है।
हाइड्रोथेरपी में सौना, भाप स्नान, पैर स्नान, विषमता चिकित्सा (कॉन्ट्रास्ट थेरेपी), गर्म और ठंडा स्नान और वाटर थेरेपी इत्यादि उपचार शामिल हैं।
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इस लेख में विस्तार से बताया गया है कि हाइड्रो थेरेपी यानी जल चिकित्सा क्या है, कैसे की जाती है और आपको इससे क्या लाभ और नुकसान हो सकता है। इस लेख में आपको जल चिकित्सा का इतिहास भी जानने को मिलेगा।