महिलाओं में रजोनिवृत्ति के बाद महिला हार्मोन उत्पादन शरीर में प्राकृतिक रूप से नहीं हो पाता है, तब महिलाओं में महिला हार्मोन वाली दवाओं द्वारा इन हार्मोन्स को बदला जाता हैं। इसे ही हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरपी (एचआरटी) कहा जाता है।
(और पढ़े - महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए हार्मोन का महत्त्व)
हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरपी और कैंसर के उपचार के लिए की जाने वाली हार्मोन थेरेपी दोनों अलग-अलग है और इनके प्रभाव भी एकदम विपरीत है अतः दोनों के नाम से कंफ्यूज न हों।
एचआरटी का उद्देश्य हॉट फ्लैशेस और रजोनिवृत्ति के अन्य लक्षणों का इलाज करना है, सामान्य रूप से तब जब रजोनिवृत्ति के जल्दी आ जाने की स्थिति हो (45 वर्ष की आयु से पहले) या जब रजोनिवृत्ति के लक्षण अधिक गंभीर हो।
(और पढ़े - जल्दी रजोनिवृत्ति रोकने के उपाय)
इस लेख में विस्तार से बताया गया है कि हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी क्या होती है, हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी कैसे की जाती है, हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी के क्या लाभ या फायदे और नुकसान हैं। इसके साथ ही यह भी बताया गया है की क्या हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी महिलाओं में ब्रैस्ट कैंसर होने की संभावना को बढ़ा सकती है।