भारतीय समाज आज भले ही हर क्षेत्र में आगे बढ़ चुका हो, लेकिन आज भी कई ऐसे लोग मौजूद हैं जिनको पुत्री से ज्यादा पुत्र की ही चाह रहती है। शादी के बाद महिलाओं के गर्भधारण करने पर परिवार और आस पड़ोस के लोगों में एक अलग उत्सुकता देखने को मिलती है। आज भी इनमें से अधिकतर लोग चाहते हैं कि महिला पुत्र को ही जन्म दें।

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लोगों का ऐसा सोचना कई कारणों की वजह से है। लोगों को ऐसा लगता है कि लड़का वंश को आगे बढ़ाता है और बुढ़ापे का सहारा बनता है। लोगों की इसी इच्छा के चलते कई ढोंगी लोगों और वेबसाइट के द्वारा महिला को पुत्र प्राप्ति के कई उपाय बताए जाते हैं, ताकि वह उनका पालन कर पुत्र को जन्म दे सके। ऐसा कोई भी उपाय बस एक मिथक है - चाहे वो लड़का पैदा करने का घरेलू उपाय हो, या कोई दावा करे कि उनका बताया लड़का पैदा करने का तरीका चिकित्सीय विज्ञान पर आधारित है। वास्तव में इनमें से कोई भी तरीका सिद्ध नहीं हुआ है। एक दम्पति ऐसा कुछ भी नहीं कर सकता जिससे होने वाले बच्चे का लिंग सुनिश्चित किया जा सके। अगर आपको ऐसा कोई सुझाव सुनने या पढ़ने को मिले तो उसे तुरंत नकार दें और उस व्यक्ति या वेबसाइट की किसी बात पर ध्यान न दें।

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चाहे लड़का हो या लड़की, हर बच्चा भगवान की देन होता है। यह लेख केवल लोगों की उत्सुकता देख कर लिखा गया है। इसका उद्देश्य किसी को होने वाले बच्चे का लिंग सुनिश्चित करने के लिए प्रोत्साहित करना या इसका कोई तरीका बताना बिलकुल भी नहीं है।

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तो आईये बताते हैं आपको लड़का पैदा करने के घरेलू नुस्खे से जुड़े मिथक -

  1. लड़का या लड़की कैसे पैदा होता है - Ladka ya ladki kaise paida hota hai
  2. मिथक 1: लड़का पैदा करने का तरीका है सही समय पर सेक्स करना - Ladka paida karne ka tarika hai sahi samay par sex karna
  3. मिथक 2: लड़का पैदा करने का उपाय है सही सेक्स पोजीशन - Ladka paida karne ka upay hai sahi sex position
  4. मिथक 3: पुत्र प्राप्ति का उपाय है महिला का चरमसुख को पाना - Putra prapti ka upay hai mahila ka charmsukh ko pana
  5. मिथक 4: लड़का पैदा करने के लिए खाएं क्षारीय आहार - Ladka paida karne ke liye khaye kshariye aahar
  6. मिथक 5: बेटा पैदा करने का तरीका है कॉफी का सेवन - Beta paida karne ke tarika hai coffee ka sevan
  7. मिथक 6: लड़का होने के उपाय में शामिल है पोटैशियम का सेवन - Ladka hone ke upay me shamil hai potassium ka sevan
  8. मिथक 7: लड़का पैदा करने का घरेलू नुस्खा है सेक्स से पहले खांसी की दवा लेना - Ladka paida karne ka gharelu nuskha sex se pehle khansi ki dava lena
  9. मिथक 8: लड़का पैदा करने के लिए शराब से रहें दूर - Ladka paida karne ke liye sharab se rahen dur
  10. मिथक 9: पुत्र प्राप्ति के लिए करें टाइट अंतर्वस्त्र का त्याग - Ladka paida karne ka nuskha hai tight underwear na pahenna
  11. मिथक 10: लड़का पैदा करने के लिए करे चंद्रमा आधा होने पर प्रयास - Ladka paida karne ke liye kare chandrama aadha hone par prayas
  12. मिथक 11: लड़का पैदा करने की दवा लें - Ladka paida karne ki dawa lein
  13. लड़का होने के उपायों से जुड़े कुछ अन्य मिथक - Ladka hone ke upay se jude kuch anya mithak
लड़का पैदा करने के उपाय और तरीके से जुड़े मिथक के डॉक्टर

विज्ञान के मुताबिक लड़के या लड़की का जन्म एक्स (X) और वाई (Y) क्रोमोसोम पर निर्भर करता है। क्रोमोसोम एक तरह का डीएनए अणु (molecule) होता है।

महिलाओं में एक्स क्रोमोसोम होते हैं, जबकि पुरूषों के अंदर एक्स और वाई दोनों ही तरह के क्रोमोसोम होते हैं। पुरुष और महिला के संभोग के बाद जब वीर्य महिला के अंदर जाता है तब यदि महिलाओं के एक्स क्रोमोसोम से पुरुष का एक्स क्रोमोसोम मिलता है तो इस मिलन से लड़की का जन्म होता है। इसी तरह महिला के एक्स क्रोमोसोम से जब पुरूष के वाई क्रोमोसोम मिलते हैं तो इससे लड़के का जन्म होता है।

यह प्रक्रिया प्राकृतिक रूप से होती है। कोई भी किसी भी तरीके से इसको अपने अनुसार तय नहीं कर सकता।

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महिलाओं को हर माह मासिक धर्म होता है। इसके बाद से अगले मासिक धर्म की तारीख आने तक महिला के शरीर में ओवुलेशन की प्रकिया होती है। इस प्रक्रिया में महिला के शरीर में अंडा बनाता है जिससे वह गर्भधारण कर पाती है। कुछ लोगों का मानना है कि लड़का पैदा करने के लिए महिला के मासिक धर्म के बाद पुरुष को सम दिनों (even days) में ही सेक्स करना चाहिए, जैसे माहवारी के शुरू होने के 8वें, 10वें, 14वें या 16वें दिन संभोग करना चाहिए। इससे लड़का पैदा होने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं।

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इसके अलावा कई मिथक बताते हैं कि महिला की ओवुलेशन को समझने के बाद अंडा बनने से 24 घंटे पहले या 12 घंटे के बाद के समय तक ही सेक्स करने से लड़के होने की संभावनाए होती हैं। ऐसा इसीलिए माना जाता है क्योंकि लड़के के लिए जिम्मेदार वाई क्रोमोसोम का जीवन काल कम होता है। इस समय सेक्स करने से महिला के एक्स क्रोमोसोम आसानी से वाई क्रोमोसोम से मिल पाते हैं।

इसके अलावा लोगों में यह भी मान्यता है कि यदि शुक्ल पक्ष (चन्द्र मास का पहला चरण) की 6वीं, 8वीं, 12वीं, 14वीं, और 16वीं रात सेक्स किया जाए तो भी पुत्र होता है।

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यथार्थ में यह सब मात्र मिथक हैं।

कई लोगों के मन में जिज्ञासा होती है कि महिला के गर्भ में लड़का कैसे हो? इसके लिए वह कई तरह के उपायों को भी खोजते हैं। इसके लिए कई लोग बताते हैं कि सही सेक्स पोजीशन से महिला के गर्भ में लड़का हो सकता है। इसमें डॉगी पोजीशन व वो पोजीशन जिसमें महिला ऊपर होती है शामिल की जाती हैं। इसके अलावा पुरूष का महिला के ऊपर आकार सेक्स करने की पोजीशन को भी बेहतर बताया जाता है। इस तरह की पोजीशन से पुरुष का वीर्य महिलाओं की योनि में गहराई तक जा पाता है और वाई क्रोमोसोम आसानी से गर्भ में प्रवेश कर पाते हैं।

ये आश्चर्य की बात नहीं कि ये भी सिर्फ एक मिथक है। सेक्स पोजीशन का होने वाले बच्चे के लिंग पर कोई असर नहीं पड़ता है।

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समाज में यह भ्रांति है कि सेक्स के दौरान महिला यदि पुरुष से पहले चरमसुख की प्राप्ति करती है और सेक्स के दौरान ऐसा कई बार हो, तो लड़का होने की संभवनाएं बढ़ा जाती हैं। इस भ्रम के अनुसार, इससे महिलाओं का गर्भ पुत्र होने के लिए अनुकूल रूप से तैयार हो पाता है और लड़के के जन्म के अवसर में बढ़ोतरी होती है।

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कई लोग ये सवाल पूछते हैं कि लड़का पैदा करने के लिए क्या खाना चाहिए?

तो इसका जवाब मिलता है कि क्षारीय (Alkaline) भोजन लें। यानी ऐसा भोजन जिस्का शरीर पर अम्लीय असर न हो, लड़का होने के लिए बेहतर माना जाता है। इसके साथ ही यह शुक्राणु की संख्या बढ़ाने का उपाय माना जाता है। महिलाओं की योनि से गर्भाशय तक पहुंचने में पुरुष के शुक्राणुओं में लड़के के लिए जिम्मेदार तत्व योनि और गर्भाशय के अम्लीय वातावरण में 24 घंटों तक ही जीवित रह सकते हैं। इसलिए लड़का होने की संभावनाओं को बढ़ाने के लिए महिलाओं को हरी पत्तेदार सब्जियां, अंकुरित अनाज, गाजर, शकरकंद, कद्दू, मूली और फलियों, के अलावा मांसाहार का सेवन करने को कहा जाता है। ये खाद्य पदार्थ शुक्राणुओं में वाई क्रोमोसोम की संख्या को बढ़ाते हैं, इसकी वजह से महिलाओं के आहार में लड़का होने के लिए इन चीजों को शामिल करना चाहिए।

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आपको बता दें कि आहार का भी होने वाले बच्चे के लिंग पर कोई असर नहीं पड़ता है।

अगला मिथक कॉफी से सम्बंधित है। ये कहा जाता है कि जो दम्पत्ति बेटा पैदा करना चाहते हैं उनके लिए कॉफी का सेवन करना एक सरल और उपयोगी सुझाव माना जाता है। कॉफी में कैफीन की मात्रा होती है, जो लड़का पैदा होने की संभावना को बढ़ा देती है। कहा जाता है कि सेक्स से करीब आधा घंटा पहले कॉफी पी लेने से पुत्र प्राप्ति में सफलता मिलती है। इससे पुरुषों के शुक्राणुओं में लड़का होने वाले क्रोमोसोम अधिक समय तक ठीक रहते हैं। अगर पुरुष कॉफी न लें पाएं तो महिलाओं को कॉफी का सेवन करना चाहिए। इसके अलावा सेक्स के बाद महिलाओं को ठंडा पानी भी पीना चाहिए।

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इस मिथक के अनुसार पोटैशियम एक ऐसा मिनिरल हैं जिससे गर्भ में लड़का होने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं। तो लड़का होने के इस उपाय में आपको पोटैशियम युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करने को कहा जाता है। एक दिन में 300 मिलीग्राम पौटेशियम लेने से लड़का होने की संभावनाएं बढ़ जाती है। इसके लिए आपको बादाम, सेब, केला, आलू, एवोकाडो, स्ट्रॉबेरी और मछली आदि का सेवन करना चाहिए।

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बेहतर यह होगा कि आप डॉक्टर से मिलें और उनसे अपने लिए एक डाइट प्लान तैयार करवा लें। इसके अलावा आप डॉक्टर की सलाह पर ही पोटैशियम युक्त दवाओं का सेवन करें। कई अध्ययन ऐसा भी कहते हैं कि लेकिन लंबे समय तक पोटैशियम की अधिक मात्रा लेने से आपको कई अन्य तरह की परेशानियां भी हो सकती हैं।

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पुत्र प्राप्ति के तरीके में सेक्स से पहले खांसी की दवा लेने का उपाय भी सुझाया जाता है। लड़का होने के तरीकों में इसको इसलिए शामिल किया जाता है क्योंकि अधिकतर खांसी की दवाओं में गुआइफेनेसिन (guaifenesin) मौजूद होता है। इसको पीने से गर्भाशय ग्रीवा की झिल्ली और उसमें मौजूद द्रव लड़कों के वाई कोमोसोम्स के लिए अनुकूल माहौल बनाता है। जिससे वाई कोमोसोम्स महिलाओं के अंडे से मिल पाते हैं।

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इसमें कोई आश्चर्य नहीं कि ये नुस्खा बिलकुल गलत है। किसी भी दवाई को कृपया डॉक्टर की सलाह से ही लें।

लड़का पैदा करने के उपाय में बताया जाता है कि पुरुषों को शराब से दूरी बनानी चाहिए। पुरुषों के शुक्राणुओं में मौजूद वाई क्रोमोसोम एक्स के मुकाबले काफी कमजोर होते हैं। इसके कारण पुरुषों को महिला के साथ संभोग करने से पहले शराब व धूम्रपान नहीं करना चाहिए। शराब और धूम्रपान के कारण पुरुषों के वाई क्रोमोसोम नष्ट हो जाते हैं।

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इस बात की आज तक वैज्ञानिक रूप से पुष्टि नहीं हुई है। शराब पीने के नुक्सान कई हैं, लेकिन शराब की वजह से वाई क्रोमोसोम का नष्ट होना अभी तक सिद्ध नहीं हुआ है।

ऐसा कहा जाता है कि लड़का पैदा करने के तरीके में आपको टाइट अंतर्वस्त्र पहनने से भी बचना चाहिए। कहा जाता है ज्यादा टाइट अंतर्वस्त्र से पुरुषों के वाई क्रोमोसोम पर विपरीत प्रभाव पड़ता है। इसलिए जो पुरुष पैंट के नीचे टाइट अंतर्वस्त्र पहनते हैं उनको सेक्स से कुछ दिनों पहले इस तरह के अंतर्वस्त्र को पहनने से बचना चाहिए। इससे शुक्राणुओं में मौजूद वाई क्रोमोसोम सही रहते हैं।

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इस बात की कोई पुष्टि नहीं है कि टाइट अंडरवियर पहनने का संबंध पुत्री या पुत्र प्राप्ति से है। टाइट अंडरवियर के नुकसान या फायदे जो भी हो, लेकिन इसका कोई भी असर जन्म से पहले आपके बच्चे के लिंग पर नहीं पड़ता है।

लड़का पैदा करने के उपायों की पौराणिक कथाओं में यह भी बताया जाता है कि महिला और पुरुष को चंद्रमा की निश्चित स्तिथि में प्रयास करना चाहिए। इन कथाओं में बताया गया है जब चंद्रमा आधा हो, तब महिलाओं के साथ सेक्स करने से लड़के का जन्म होता है।

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चाँद, ग्रहों और सितारों का असर आपके भविष्य पर होता हो या न होता हो, लेकिन बच्चे के लिंग से तो बिलकुल भी नहीं है। ये बस एक मन को बहलाने वाली बात है जिसमें कोई सच्चाई नहीं है।  

कई लोग लड़का पैदा करने की दवा ढूंढते हैं। इसका लाभ उठाकर कई लोग गलत-सलत कुछ भी बेचते हैं।

इस बारे में ज्यादा कुछ नहीं कहा जा सकता है। आजतक लड़का पैदा करने की कोई भी दवा नहीं बनाई जा सकी है। कृपया ऐसी कोई भी चीज दवा समझ के न लें, इनसे आपको और आपके बच्चे को नुकसान हो सकता है।

ऊपर बताये पुत्र प्राप्ति के उपाय से जुड़े मिथकों के अलावा कई अन्य मिथक भी प्रचलित हैं। आइये आपको उनके बारे में बताएं, लेकिन ध्यान रहे कि इनमें से कोई भी सच नहीं है -

1. सप्ताह में 1,3,5 और 7वें दिन सेक्स करना चाहिए। इस समय पुरुषों का शुक्राणु स्वस्थ्य स्थिति में होता है। (और पढ़ें - शुक्राणु की कमी)

2. जो महिलाएं लड़का पैदा करने चाहती हैं उनको अपने नाश्ते को छोड़ना नहीं चाहिए। इससे महिलाओं को दिनभर ऊर्जा मिलती है। (और पढ़ें - नाश्ते को छोड़ने के उपाय)

3. महिलाओं का अधिक मात्रा में खाना भी लड़के होने के उपायों में शामिल किया जाता है।

4. पुत्र प्राप्ति के लिए महिला और पुरुष को अपने आहार में मटन, सूखे अंगूर और नमकीन खाने को शामिल करना चाहिए। (और पढ़ें - मीट खाने के फायदे)

5. बाई करवट सोने वाली महिला को लड़के होने की संभावनाएं अधिक होती है। (और पढ़ें - बेहतर सेक्स के लिए योग)

6. लड़का पाने के तरीकों में बताया जाता है कि पुरुषों को एसिडिटी बढ़ाने वाले आहार का सेवन करने से बचना चाहिए। (और पढ़ें - एसिडिटी के घरेलू उपाय)

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संदर्भ

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  3. Perry DF, DiPietro J, Costigan K. Are women carrying "basketballs" really having boys? Testing pregnancy folklore. Birth. 1999 Sep;26(3):172-7. PMID: 10655817
  4. ResearchGate. Sex selection drugs cause tens of thousands of stillbirths in India. [Internet]
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