आज भी कई लोग इस बात से अनजान हैं कि प्रेग्नेंट होने के लिए कब संभोग करना सही होता है. शादी के बाद भी कई महिलाओं को इस बात की जानकारी नहीं होती है कि पीरियड्स के कितने दिनों बाद या कितने दिन पहले सेक्स करने से प्रेग्नेंट होने की संभावना बढ़ती है. कई पुरुष भी इस बात से अनजान होते हैं. प्रेग्नेंट होने का समय मासिक धर्म चक्र के फर्टाइल बिंदु पर निर्भर करता है. यदि मासिक धर्म की अवधि 28 दिनों की है, तो आप आमतौर पर 14 दिन के आसपास ओव्यूलेट होती हैं, इस समय में संभोग करना सही माना जाता है. आज हम इस लेख में जानेंगे प्रेग्नेंट होने के लिए कब संभोग करना चाहिए.

(और पढ़ें - प्रेगनेंसी के लिए एग का साइज कितना होना चाहिए)

  1. प्रेग्नेंट होने के लिए कब बनाएं संबंध? - When should you have sex to get pregnant in Hindi
  2. ओवुलेशन का समय कैसे पता लगाएं?
  3. प्रेग्नेंट होने के लिए कितनी बार संभोग करना चाहिए? - How often should you have sex to get pregnant in Hindi?
  4. प्रेग्नेंट होने के कुछ अन्य उपाय - Other tips for getting pregnant in Hindi
  5. सारांश - Summary
प्रेग्नेंट होने के लिए कब संभोग करना चाहिए के डॉक्टर

प्रेग्नेंट होने के लिए पार्टनर्स का सही समय पर संबंध बनाना जरूरी होता है. आमतौर पर ऐसा कहा जाता है कि पीरियड्स के पहले दिन को काउंट करते हुए 9 वें दिन से लेकर 17वे दिन के बीच संभोग करना सही माना जाता है. रिसर्च में भी इस बात को साबित किया गया है कि प्रेग्नेंट होने के लिए कपल्स का स्वस्थ होने के साथ-साथ संबंध बनाने की स्थिति और समय भी महत्वपूर्ण होते हैं. आइए विस्तार से जानें, प्रेग्नेंट होने के लिए कब संभोग करना चाहिए.

प्रेग्नेंट होने का सबसे सही समय आपके मासिक धर्म चक्र के फर्टाइल बिंदु (fertile point) पर निर्भर करता है. फर्टाइल वे दिन होते हैं, जब महिलाओं में ओव्युलेशन की प्रक्रिया सबसे तीव्र होती है. आपकी 'फर्टाइल विंडो' में ओव्युलेशन से पांच दिन पहले और ओव्युलेशन का दिन शामिल होता है.

आपके ओव्यूलेट से दो दिन पहले और ओव्युलेशन के दिन में गर्भाधारण करने की संभावना सबसे अधिक होती है. इन दिनों संभोग करने से प्रेग्नेंट होने की संभावना सबसे अधिक होती है. ओव्युलेशन के दौरान, आपका अंडाशय एक परिपक्व अंडा (mature egg) रिलीज करता है. यह एग आपके गर्भाशय के रास्ते में फैलोपियन ट्यूब (fallopian tube) के नीचे अपना रास्ता बनाता है.

इस मार्ग पर जब शुक्राणु, एग के साथ मिलेंगे, तो उसे फर्टिलाइज कर सकते हैं. मालूम हो कि फैलोपियन ट्यूब में शुक्राणु लगभग पांच दिनों तक जीवित रह सकते हैं. इसलिए यदि आप गर्भधारण करने की कोशिश कर रही हैं, तो इस बात का ध्यान रखें कि आप ओव्यूलेट कब हो रही हैं और आपके फैलोपियन ट्यूब में शुक्राणु कितने समय तक जीवित रह सकता है. इन बातों को ध्यान रखकर संभोग करने से प्रेग्नेंसी की संभावना बढ़ सकती है.

(और पढ़ें - प्रेगनेंसी के लिए कितने शुक्राणु चाहिए)

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ओवुलेशन का समय जानने के लिए अपने पास मासिक धर्म चक्र का कैलेंडर रखें या फिर ट्रैक करने के लिए अपने मोबाइल में ऐप का इस्तेमाल करें. प्रत्येक चक्र आपकी मासिक धर्म चक्र अवधि के पहले दिन से शुरू होता है और आपकी अगली मासिक धर्म अवधि शुरू होने से एक दिन पहले समाप्त होता है. इसके लिए अपने मासिक धर्म चक्र के मध्य बिंदु की तलाश करें. उदाहरण के लिए यदि आपकी मासिक धर्म की अवधि 28 दिनों की है, तो आप आमतौर पर 14 दिन के आसपास ओव्यूलेट हो सकती हैं. बता दें, हर महिला का मासिक धर्म की अवधि और ओवुलेशन टाइम अलग-अलग होता है.

(और पढ़ें - पीरियड के कितने दिन बाद प्रेगनेंसी होती है)

ओवुलेशन का संकेत

कुछ इन संकेतों के जरिए ओवुलेशन टाइम शुरू होने का अंदाजा लगाया जा सकता है -

  • योनि स्राव में परिवर्तन - ओवुलेट का समय जानने के लिए आप अपने लक्षणों पर भी ध्यान दे सकती हैं. योनि स्त्राव में परिवर्तन होना भी ओवुलेशन का संकेत हो सकता है. ओव्युलेशन के दौरान योनि स्त्राव का बलगम साफ और गाढ़ा हो जाता है. जब यह बलगम चिकना और बहुत लचीला दिखे, तो आप समझ जाएं कि आप ओवुलेट हैं.
  • बेसल बॉडी तापमान (बीबीटी) में वृद्धि - ओव्युलेशन के दौरान महिलाओं के शरीर का तापमान तुलनात्मक रूप से बढ़ जाता है. अगर आपके शरीर के तापमान में मामूली वृद्धि दिखे, तो यह ओव्युलेशन के संकेत हो सकते हैं. हालांकि, ओव्युलेशन के कुछ दिनों बाद भी शरीर का तापमान बढ़ सकता है. ध्यान रखें कि यह संकेत सिर्फ आपको ओव्यूलेट की ओर इशारा कर सकते हैं. ओव्युलेशन की सटीक जानकारी नहीं दे सकते हैं. हालांकि, यदि आप ओवुलेट चक्रों को जानने के लिए शरीर के तापमान को ट्रैक कर सकते हैं.

कई बार आपने पढ़ा होगा कि बार-बार संभोग करने से स्पर्म की गुणवत्ता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है. कुछ अध्ययनों से यह पता चला है कि संयम के साथ 2 से 3 दिनों की अवधि के बाद एकत्र किए गए शुक्राणु की गुणवत्ता बेहतर होती है. अध्ययनों से यह भी पता चला है कि हर 1-2 दिन में सेक्स करने वाले कपल्स में गर्भधारण की दर अधिक देखी जाती है. फर्टाइल विंडो के दौरान दिन में या हर दूसरे दिन में एक बार संबंध बनाने से आपके गर्भवती होने की संभावना बढ़ सकती है.

हालांकि, ध्यान रखें कि फर्टाइल विंडो के दौरान आप कई बार संभोग करने की कोशिश कर सकते हैं, लेकिन अपने आप को एक शेड्यूल के लिए बाध्य न करें. इससे आप में अनावश्यक स्ट्रेस बढ़ सकता है. ध्यान रखें कि आदर्श संभोग की संख्या वह होती है, जिसमें आप सहज महसूस करते हैं.

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संभोग के अलावा भी कुछ ऐसे कारण होते हैं, जिससे आप प्रेग्नेंट होने की संभावना को बढ़ा सकते हैं. सेक्स के अलावा भी कुछ ऐसे कारण भी शामिल होते हैं, जिससे प्रजनन क्षमता को बढ़ाया जा सकता है.

  • ऑर्गैज्म - पुरुष के लिए अपनी महिला साथी को गर्भवती करने के लिए स्खलन (ejaculating)  काफी जरूरी होता है. हालांकि, एक महिला को गर्भवती होने के लिए चरमोत्कर्ष (क्लाइमेक्स) की आवश्यकता नहीं होती है, लेकिन महिला साथी के ओर्गास्म की गति (movement of orgasm) शुक्राणु को उनके गंतव्य के करीब ले जाने में मदद कर सकती है.
  • वजन को कंट्रोल करें - प्रजनन क्षमता को बेहतर करने के लिए वजन का नियंत्रित होना बहुत ही जरूरी होता है. अगर आप बहुत अधिक मोटे या फिर पतले हैं, तो इससे आपकी प्रजनन क्षमता प्रभावित हो सकती है.
  • धूम्रपान न करें- धूम्रपान करने वाली महिलाओं में इनफर्टिलिटी और गर्भपात की संभावना बढ़ सकती है. इसके अलावा इससे शुक्राणुओं की गतिशीलता भी कम हो सकती है. इसलिए अगर आप प्रेग्नेंट होना चाहती हैं, तो धूम्रपान से दूर रहें.
  • कैफीन सीमित मात्रा में लें - कैफीन यानि चाय और कॉफी का सेवन सीमित मात्रा में करें. एक दिन में पांच कप से अधिक कॉफी का सेवन करने से प्रजनन क्षमता कम हो सकती है.

(और पढ़ें - प्रेगनेंसी में क्या खाना चाहिए)

प्रेग्नेंट होने के लिए संभोग करने का सही समय जानना बेहद जरूरी होता है. प्रेग्नेंट होने का समय मासिक धर्म चक्र के फर्टाइल बिंदु पर निर्भर करता है. इसी से निर्धारित होता है कि आप सबसे ओव्युलेट कब हैं. वहीं, प्रजनन क्षमता को बेहतर करने के लिए महिलाओं और पुरुषों को अपने स्वास्थ्य पर भी ध्यान देने की आवश्यकता होती है.

लेकिन ध्यान रखें कि अगर आप प्रेग्नेंट होने की कोशिश कर रही हैं और किसी कारण से प्रेग्नेंट होने में परेशानी हो रही है, तो तुरंत अपना चेकअप कराएं. ताकि प्रेग्नेंट न होने का सटीक कारण समय पर पता चल सके. साथ ही इसका समय पर इलाज शुरू किया जा सके.

Dr. Arpan Kundu

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