गर्भावस्था से पहले और उसके दौरान मां और बच्चे के लिए पर्याप्त पोषण बहुत आवश्यक है। इसका दोनों के स्वास्थ्य पर बहुत प्रभाव पड़ता है। गर्भवती (धात्री) महिला विभिन्न कारकों जैसे पर्यावरणीय, आनुवंशिकी, सामाजिक और आर्थिक कारकों से प्रभावित होती है। इन सबका आपके बच्चे पर भी प्रभाव पड़ता है। इसलिए जो महिलाएं गर्भधारण से पहले अच्छी तरह से पोषित होती हैं, उनके और बच्चे के स्वास्थ्य पर इन कारकों का अधिक प्रभाव नहीं पड़ता।
पहली तिमाही में मातृ पोषण, भ्रूण के स्वास्थ्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है क्योंकि सभी न्यूरोलॉजिकल विकास तभी होते हैं। आपके शरीर में पोषण की कमी या कुपोषण से आपके बच्चे में असामान्यताएं हो सकती हैं। दूसरी ओर, अधिक वजन वाली महिलाओं को गर्भकालीन डायबिटीज और प्रेगनेंसी में हाई बीपी जैसी समस्याएं होने की संभावना होती है।
इसलिए आपको प्रेगनेंसी के दौरान सही डाइट चार्ट की जरूरत होती है, ताकि आपको और आपके गर्भ में पल रहे बच्चे की सारी पोषण सम्बन्धी आवश्यकताएं पूरी हो सकें। आगे हमने आपको ऐसे ही तीन गर्भावस्था डाइट चार्ट बताये हैं - हर तिमाही के लिए एक। साथ ही हमने यह भी बताया है कि प्रेगनेंसी में पोषक तत्वों की कितनी मात्रा लेनी चाहिए।
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