आम दिनों में आप अपने खानपान को लेकर कितनी ही बेपरवाह क्यों न हों लेकिन प्रेगनेंसी के दौरान हर महिला अपनी डाइट को लेकर बेहद सतर्क हो जाती है। कुछ भी खाने-पीने या मुंह में रखने से पहले वह दो बार जरूर सोचती है कि इसका उसकी सेहत और गर्भ में पल रहे बच्चे की सेहत पर कहीं कोई बुरा असर तो नहीं होगा। इस दौरान कई बार महिला की अपनी पसंद-नापसंद पीछे रह जाती है और उसे सिर्फ पोषक तत्वों से भरपूर वैसी हेल्दी चीजें ही खानी-पीनी पड़ती हैं जो उसके बच्चे के विकास में मदद कर सके।
गर्भावस्था की तीनों तिमाही के दौरान डॉक्टर और हेल्थ एक्सपर्ट्स के साथ ही दोस्त और रिश्तेदार भी आपको हेल्दी डाइट, फल और सब्जियों के साथ-साथ ड्राई फ्रूट्स यानी सूखे मेवे खाने की सलाह देते हैं। बादाम, काजू, किशमिश, अखरोट, पिस्ता, खजूर, खूबानी, आदि कई पोषक तत्वों से भरपूर नट्स हैं। लेकिन क्या इनमें से सभी ड्राई फ्रूट्स गर्भवती महिलाओं के लिए सुरक्षित होते हैं। आज हम ऐसे ही एक ड्राई फ्रूट की बात कर रहे हैं और वह है किशमिश। प्रेगनेंसी के दौरान किशमिश खाना चाहिए या नहीं, प्रेगनेंसी में किशमिश के फायदे और नुकसान क्या हैं, गर्भावस्था में किशमिश कैसे खाना चाहिए इस बारे में हम आपको इस आर्टिकल में बता रहे हैं।
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महिलाओं के स्वास्थ के लिए लाभकारी , एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन जैसे हार्मोंस को कंट्रोल करने , यूट्रस के स्वास्थ को को ठीक रखने , शरीर के विषाक्त पदार्थों को बाहर निकाल कर सूजन को कम करने में लाभकारी माई उपचार आयुर्वेद द्वारा निर्मित अशोकारिष्ठ का सेवन जरूर करें ।