जब कोई महिला गर्भवती होती है तो उसे सभी लोगों से कई तरह की सलाह मिलने लगती है। क्या खाना चाहिए, क्या नहीं, कैसे उठना-बैठना चाहिए, कैसे सोना चाहिए, क्या करना चाहिए और क्या नहीं। लेकिन गर्भवती महिला खुद भी अपने खाने-पीने को लेकर बेहद सतर्क रहती हैं ताकि उनके गर्भ में पल रहे शिशु को किसी तरह का कोई नुकसान न हो। इस वजह से क्या खाना चाहिए और क्या नहीं इसे लेकर अक्सर गर्भवती महिलाओं के मन में कई तरह के सवाल होते हैं। ऐसा ही एक सवाल है चीज (cheese) को लेकर।

जी हां, गर्भावस्था के दौरान बहुत सी महिलाओं को यह लगता है कि चीज उनके होने वाले बच्चे को नुकसान पहुंचा सकता है इसलिए वे चीज खाना बंद कर देती हैं खासकर सॉफ्ट चीज जैसे- ब्राइ, कैमेमबेर्ट और दानिश ब्लू चीज आदि। ऐसा इसलिए क्योंकि गर्भवती महिलाओं को अक्सर ऐसा लगता है कि प्रेगनेंसी के दौरान पेट फूलना (ब्लोटिंग), पेट में गैस होना और अपच (इन्डाइजेशन) जैसी समस्याएं होती हैं और चीज का सेवन करने से ये समस्याएं बढ़ सकती हैं और खासकर तीसरी तिमाही यानी छठे से नौवें महीने के दौरान।

(और पढ़ें: बार-बार गर्भपात हो जाता है, जानें इसका कारण और बचने के उपाय)

लेकिन यह बात पूरी तरह से मिथक है। प्रेगनेंसी के दौरान चीज का सेवन करने में किसी तरह की कोई समस्या नहीं है। लेकिन इस बात का ध्यान जरूर रखें कि सॉफ्ट चीज की बजाए हार्ड चीज का सेवन करें।

  1. प्रेगनेंसी के दौरान चीज न खाने की वजह - pregnancy me cheese na khane ki wajah
  2. प्रेगनेंसी में किस तरह की चीज का सेवन नहीं करना चाहिए? - pregnancy me kaun si cheese nahi khani chahiye?
  3. प्रेगनेंसी के दौरान किस तरह की चीज खाना सेफ है? - pregnancy me kaun si cheese safe hai?
  4. आखिर में इन बातों का रखें ध्यान - takeaway
प्रेगनेंसी के दौरान चीज खाना चाहिए या नहीं, जानें के डॉक्टर

लिस्टिरीया मोनोसाइटोजीन्स एक तरह का बैक्टीरिया है जो आमतौर पर कच्चे मांस, कच्ची सब्जियां, अपाश्चरीकृत दूध और अपाश्चरीकृत दूध से तैयार खाद्य पदार्थों में पाया जाता है और चीज इन्हीं में से एक है। लिस्टिरीया को खाना पकाना और पाश्चरीकरण की विधि द्वारा समाप्त किया जा सकता है लेकिन अगर इस प्रक्रिया से गुजरे बिना आप किसी खाद्य पदार्थ का सेवन कर लें तो यह शरीर के अंदर पहुंचकर लिस्टेरिओसिस बीमारी को जन्म दे सकता है। 

लिस्टेरिओसिस वैसे तो दुर्लभ बीमारी है लेकिन गर्भवती महिलाओं को यह बीमारी होने का खतरा अधिक होता है। इस बैक्टीरिया के संपर्क में आने के 2 से 30 दिन के अंदर लिस्टेरिओसिस के लक्षण दिखने शुरू हो जाते हैं। बीमारी के लक्षणों की बात करें 

अमेरिकन प्रेगनेंसी असोसिएशन की मानें तो लिस्टेरिओसिस वैसे तो प्रेगनेंसी के दौरान किसी भी समय हो सकता है लेकिन इसके तीसरी तिमाही यानी छठे से नौवें महीने में होने का खतरा अधिक होता है, जब महिला का इम्यून सिस्टम दबा हुआ और कमजोर होता है।

लिस्टेरिओसिस की वजह से मिसकैरेज, समय से पहले बच्चे का जन्म (प्रीमच्योर लेबर), मृत शिशु का जन्म (स्टिलबर्थ) और नवजात शिशु में इंफेक्शन होने का खतरा रहता है। अगर समय रहते लिस्टेरिओसिस का पता चल जाए तो एंटीबायोटिक्स की मदद से इसका इलाज किया जा सकता है और गर्भ में पल रहे बच्चे की सेहत खराब होने से बचाया जा सकता है।

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चूंकि लिस्टिरीया अपाश्चरीकृत दूध में पाया जाता है इसलिए इस तरह के दूध से तैयार होने वाली चीज का प्रेगनेंसी के दौरान सेवन नहीं करना चाहिए। चीज की ये वरायटीज हैं:

  • ब्राइ (brie)
  • कैमेमबर्ट
  • मोल्ड रिपेन्ड सॉफ्ट गोट चीज
  • दानिश ब्लू चीज
  • गॉरगोन्जोला
  • रोक्योफोर्ट
  • क्वेस्को फ्रेस्को
  • क्वेस्को ब्लैन्को
  • पैनेला

वैसी चीज जिन्हें पाश्चरीकृत दूध से तैयार किया जाता है और जो चीज की हार्ड वरायटी में शामिल हैं उनका सेवन प्रेगनेंसी के दौरान पूरी तरह से सुरक्षित माना जाता है। चीज की इन वरायटीज में शामिल हैं:

  • चेडार चीज
  • ऐडम
  • इम्मेंटल
  • गॉडा
  • पार्मेजान
  • जार्ल्सबर्ग
  • स्टिलटन

इसके अलावा कई तरह की चीज हैं जिनका सेवन प्रेगनेंसी के दौरान सुरक्षित माना जाता है लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि यह चीज पाश्चरीकृत दूध से तैयार किया गया हो। लिहाजा प्रेगनेंसी के दौरान अगर आप चीज खरीद रही हैं तो उसका लेबल अच्छी तरह से पढ़ें या फिर घर पर ही तैयार किए गए चीज का सेवन करें। अगर पाश्चरीकृत दूध से तैयार किया गया हो तो आप इन वरायटीज की चीज का भी सेवन प्रेगनेंसी के दौरान कर सकती हैं:

  • पनीर
  • मोजरेला
  • क्रीम चीज
  • फेटा चीज
  • क्वार्क
  • रिकोटा
  • प्रोसेस्ड चीज
  • हैलोमी
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अगर आपको चीज खाना पसंद है और आप चाहती हैं कि आप प्रेगनेंसी के दौरान भी चीज खाना जारी रखें तो इन जरूरी बातों का ध्यान रखें ताकि प्रेगनेंसी के दौरान आप और आपका होने वाला बच्चा दोनों सुरक्षित रहे:

  • चीज खरीदते वक्त इस बात का ध्यान रखें कि आप सिर्फ हार्ड चीज या फिर पाश्चरीकृत दूध से तैयार किया गया चीज ही खरीदें। हार्ड चीज पका हुआ और पुराना होता है और छूने पर वह कड़ा महसूस होता है उन सॉफ्ट चीज की तुलना में जो छूने पर क्रीमी या मखमली टेक्सचर के होते हैं।
  • पनीर की ही तरह घर पर चीज तैयार करना भी बेहद आसान है। ऐसे में अगर आपको बाजार से खरीदकर लाए गए चीज पर यकीन न हो तो उसे घर पर ही तैयार कर लें।
  • प्रेगनेंसी के दौरान घर के बाहर रेस्तरां या कैफे में चीज वाले खाद्य पदार्थ न खाएं क्योंकि आपको पता नहीं कि आप जो चीज खा रही हैं वह पाश्चरीकृत दूध से तैयार किया गया है या अपाश्चरीकृत दूध से।
  • अगर आप किसी पार्टी या गेट-टू-गेदर में शामिल हो रही हैं तो वहां भी चीज से दूर ही रहें।
  • अगर आपको खुद में लिस्टेरिओसिस के कोई भी लक्षण नजर आएं तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

(और पढ़ें: केमिकल प्रेगनेंसी क्या है, जानें लक्षण, कारण, इलाज)

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संदर्भ

  1. National Health Service [Internet]. UK; Why can't I eat soft cheeses during pregnancy?
  2. National Health Service [Internet]. UK; Are hard cheeses safe to eat during pregnancy?
  3. American Pregnancy Association [Internet]. Irving, Texas, USA; Listeria And Pregnancy
  4. Nemours Children’s Health System [Internet]. Jacksonville (FL): The Nemours Foundation; c2017. Why Are Pregnant Women Told to Avoid Feta Cheese?
  5. Tam, Carolyn. et al. Food-borne illnesses during pregnancy: Prevention and treatment. Can Fam Physician. 2010 Apr; 56(4): 341–343. PMID: 20393091
  6. Taylor, Marsha and Galanis, Eleni. Food safety during pregnancy. Can Fam Physician. 2010 Aug; 56(8): 750–751. PMID: 20705876
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