महिला के गर्भधारण करने के बाद गर्भाशय में एक तरल पदार्थ का निर्माण होना शुरू होता है. इसे एमनियोटिक फ्लूड कहा जाता है. शिशु के स्वास्थ्य व उसके विकास के लिए इस एमनियोटिक फ्लूड का सही मात्रा में होना जरूरी है. इसके कम या ज्यादा होने से शिशु को कई तरह की समस्या हो सकती हैं. इसके लिए डॉक्टर से रेगुलर चेकअप कराते रहना जरूरी, ताकि कुछ परेशानी होने पर समय पर पता लग सकें.
आज इस लेख में आप जानेंगे कि एमनियोटिक फ्लूड कितना होना चाहिए और इसके कम या ज्यादा होने से क्या होता है -
(और पढ़ें - प्रेगनेंसी में होने वाली समस्याएं)