हम बचपन से बड़े होने तक रोज़ कुछ न कुछ नया सीखते रहते हैं लेकिन बचपन में सिखाई गईं अच्छी आदतें हमे ताउम्र याद रहती हैं। इन आदतों से ही हमारा हर क्षेत्र में विकास होना शुरू हो जाता है। लेकिन चार साल का बच्चा इतना समझदार नहीं होता कि वो खुद से इन सब अच्छी आदतों को सीख सकें। ऐसे में माता-पिता की ज़िम्मेदारी होती है कि वे अपने बच्चों में अच्छी आदतों को डालें।

तो आज हम आपको एफएसएसएआई (FSSAI - Food Safety and Standards Authority of India) द्वारा प्रकाशित येलो बुक (yellow book) में बच्चों के लिए बताई गयी अच्छी आदतों को बताने वाले हैं। इनकी मदद से आप अपने बच्चो को निम्नलिखित आदतें सिखा सकते हैं।

ये जानकारी 4 से 7 साल के बच्चों के लिए उपयुक्त है, और आप तक एफएसएसएआई के सौजन्य से पहुंचाई जा रही है -

  1. बच्चों को कीटाणुओं के बारे में बताएं - Teach your child about germs in Hindi
  2. अपने बच्चों को अच्छी आदतें सिखाएं - Teach your child good habits in Hindi
  3. अपने बच्चों को बताएं कि कीटाणु कैसे फैलते हैं - Teach your child how germs spread in Hindi
  4. अपने बच्चों को अच्छे से हाथ धोने की आदत सिखाएं - Teach your child how to wash their hands properly in Hindi
  5. अपने बच्चों को अच्छे से दांत साफ़ करना सिखायें - Teach your child how to brush their teeth properly in Hindi
  6. बच्चों को शारीरिक रूप से स्वस्थ रहना सिखाएं - Encourage your child to be physically active in Hindi
  7. बच्चों की अच्छी आदतों से जुड़ा स्कोर कार्ड - Health Score card for children in Hindi

बच्चों को कीटाणुओं के बारे में जागरूक करना ज़रूरी है। निम्लिखित कुछ ऐसी सरल बातें हैं जो बच्चों को पता होनी चाहिए -

  1. कीटाणु दिखने में बेहद छोटे जीव होते हैं।
  2. यह हर जगह मौजूद होते हैं।
  3. इन्हें हमारे लिए देखना नामुमकिन होता है।
  4. उनके पंख या पैर नहीं होते लेकिन आसानी से ये आप तक या सब जगह पहुंच सकते हैं।
  5. हमारे आसपास मौजूद कीटाणु हमें बीमार कर सकते हैं।
  6. अगर इन्हें खाना, पानी या अन्य गर्माहट वाली जगह मिले तो ये वहां बेहद तेज़ी से फैलते हैं।

ज़रूरी बात - 

करोड़ों कीटाणु हमारी उँगलियों और कोहनी में जमा होते हैं। सबसे ज़्यादा ज़रूरी है कि माता पिता अपने बच्चों की साफ़ सफाई पर ध्यान दें। हाथों की सफाई के साथ साथ पूरे शरीर को भी स्वच्छ रखें वरना कीटाणु आपसे होते हुए किसी और तक भी पहुंच सकते हैं।

Baby Massage Oil
₹198  ₹280  29% छूट
खरीदें

निम्नलिखित कुछ ऐसी आदतें हैं जो अगर बचपन से ही बच्चे दाल लें तो उन्हें ज़िन्दगी भर स्वस्थ रहने में मदद करेंगी। यह सभी आदतें उन्हें अभी से ही सिखाएं - 

  1. अपने बच्चों को टॉयलेट का इस्तेमाल करने के बाद हाथ धोना ज़रूर सिखाएं।
  2. रोज़ नहाने की आदत डलवाएं।
  3. बच्चों को स्वच्छ कपड़े और जूते पहनने की अहमियत समझाएं।
  4. बालों को अच्छे से धोना और कंघी करना सिखाएं।
  5. नहाते समय उन्हें सिखाएं कि हाथ पैरों के साथ साथ अपने कान, नाक और आंख भी अच्छे से साफ़ करें।
  6. दिन में दो बार ब्रश करने की आदत उनमें विकसित करें।
  7. नाखूनों को नियमित रूप से काटना सिखाएं।
  8. सिखाएं कि चोट या घाव को हमेशा ढक कर रखें।  

बच्चों को बताएं कि ये पांच चीज़े हैं जो कीटाणुओं को फैलाती हैं –

  1. दूषित खाना - सफाई से ना संभाले गए खाने और पानी में कीटाणु आ सकते हैं, जो आसानी से फैलते हैं। साथ ही बीमार पशु या उनके उत्पाद की वजह से भी खाद्य पदार्थ कीटाणुग्रस्त होते हैं।
  2. गंदे हाथ - बिना धुले हाथ और गंदे नाखूनों में भी कीटाणु मौजूद होते हैं।
  3. मल - अगर खाद्य पदार्थ गंदे पानी से धुले हों या इन्हे बिना धुले हाथों से छुआ गया होता है, तो उनमें कीटाणु पनप सकते हैं।
  4. फोमाइट्स - बिना धुले बर्तनों, उपकरणों, दरवाज़ों, नलकों, तौलियों आदि पर कीटाणु मौजूद होते हैं, जहां से यह आसानी से फैलते हैं।
  5. कीड़े-मक्खियाँ - मक्खी, कॉकरोच, चूहे और पालतू जानवरों से कीटाणु बहुत जल्दी फैलते हैं।
Badam Rogan Oil
₹349  ₹599  41% छूट
खरीदें

बच्चों को हाथों को अच्छे से हाथ साफ़ करना सिखाना बहुत ज़रूरी हैं क्योंकि कई बीमारियां गंदे हाथों से खाये भोजन से ही होती हैं। तो हाथों में छुपे कीटाणुओं को हटाने के लिए सही ढंग से हाथ धोने की विधि इस प्रकार है, इसे बच्चों को ज़रूर सिखाएं –

  1. साबुन लेकर हथेलियों को साफ़ करें।
  2. हल्के हल्के उँगलियों को और उनके बीच रगड़ें।
  3. हाथों के पीछे और फिरसे उँगलियों के बीच हल्के हल्के रगड़ें।
  4. अंगूठों को रगड़ें।
  5. उँगलियों के पीछे साफ़ करें।
  6. नाखूनों को हथेलियों पर रगड़ कर साफ़ करें।
  7. फिर कलाई को साफ़ करें।
  8. अब हाथों को पानी से धो लें और किसी स्वच्छ तौलिये या टिश्यू पेपर से अपने हाथों को सुखाएं।

बच्चों को दंत स्वास्थ्य के बारे में बताएं। उन्हें बताएं कि कैविटी से बचना ज़रूरी है क्योंकि इनकी वजह से होती हैं ये परेशानियां -

  1. दांतों में दर्द।
  2. इन्फेक्शन और दांत टूटना।
  3. सांस से बदबू। 

(और पढ़ें - बच्चों को कैविटी से कैसे बचाएं)

कैविटी से बचने के आसान उपाय हो नियमित रूप से और सही तरीके से ब्रश करना। तो अपने बच्चों को ब्रश करने का सही तरीका ज़रूर सिखाएं -

  1. अपने बच्चों को दिन में दो बार ब्रश करने की आदत डलवाएं।
  2. दांतों के बीच भी ब्रश ज़रूर करना सिखाएं क्योंकि दांतो के बीच फसे खाने से कैविटी हो सकती हैं।
  3. उन्हें बताएं कि ज़्यादा रगड़ कर ब्रश ना करें क्योंकि इससे दांत कमज़ोर पड़ सकते हैं।
  4. कम से कम तीन मिनट तक ब्रश आराम आराम से सब तरफ से ज़रूर करें।
  5. दांतों के साथ साथ जीभ को भी साफ़ करें।

बच्चों के सोने और व्यायाम से संबंधित ज़रूरी बातें -

  1. रात को समय पर सोने की आदत डलवाएं, जिससे उनकी आठ घंटे की नींद पूरी हो और पूरे दिन के लिए वे चुस्त रहें।
  2. चुस्त रहने के लिए रोज़ाना व्यायाम करने की आदत उनमे विकसित करें।
  3. इसके अलावा उनमे अन्य आदत डालें जैसे गाना गाना, डांस, स्विमिंग आदि।

अपने बच्चों को ये ज़रूरी आदते भी सिखाएं -

  1. अगर आपका बच्चा स्कूल में हैं और उधर ऐसा महसूस कर रहा है  कि उसकी तबियत खराब हो सकती है, तो उसे सिखाएं कि ऐसे में उसे तुरंत अपने टीचर को बताना चाहिए।
  2. उल्टी, बुखार या अन्य बिमारी में बच्चे को स्कूल न भेजें।

बच्चों के साथ ये "स्कोर कार्ड" शेयर करें जिससे वे और आप उनके स्वास्थ्य के लिए सारी अच्छी आदतों का ध्यान रख सकें - 

  • सर्दी हो या गर्मी मैं रोज़ाना नहाती हूँ या नहाता हूँ।
  • मैं ठंड में भी नहाती हूँ या नहाता हूँ।
  • जब मझे जुकाम होता है में तब भी नहाता हूँ या नहाती हूँ।
  • मैं पूरे दिन में दो बार ब्रश ज़रूर करता हूँ या करती हूँ।
  • मैं टंग क्लीनर से अपनी जीभ साफ़ करता हूँ या करती हूँ।
  • मैं रोज़ाना टॉयलेट जाती हूँ या जाता हूँ।
  • मैं अपने हाथों को रोज़ाना साबुन से धोता हूँ या धोती हूँ।
  • मैं रोज़ाना साफ़ और इस्त्री करे कपडे पहनता हूँ या पहनती हूँ।
  • मैं अपने जूतों को रोज़ाना साफ़ करती या करता हूँ।
  • मैं अपने बालों को रोज़ धोकर अच्छे से कोंब करता हूँ या करती हूँ।
  • नहाते समय मैं अपनी नाक को रोज़ाना साफ़ करता हूँ या करती हूँ।
  • नियमित रूप से अपने नाखूनों को काटता या काटती हूँ और साफ़ रखता या रखती हूँ।

बच्चों को सिखाएं अच्छी सेहत के लिए अच्छी आदतें सम्बंधित चित्र

ऐप पर पढ़ें