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Paurush Jeevan Capsules बिना डॉक्टर के पर्चे द्वारा मिलने वाली आयुर्वेदिक दवा है, जो मुख्यतः लिवर रोग के इलाज के लिए उपयोग किया जाता है। इसके अलावा Paurush Jeevan Capsules का उपयोग कुछ दूसरी समस्याओं के लिए भी किया जा सकता है। इनके बारे में नीचे विस्तार से जानकारी दी गयी है। Paurush Jeevan Capsules के मुख्य घटक हैं आंवला, अश्वगंधा, अर्जुन, हरीतकी (हरड़), कूर्ची जिनकी प्रकृति और गुणों के बारे में नीचे बताया गया है। Paurush Jeevan Capsules की उचित खुराक मरीज की उम्र, लिंग और उसके स्वास्थ्य संबंधी पिछली समस्याओं पर निर्भर करती है। यह जानकारी विस्तार से खुराक वाले भाग में दी गई है।
पुरूष जिवान का निर्माण देव फार्मेसी द्वरा किया गया है। यह शरीर को स्वस्थ, ऊर्जावान, सक्रिय और फिट बनाता है और मानसिक थकावट को दूर करके आपको नव जीवन प्रदान करता है। थकावट और आलस का एक महत्वपूर्ण कारण शरीर में प्रोटीन (protines), फैट (fat), नुट्रिएंट्स (nutrients) और सुगर (sugar) की कमी हो सकता है। यह कैप्सूल्स कलेजे में बन रहे बिले जूस (bile juice) की मात्रा बढ़ता है और फैट्स (fats) को पचने में मदद करता है।
पुरूष जिवन कैप्सूल पित्त के रस को मुक्त करने में लिवर के काम को बढ़ाता है जो बदले में वसा की बेहतर पाचन में मदद करता है। शरीर में वसा का यह उचित पाचन आपको ऊर्जावान बनाता है और अत्यधिक वसा संचय के कारण हो रहे आलस को दूर करता है।
पौरुष जीवन उन लोगों के लिए बहुत प्रभावी है जो अच्छे आहार के बावजूद कमज़ोर, दुबले और पतले शरीर से पीड़ित हैं, पूरे दिन मानसिक और शारीरिक श्रम करना चाहते हैं, लेकिन हर समय कमजोरी महसूस करते हैं या आंखों के पास खोखलापन, वज़न का लगातर घटना और चक्कर आना महसूस करते हैं।
ये परेशानी तब होती है जब शरीर भोजन से पोषक तत्वों को अवशोषित करने में असमर्थ होता है। पौरुष जीवन में मौजूद जड़ी-बूटियां शरीर में आवश्यक हिस्सों पर काम करती हैं और उनके उचित कार्य के लिए उन्हें उत्तेजित करने में उनकी सहायता करता है।
आंवला |
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अश्वगंधा |
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अर्जुन |
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हरीतकी (हरड़) |
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कूर्ची |
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Paurush Jiwan Capsule 60s इन बिमारियों के इलाज में काम आती है -
मुख्य लाभ
अन्य लाभ
यह अधिकतर मामलों में दी जाने वाली Paurush Jiwan Capsule 60s की खुराक है। कृपया याद रखें कि हर रोगी और उनका मामला अलग हो सकता है। इसलिए रोग, दवाई देने के तरीके, रोगी की आयु, रोगी का चिकित्सा इतिहास और अन्य कारकों के आधार पर Paurush Jiwan Capsule 60s की खुराक अलग हो सकती है।
आयु वर्ग | खुराक |
व्यस्क |
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बुजुर्ग |
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चिकित्सा साहित्य में Paurush Jeevan Capsules के दुष्प्रभावों के बारे में कोई सूचना नहीं मिली है। हालांकि, Paurush Jeevan Capsules का इस्तेमाल करने से पहले हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह-मशविरा जरूर करें।
क्या Paurush Jiwan Capsule 60s का उपयोग गर्भवती महिला के लिए ठीक है?
प्रेग्नेंट महिलाएं भी Paurush Jeevan Capsules का सेवन कर सकती हैं।
क्या Paurush Jiwan Capsule 60s का उपयोग स्तनपान करने वाली महिलाओं के लिए ठीक है?
स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए Paurush Jeevan Capsules सही और सुरक्षित है।
Paurush Jiwan Capsule 60s का पेट पर क्या असर होता है?
Paurush Jeevan Capsules के इस्तेमाल से पेट को किसी तरह का नुकसान नहीं होता।
क्या Paurush Jiwan Capsule 60s का उपयोग बच्चों के लिए ठीक है?
शोध उपलब्ध न होने की वजह से Paurush Jeevan Capsules का बच्चों पर क्या असर होता है इस बारे में कोई जानकारी नहीं है।
क्या Paurush Jiwan Capsule 60s का उपयोग शराब का सेवन करने वालों के लिए सही है
रिसर्च न होने के कारण Paurush Jeevan Capsules के नुकसान के विषय में पूर्ण जानकारी मौजूद नहीं है। अतः डॉक्टर की सलाह पर ही इसको लें।
क्या Paurush Jiwan Capsule 60s शरीर को सुस्त तो नहीं कर देती है?
Paurush Jeevan Capsules के सेवन के बाद चक्कर आना या झपकी आना जैसी दिक्कतें नहीं होती हैं। इसलिए आप वाहन चला सकते हैं या मशीनरी का इस्तेमाल भी कर सकते हैं।
क्या Paurush Jiwan Capsule 60s का उपयोग करने से आदत तो नहीं लग जाती है?
नहीं, Paurush Jeevan Capsules को लेने के बाद आपको इसकी आदत नहीं पड़ती है।
डॉक्टर ने जितनी खुराक बताई है उतनी ही ले, उससे ज़्यादा खुराक लेने से यह ज़हर का काम कर सकती है या कोई गंभीर समस्या हो सकती है या फिर अधिक मात्रा में खुराक लेने से यह जल्दी असर नहीं करेगी।
हाँ,पौरुष जीवन कैप्सूल उपयोग करने से वजन बढ़ता है।
यदि आपको खुराक याद आती है, तो जैसे ही आप ध्यान दें, इसका उपयोग करें। यदि यह आपकी अगली खुराक के समय के करीब है, तो मिस्ड खुराक छोड़ें और अपना खुराक सचेडूले फिर से शुरू करें। मिस्ड खुराक के लिए अतिरिक्त खुराक का उपयोग न करें।
मासिक धर्म के दौरान यह अतिरिक्त खून बहने से ग्रस्त महिलाओं, ल्यूकेमिया, पीठ दर्द, अंगों में खुजली, चक्कर आना, उदासीनता, असंतोष, जलन, उथल-पुथल महसूस होने पर यह बहुत प्रभावी है।
इस जानकारी के लेखक है -
BAMS, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी, डर्माटोलॉजी, मनोचिकित्सा, आयुर्वेद, सेक्सोलोजी, मधुमेह चिकित्सक
10 वर्षों का अनुभव
संदर्भ
Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. Volume 1. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1986: Page No 5-8
Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. Volume- I. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1999: Page No 19-20
Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume- II. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1999: Page No 17-18
Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 1. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1986: Page No 62-63