ऑफर - Urjas Oil सिर्फ ₹ 1 में X
Dhootapapeshwar Laxmivilas (Naradeeya) बिना डॉक्टर के पर्चे द्वारा मिलने वाली आयुर्वेदिक दवा है, जो मुख्यतः हृदय रोग, खांसी के इलाज के लिए उपयोग किया जाता है। इसके अलावा Dhootapapeshwar Laxmivilas (Naradeeya) का उपयोग कुछ दूसरी समस्याओं के लिए भी किया जा सकता है। इनके बारे में नीचे विस्तार से जानकारी दी गयी है। Dhootapapeshwar Laxmivilas (Naradeeya) के मुख्य घटक हैं गोखरू, शतावरी, अभ्रक भस्म जिनकी प्रकृति और गुणों के बारे में नीचे बताया गया है। Dhootapapeshwar Laxmivilas (Naradeeya) की उचित खुराक मरीज की उम्र, लिंग और उसके स्वास्थ्य संबंधी पिछली समस्याओं पर निर्भर करती है। यह जानकारी विस्तार से खुराक वाले भाग में दी गई है।
गोखरू |
|
शतावरी |
|
अभ्रक भस्म |
|
Dhootapapeshwar Laxmivilas (Naradeeya) Raskalp (20) इन बिमारियों के इलाज में काम आती है -
मुख्य लाभ
अन्य लाभ
यह अधिकतर मामलों में दी जाने वाली Dhootapapeshwar Laxmivilas (Naradeeya) Raskalp (20) की खुराक है। कृपया याद रखें कि हर रोगी और उनका मामला अलग हो सकता है। इसलिए रोग, दवाई देने के तरीके, रोगी की आयु, रोगी का चिकित्सा इतिहास और अन्य कारकों के आधार पर Dhootapapeshwar Laxmivilas (Naradeeya) Raskalp (20) की खुराक अलग हो सकती है।
आयु वर्ग | खुराक |
व्यस्क |
|
बुजुर्ग |
|
चिकित्सा साहित्य में Dhootapapeshwar Laxmivilas (Naradeeya) के दुष्प्रभावों के बारे में कोई सूचना नहीं मिली है। हालांकि, Dhootapapeshwar Laxmivilas (Naradeeya) का इस्तेमाल करने से पहले हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह-मशविरा जरूर करें।
क्या Dhootapapeshwar Laxmivilas (Naradeeya) Raskalp (20) का उपयोग गर्भवती महिला के लिए ठीक है?
रिसर्च कार्य न हो पाने के कारण Dhootapapeshwar Laxmivilas (Naradeeya) के लेने या न लेने के दुष्प्रभावों के बारे में कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है।
क्या Dhootapapeshwar Laxmivilas (Naradeeya) Raskalp (20) का उपयोग स्तनपान करने वाली महिलाओं के लिए ठीक है?
कुछ समय से स्तनपान कराने वाली महिला को Dhootapapeshwar Laxmivilas (Naradeeya) से किस तरह के प्रभाव होंगे, इस विषय पर किसी भी विशेषज्ञ का कोई मत नहीं हैं। इसलिए डॉक्टर से परार्मश के बाद ही इसका सेवन करें।
Dhootapapeshwar Laxmivilas (Naradeeya) Raskalp (20) का पेट पर क्या असर होता है?
Dhootapapeshwar Laxmivilas (Naradeeya) का पेट पर कोई दुष्प्रभाव नहीं होता।
क्या Dhootapapeshwar Laxmivilas (Naradeeya) Raskalp (20) का उपयोग बच्चों के लिए ठीक है?
बच्चों में Dhootapapeshwar Laxmivilas (Naradeeya) के इस्तेमाल की अनुमति नहीं है।
क्या Dhootapapeshwar Laxmivilas (Naradeeya) Raskalp (20) का उपयोग शराब का सेवन करने वालों के लिए सही है
इसके बारे में फिलहाल कोई शोध कार्य नहीं किया गया है। सही जानकारी मौजूद न होने की वजह से Dhootapapeshwar Laxmivilas (Naradeeya) का क्या असर होगा इस विषय पर अनुमान लगा पाना मुश्किल होगा।
क्या Dhootapapeshwar Laxmivilas (Naradeeya) Raskalp (20) शरीर को सुस्त तो नहीं कर देती है?
आप वाहन चला सकते हैं या कोई भारी मशीन से जुड़ा काम कर सकते हैं। क्योंकि Dhootapapeshwar Laxmivilas (Naradeeya) लेने के बाद क्योंकि आपको नींद नहीं आएगी।
क्या Dhootapapeshwar Laxmivilas (Naradeeya) Raskalp (20) का उपयोग करने से आदत तो नहीं लग जाती है?
नहीं, Dhootapapeshwar Laxmivilas (Naradeeya) लेने से कोई लत नहीं पड़ती। फिर भी, जरूरत पड़ने पर डॉक्टर की सलाह पर ही Dhootapapeshwar Laxmivilas (Naradeeya) का इस्तेमाल करें।
आप Dhootapapeshwar Laxmivilas (Naradeeya) Raskalp (20) को निम्नलिखित के साथ ले सकते है:
क्या Dhootapapeshwar Laxmivilas (Naradeeya) Raskalp (20) को दूध के साथ ले सकते है?
Dhootapapeshwar Laxmivilas (Naradeeya) Raskalp (20) को दूध के साथ भी लिया जा सकता है।
क्या Dhootapapeshwar Laxmivilas (Naradeeya) Raskalp (20) को शहद के साथ ले सकते है?
हां, शहद के साथ Dhootapapeshwar Laxmivilas (Naradeeya) Raskalp (20) का उपयोग करना सुरक्षित है।
क्या Dhootapapeshwar Laxmivilas (Naradeeya) Raskalp (20) को गुनगुना पानी के साथ ले सकते है?
Dhootapapeshwar Laxmivilas (Naradeeya) Raskalp (20) लेने के लिए आप गुनगुने पानी का उपयोग कर सकते हैं; यह बिल्कुल सुरक्षित है।
इस जानकारी के लेखक है -
BAMS, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी, डर्माटोलॉजी, मनोचिकित्सा, आयुर्वेद, सेक्सोलोजी, मधुमेह चिकित्सक
10 वर्षों का अनुभव
संदर्भ
Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. Volume- I. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1999: Page No 49-52
Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 4. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 2004: Page No 122 - 123