New Year Bumper Sale @ Rs. 1 X
D Met डॉक्टर के पर्चे द्वारा मिलने वाली दवा है, जो टैबलेट के रूप में उपलब्ध है। शुगर के लिए मुख्य रूप से इस्तेमाल की जाती है।
D Met को कितनी मात्रा में लेना है, यह पूर्ण रूप से रोगी के वजन, लिंग, आयु और पिछले चिकित्सकीय इतिहास पर निर्भर करता है। यह दवा कितनी मात्रा में दी जानी चाहिए यह इस आधार पर भी निर्भर करता है कि मरीज की मूल समस्या क्या है और दवा को किस रूप में दिया जा रहा है। इस बारे में और अधिक जानने के लिए खुराक वाले खंड में पढ़ें।
D Met के कुछ साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं, जैसे पेट खराब , पेशाब करने में कठिनाई आदि। D Met के कुछ अन्य नुकसान भी हैं जो साइड इफेक्ट के खंड में लिखे गए हैं। D Met के ये दुष्प्रभाव आमतौर पर अस्थायी होते हैं और इलाज के पूरा होने के साथ ही समाप्त हो जाते हैं। अगर ये दुष्प्रभाव और ज्यादा बिगड़ जाते हैं या ठीक नहीं होते तो अपने डॉक्टर से तुरंत बात करें।
इसके अलावा D Met को गर्भावस्था के दौरान लेने पर प्रभाव हल्का होता है और स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए इसका प्रभाव मध्यम है। आगे D Met से जुड़ी चेतावनियों के सेक्शन में बताया गया है कि D Met का लिवर, हार्ट, किडनी पर क्या असर होता है।
अगर आपको पहले से कंजेस्टिव हार्ट फेलियर, एनीमिया, शॉक जैसी कोई समस्या है, तो D Met देने की सलाह नहीं दी जाती क्योंकि इसके दुष्प्रभाव पड़ सकते हैं। आगे ऐसी अन्य समस्याएं भी बताई गई हैं जिनमें D Met लेने से आपको दुष्प्रभाव अनुभव हो सकते हैं।
इन उपरोक्त परिस्थितियों के अलावा D Met कुछ अन्य दवाओं के साथ लिए जाने पर गंभीर प्रतिक्रिया कर सकती है। इन प्रतिक्रियाओं की विस्तृत सूची नीचे दी गई है।
ऊपर बताई गई सावधानियों के अलावा यह भी ध्यान में रखें कि वाहन चलाते वक्त D Met लेना सुरक्षित है, साथ ही इसकी लत पड़ सकती है।
D Met इन बिमारियों के इलाज में काम आती है -
मुख्य लाभ
यह अधिकतर मामलों में दी जाने वाली D Met की खुराक है। कृपया याद रखें कि हर रोगी और उनका मामला अलग हो सकता है। इसलिए रोग, दवाई देने के तरीके, रोगी की आयु, रोगी का चिकित्सा इतिहास और अन्य कारकों के आधार पर D Met की खुराक अलग हो सकती है।
दवाई की खुराक बीमारी और उम्र के हिसाब से जानें
आयु वर्ग | खुराक |
व्यस्क |
|
बुजुर्ग |
|
किशोरावस्था(13 से 18 वर्ष) |
|
बच्चे(2 से 12 वर्ष) |
|
रिसर्च के आधार पे D Met के निम्न साइड इफेक्ट्स देखे गए हैं -
गंभीर
मध्यम
हल्का
सामान्य
क्या D Met का उपयोग गर्भवती महिला के लिए ठीक है?
D Met को प्रेग्नेंट महिलाएं बिना डॉक्टरी सलाह के भी ले सकती हैं। इसके हानिकारक प्रभाव बेहद ही कम होते हैं।
क्या D Met का उपयोग स्तनपान करने वाली महिलाओं के लिए ठीक है?
स्तनपान कराने वाली स्त्रियों के शरीर पर D Met के विपरीत प्रभाव हो सकते हैं, इसलिए ऐसा ही कोई संकेत आपके शरीर में भी देखने को मिले तो आप दवा लेना बंद कर दें। इस बारे में डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
D Met का प्रभाव गुर्दे पर क्या होता है?
D Met का किडनी पर कोई दुष्प्रभाव नहीं होता।
D Met का जिगर (लिवर) पर क्या असर होता है?
D Met खाने से आपके लीवर पर किसी भी तरह का नुकसान नहीं पहुंचेगा।
क्या ह्रदय पर D Met का प्रभाव पड़ता है?
हृदय के लिए D Met हानिकारक नहीं है।
D Met को इन दवाइयों के साथ लेने से गंभीर दुष्प्रभाव या साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं -
गंभीर
मध्यम
अगर आपको इनमें से कोई भी रोग है तो, D Met को न लें क्योंकि इससे आपकी स्थिति और बिगड़ सकती है। अगर आपके डॉक्टर उचित समझें तो आप इन रोग से ग्रसित होने के बावजूद D Met ले सकते हैं -
क्या D Met आदत या लत बन सकती है?
नहीं, D Met लेने से कोई लत नहीं पड़ती। फिर भी, जरूरत पड़ने पर डॉक्टर की सलाह पर ही D Met का इस्तेमाल करें।
क्या D Met को लेते समय गाड़ी चलाना या कैसी भी बड़ी मशीन संचालित करना सुरक्षित है?
हां, D Met को लेने के बाद आपको चक्कर या नींद नहीं आती है, तो आप वाहन को चलाने व मशीन पर काम करने का काम भी कर सकते हैं।
क्या D Met को लेना सुरखित है?
हां, डॉक्टरी सलाह के बाद।
क्या मनोवैज्ञानिक विकार या मानसिक समस्याओं के इलाज में D Met इस्तेमाल की जा सकती है?
मस्तिष्क विकारों के लिए D Met को लेने से कोई फायदा नहीं हो पाता।
क्या D Met को कुछ खाद्य पदार्थों के साथ लेने से नकारात्मक प्रभाव पड़ता है?
खाने को D Met के साथ लेने से जो भी दुष्प्रभाव शरीर पर होते हैं, उस पर कोई शोध न हो पाने के चलते पूरी जानकारी उपलब्ध नहीं है।
जब D Met ले रहे हों, तब शराब पीने से नकारात्मक प्रभाव पड़ता है क्या?
शराब के साथ D Met लेने से आपकी सेहत पर हानिकारक प्रभाव पड़ सकता है।
D Met खाने से भूख और भोजन की मात्रा में कमी आती है जिससे वजन घटाने में मदद मिलती है। शरीर को ज्यादा क्रियाशील बनाने के लिए D Met इंसुलिन सेंसिटिविटी को भी बढ़ाने का काम करती है। इससे ग्लूकोज़ बनना कम हो जाता है और शरीर में जमा फैट का इस्तेमाल होने लगता है, इस तरह D Met वजन घटाने में मदद करती है। हालांकि, वजन घटाने की दवा के रूप में D Met को स्वीकृति नहीं मिली है।
हां, D Met की वजह से लो ब्लड शुगर यानि हाइपोग्लाइसेमिया हो सकता है। हालांकि, समय पर खाना ना खाने, शराब पीने, जरूरत से ज्यादा एक्सरसाइज़ करने, पेट खराब होने पर खाना ना खाने और D Met के साथ कोई अन्य एंटी-डायबिटीक दवा लेने की वजह से भी लो ब्लड शुगर हो सकता है। इसलिए रोज़ ब्लड ग्लूकोज़ लेवल चैक करना चाहिए और हाइपोग्लाइसेमिया के लक्षणों को नज़रअंदाज़ ना करें। हमेशा ग्लूकोज़-युक्त आहार अपने साथ रखें।
हां, रात में D Met की वजह से पसीना आ सकता है। हालांकि, D Met की वजह से पसीना आने के स्पष्ट कारण का अब तक पता नहीं चल पाया है। लेकिन कुछ रिसर्च में ये कहा गया है कि D Met के कारण खासतौर पर रात के समय हाइपोग्लाइसेमिया हो सकता है जिसमें रात में पसीना आता है। रोज़ ब्लड ग्लूकोज़ लेवल को मॉनिटर करें और डॉक्टर से बात करें कि आपको D Met की कितनी खुराक की जरूरत है।
पीसीओएस से ग्रस्त महिलाओं में अकसर इंसुलिन का लेवल बढ़ा हुआ होता है और इनमें डायबिटीज़ का खतरा सामान्य महिलाओं से कई ज्यादा होता है। D Met इंसुलिन के प्रति सेंसिटिविटी को बढ़ाने का काम करती है। पीसीओएस से ग्रस्त महिलाओं को डायबिटीज़ से बचाने के लिए कभी-कभी D Met दी जाती है। पीसीओएस के इलाज में स्वस्थ आहार और नियमित व्यायाम बहुत जरूरी है।
लंबे समय तक D Met लेने की वजह से विटामिन बी12 की कमी हो सकती है जिसके कारण मेगालोब्लास्टिक एनीमिया होने का खतरा रहता है। इसके अलावा लंबे समय तक D Met लेने से किडनी और लिवर से जुड़ी परेशानियां भी हो सकती हैं।
इस जानकारी के लेखक है -
B.Pharma, फार्मेसी
5 वर्षों का अनुभव