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Baidyanath Saptavinshati Guggulu बिना डॉक्टर के पर्चे द्वारा मिलने वाली आयुर्वेदिक दवा है, जो मुख्यतः बवासीर, खाज, पाचन तंत्र के रोग के इलाज के लिए उपयोग किया जाता है। इसके अलावा Baidyanath Saptavinshati Guggulu का उपयोग कुछ दूसरी समस्याओं के लिए भी किया जा सकता है। इनके बारे में नीचे विस्तार से जानकारी दी गयी है। Baidyanath Saptavinshati Guggulu के मुख्य घटक हैं गिलोय, गुग्गुल, मुस्ता, पिप्पली, विडंग, त्रिकटु, त्रिफला, चव्या जिनकी प्रकृति और गुणों के बारे में नीचे बताया गया है। Baidyanath Saptavinshati Guggulu की उचित खुराक मरीज की उम्र, लिंग और उसके स्वास्थ्य संबंधी पिछली समस्याओं पर निर्भर करती है। यह जानकारी विस्तार से खुराक वाले भाग में दी गई है।
चित्रक |
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गिलोय |
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गुग्गुल |
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मुस्ता |
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पिप्पली |
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विडंग |
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त्रिकटु |
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त्रिफला |
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चव्या |
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Baidyanath Saptavinshati Guggulu इन बिमारियों के इलाज में काम आती है -
मुख्य लाभ
अन्य लाभ
यह अधिकतर मामलों में दी जाने वाली Baidyanath Saptavinshati Guggulu की खुराक है। कृपया याद रखें कि हर रोगी और उनका मामला अलग हो सकता है। इसलिए रोग, दवाई देने के तरीके, रोगी की आयु, रोगी का चिकित्सा इतिहास और अन्य कारकों के आधार पर Baidyanath Saptavinshati Guggulu की खुराक अलग हो सकती है।
आयु वर्ग | खुराक |
व्यस्क |
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बुजुर्ग |
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चिकित्सा साहित्य में Baidyanath Saptavinshati Guggulu के दुष्प्रभावों के बारे में कोई सूचना नहीं मिली है। हालांकि, Baidyanath Saptavinshati Guggulu का इस्तेमाल करने से पहले हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह-मशविरा जरूर करें।
क्या Baidyanath Saptavinshati Guggulu का उपयोग गर्भवती महिला के लिए ठीक है?
यदि Baidyanath Saptavinshati Guggulu का कोई दुष्प्रभाव प्रेग्नेंट महिला के स्वास्थ्य पर होता है तो इसका सेवन करना तुरंत बंद कर दें। इसके बाद चिकित्सक से सलाह के लेने पर ही इसको दोबारा शुरू करें।
क्या Baidyanath Saptavinshati Guggulu का उपयोग स्तनपान करने वाली महिलाओं के लिए ठीक है?
स्तनपान कराने वाली महिलाओं पर Baidyanath Saptavinshati Guggulu के दुष्प्रभाव हो सकते हैं। अगर आप इसके दुष्प्रभावों को महसूस करें तो दवा लेना तुरंत बंद कर दें और जब डॉक्टर कहें तब ही इसे दोबारा लें।
Baidyanath Saptavinshati Guggulu का पेट पर क्या असर होता है?
Baidyanath Saptavinshati Guggulu के इस्तेमाल से पेट को किसी तरह का नुकसान नहीं होता।
क्या Baidyanath Saptavinshati Guggulu का उपयोग बच्चों के लिए ठीक है?
Baidyanath Saptavinshati Guggulu लेने पर बच्चों में सीमित दुष्प्रभाव हो सकते हैं। अगर आपके बच्चे को भी ऐसा महसूस हो रहा हो तो दवा बंद कर दें और डॉक्टर की सलाह को मानें।
क्या Baidyanath Saptavinshati Guggulu का उपयोग शराब का सेवन करने वालों के लिए सही है
Baidyanath Saptavinshati Guggulu का शरीर पर क्या असर होता है इस बारे में कुछ कह पाना मुश्किल है। इस पर कोई रिसर्च नहीं हो पाई है।
क्या Baidyanath Saptavinshati Guggulu शरीर को सुस्त तो नहीं कर देती है?
Baidyanath Saptavinshati Guggulu लेने के बाद आपको नींद नहीं आएगी। इसलिए आप गाड़ी चलाने या दूसरे कामों को आसानी से कर सकते हैं।
क्या Baidyanath Saptavinshati Guggulu का उपयोग करने से आदत तो नहीं लग जाती है?
Baidyanath Saptavinshati Guggulu की लत नहीं लगती, लेकिन फिर भी आपको इसे लेने से पहले सर्तकता बरतनी बेहद जरूरी है और इस विषय पर डॉक्टरी सलाह अवश्य लें।
इस जानकारी के लेखक है -
BAMS, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी, डर्माटोलॉजी, मनोचिकित्सा, आयुर्वेद, सेक्सोलोजी, मधुमेह चिकित्सक
10 वर्षों का अनुभव
संदर्भ
Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 1. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1986: Page No 53-55
Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 1. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1986: Page No 56-57
Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 3. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 2001: Page No - 130 - 131
Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 4. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 2004: Page No - 105 - 106
Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 1. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1986: Page No163 - 165
Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume- IV. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 2004: Page No 54-56