Abdifer Capsule इन बिमारियों के इलाज में काम आती है -
मुख्य लाभ
अन्य लाभ
यह अधिकतर मामलों में दी जाने वाली Abdifer Capsule की खुराक है। कृपया याद रखें कि हर रोगी और उनका मामला अलग हो सकता है। इसलिए रोग, दवाई देने के तरीके, रोगी की आयु, रोगी का चिकित्सा इतिहास और अन्य कारकों के आधार पर Abdifer Capsule की खुराक अलग हो सकती है।
दवाई की खुराक बीमारी और उम्र के हिसाब से जानें
आयु वर्ग | खुराक |
क्या Abdifer Capsule का उपयोग गर्भवती महिला के लिए ठीक है?
क्या Abdifer Capsule का उपयोग स्तनपान करने वाली महिलाओं के लिए ठीक है?
Abdifer Capsule का प्रभाव गुर्दे पर क्या होता है?
Abdifer Capsule का जिगर (लिवर) पर क्या असर होता है?
क्या ह्रदय पर Abdifer Capsule का प्रभाव पड़ता है?
अगर आपको इनमें से कोई भी रोग है तो, Abdifer Capsule को न लें क्योंकि इससे आपकी स्थिति और बिगड़ सकती है। अगर आपके डॉक्टर उचित समझें तो आप इन रोग से ग्रसित होने के बावजूद Abdifer Capsule ले सकते हैं -
क्या Abdifer Capsule आदत या लत बन सकती है?
क्या Abdifer Capsule को कुछ खाद्य पदार्थों के साथ लेने से नकारात्मक प्रभाव पड़ता है?
जब Abdifer Capsule ले रहे हों, तब शराब पीने से नकारात्मक प्रभाव पड़ता है क्या?
लंबे समय तक Abdifer का इस्तेमाल असुरक्षित हो सकता है क्योंकि इससे पेट खराब होने, गैस, पेट में ऐंठन और दस्त लगने की समस्या हो सकती है।
मानव शरीर में डीएनए के संश्लेषण, मरम्मत और मिथाइलेशन के लिए फोलेट की जरूरत पड़ती है। ये विभिन्न जैविक प्रक्रियाओं के लिए सहायक कारक के रूप में कार्य करता है। कोशिकाओं के विभाजन के दौरान फोलेट अहम भूमिका निभाता है और नवजात शिशु और गर्भवती महिलाओं के लिए फोलेट जरूरी होता है। स्वस्थ लाल रक्त कोशिकाओं के संश्लेषण के लिए फोलेट आवश्यक होता है। फोलेट की कमी इन सभी चीज़ों को प्रभावित कर सकती है और इसके कारण एनीमिया हो सकता है। फोलेट की कमी और एनीमिया से बचने के लिए Abdifer दी जाती है।
लंबे समय तक Abdifer की 800 से 1200 माइक्रोग्राम की खुराक लेने की वजह से ह्रदय रोग, फेफड़ों और प्रोस्टेट कैंसर होने का खतरा रहता है।
एनेनसेफलि एक गंभीर जन्मजात विकार है जिसमें शिुश खोपड़ी और मस्तिष्क के कुछ हिस्सों के बिना पैदा होता है। इसे न्यूरल ट्यूब विकार के रूप में भी जाना जाता है।
न्यूरल ट्यूब विकार एक गंभीर जन्मजात दोष है जोकि गर्भावस्था के शुरुआती हफ्तों में शिशु की न्यूरल ट्यूब के ठीक से बंद नहीं होने पर होता है। इसके कारण रीढ़ की हड्डी और मस्तिष्क में विकार हो सकते हैं।
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