अंगूर के बीज का अर्क, इसके बीज से तैयार होता है। अंगूर के बीजों को पीसकर और फिर वाष्प आसवन (Steam Distillation) के जरिये बीज का सत प्राप्त होता है जिसमें कई किस्म के महत्वपूर्ण यौगिक प्राप्त होते हैं जिनमें टैनिन, ऑलिगोमेरिक प्रोसायानिडिन, कैटेचिन, एपिकेटिचिन आदि शामिल हैं। इनके अलावा इसमें विटामिन ई और लिनोलेइक एसिड भी उपस्थित होते हैं।

अंगूर के बीज का अर्क कई बीमारियों का लोकप्रिय प्राकृतिक इलाज है, जैसे एक्जिमा और सोरायसिस। अंगूर के बीज का अर्क निकालने की प्रक्रिया जटिल होती है और सामान्य रूप से इसका उत्पादन अनुभवी विशेषज्ञों की देख-रेख में वाणिज्यिक तौर पर ही होता है। 

  1. अंगूर के बीज के अर्क के फायदे - Angur ke beej ke ark ke fayde
  2. अंगूर के बीज के अर्क को बनाने की विधि - How to make grape seed extract in Hindi
  3. अंगूर के बीज के अर्क के दुष्प्रभाव - Grape seed extract side effects in Hindi

अंगूर के बीज का अर्क बेहद लाभदायक है और इसके सेवन के कई फायदे हैं। इससे त्वचा की रंगत निखरती है, कोलेस्ट्रॉल कम होता है, वजन कम करने में मदद मिलती है और मस्तिष्क की सीखने-समझने की (Cognitive) ताकत बढ़ती है। इसके अलावा यह रक्तचाप को नियमित करने, घावों को ठीक होने, चोट के बाद सूजन कम करने और मांसपेशियों को होने वाली क्षति की रोकथाम में मदद करता है।

अंगूर के बीज का अर्क का सेवन आम तौर पर पूरक (सप्लीमेंट) के रूप में किया जाता है। अमूमन, प्रति दिन 100-300 मिलीग्राम अंगूर के बीज के अर्क के सेवन की सलाह दी जाती है। 

जिनके पास घर में कोल्ड प्रेस या ग्राइंडर हो, वे खुद भी यह अर्क बना सकते हैं। इस अर्क का उपयोग अधिकतर टैबलेट, कैप्सूल या गोली के रूप में किया जाता है। तो आइये जानते हैं इससे होने वाले लाभ के बारे में।

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अंगूर के बीज के अर्क से कम होता है वजन - Angur ke beej ke ark ke fayde vajan kam karne ke liye

शोध अध्ययनों के मुताबिक अंगूर के बीज अर्क में कुछ सक्रिय तत्व होते हैं जो शरीर में वसा (फैट) जमा होने से रोकते हैं। यह हमारे भोजन से वसा के अवशोषण भी कम करता है। इसमें कैलोरी की मात्रा न के बराबर होती है। यह अर्क आपको ऊर्जावान बनाता है और साथ ही चयापचय की प्रक्रिया ( मेटाबोलिज्म ) को तेज कर सकता है जिससे वजन कम करने में मदद मिलती है ।

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अंगूर के बीज के अर्क है त्वचा के लिए उपयोगी - Angur ke beej ke ark ke labh skin ke liye

अंगूर के बीज के अर्क में कई एंटीऑक्सिडेंट और फ्लेवोनॉयड यौगिक होते हैं जो त्वचा की रंगत बेहतर करने में मदद करते हैं। ये यौगिक त्वचा को आकर्षक बनाये रखने में मदद करते हैं। इनसे झुर्रियां, उम्र बढ़ने साथ आये निशानों और दाग-धब्बों को कम करने के साथ-साथ नयी स्वस्थ कोशिकाओं के निर्माण में भी मदद मिलती है जिससे आप जवान दिखते हैं।

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अंगूर के बीज के अर्क से होता है कोलेस्ट्रॉल कम - Angur ke beej ke ark ka sewan kare cholesterol kam

अंगूर के बीज के अर्क में फ्लेवोनॉयड भरपूर होते हैं। ये फ्लेवोनॉयड, कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने और एचडीएल और एलडीएल कोलेस्ट्रॉल के बीच संतुलन बेहतर करने में मदद करते हैं। इससे धमनियों और रक्त शिराओं में प्लाक जमने का खतरा कम होता है जिससे दिल का दौरा, स्ट्रोक, हृदय रोग और अन्य कार्डियोवैस्कुलर बीमारियों का जोखिम कम हो सकता है।

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अंगूर के बीज के अर्क रखे ब्लड प्रेशर को नियंत्रित - Angur ke beej ke ark ka upyog rakhe BP ko niyantrit

रिसर्च के अनुसार इस अर्क में ऑलिगोमेरिक प्रोसायानिडिन (पॉलीफेनोल्स) होता है जो रक्त शिराओं और धमनियों को क्षतिग्रस्त होने से बचाता है। इनके क्षतिग्रस्त होने से उच्च रक्तचाप और अन्य हृदय से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। अंगूर के बीज के अर्क में मौजूद यौगिक शरीर में विटामिन सी की गतिविधि बढ़ाते हैं जिससे कोलेजन का स्राव बढ़ता है और क्षतिग्रस्त रक्त शिराओं की मरम्मत में तेजी आती है। 

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अंगूर के बीज का अर्क रखे इम्यून सिस्टम को मजबूत - Angur ke beej ka ark rakhe immune system ko majboot

अंगूर के बीज के अर्क में फ्लेवोनॉयड होते हैं जो शरीर में पहले से मौजूद विटामिन सी को उत्प्रेरित करते हैं। इसके अलावा इस अर्क में कुछ मात्रा में विटामिन ई भी होता है जो प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाता है ताकि बैक्टीरिया और वायरस जनित रोगों से बचाव हो सके। जहाँ तक रोगाणुओं से बचाव का सवाल है तो अर्क में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट को विटामिन सी के मुकाबले 30-50 गुना अधिक शक्तिशाली माना जाता है।

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अंगूर के बीज के अर्क दिलाए सूजन से छुटकारा - Angur ke beej ke ark ke gun dilayen swelling se chutkara

कुछ अध्ययनों के मुताबिक अंगूर के बीज के अर्क के नियमित उपयोग शरीर में होने वाली सूजन की समस्या से बचा सकता है। शरीर में तरल पदार्थ की मात्रा अधिक हो जाती है तब एडिमा की समस्या होती है। एडिमा बेहद कष्टदायक होता है और शरीर का जो हिस्सा इससे प्रभावित होता है वह बहुत भद्दा दिखता है। लेकिन इसे पूरक तत्वों के जरिये आसानी से ठीक किया जा सकता है।

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अंगूर के बीज के अर्क का इस्तेमाल करें दिमाग के लिए - Angur ke beej ke ark ka istemal karen dimag ke liye

ऑलिगोमेरिक प्रोसायानिडिन (Oligomeric procyanidins) पर किये गए अनुसन्धान में पाया गया है कि यह यौगिक मस्तिष्क की समझने-सीखने की ताकत (Cognitive Function) बढ़ा सकता है जिससे एकाग्रता, याददाश्त, स्मृति और मूड (चित्त) स्थिर रखने में मदद मिलती है। यह उनके लिए भी महत्वपूर्ण है जो अल्जाइमर और अन्य न्यूरोडिजेनरेटिव बीमारियों से पीड़ित हैं या जिन्हें ये बीमारियां होने का खतरा बहुत अधिक है।

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आँखों की रोशनी बढ़ाएं अंगूर के बीज के अर्क से - Grape seed extract for vision in Hindi

अंगूर के बीज के अर्क में कैरोटीनॉयड और एंटीऑक्सीडेंट उल्लेखनीय मात्रा में पाए जाते हैं जिससे आँखों की रोशनी बढ़ाने में मदद मिलती है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सिडेंट रेटिना में ऑक्सीडेटिव तनाव को दूर करता है और मैक्यूलर डिजनरेशन (रेटिना के बीच के हिस्से का क्षतिग्रस्त होना जिससे आंखों से दिखना कम या बंद हो जाता है) होने की जोखिम कम करता है।

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अंगूर के बीज के अर्क के औषधीय गुण बचाएं कैंसर से - Grape seed extract for cancer in Hindi

अध्ययन में पाया गया है कि अंगूर के बीज का अर्क त्वचा के कैंसर की प्रचंडता को कम कर सकता है और यहाँ तक कि यह स्किन ट्यूमर बनने से भी रोक सकता है। इससे प्रतिरक्षा प्रणाली को अधिक प्रभावी तरीके से रोग पर नियंत्रण में मदद मिलती है।

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अंगूर के बीजों का अर्क बचाए एलर्जी से - Grape seed extract for allergies in Hindi

इसमें मौजूद रेसवेरट्रोल जिसके लिए वाइन और अंगूर के बीज के अर्क मशहूर हैं, एलर्जी के असर को भी कम करने में मदद कर सकता है। इससे दर्द में भी आराम मिलता है चाहे पुरानी चोट का दर्द हो या गठिया जैसी पुरानी बीमारियों का।

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अंगूर के बीजों को बारीक पीस लें।

इस बारीक चूरे को पानी में डालें जिससे बीज में मौजूद फाइबर और पेक्टिनसमेत इसका बड़ा हिस्सा अलग हो जाता है।

अब इस मिश्रण को कम तापमान पर सुखाएं ताकि अंगूर के बीज का सांद्र (Concentrate) चूर्ण बनाया जा सके।

अब इसे वेजिटेबल ग्लिसरीन में डालकर गर्म करें जिससे सान्द्र चूर्ण बनाया जाता है। वेजिटेबल ग्लिसरीन बनाने के लिए वनस्पति तेल (नारियल, सोया, पाम आदि) को तब तक प्रसंस्कृत किया जब तक वसा ग्लिसरीन में तब्दील नहीं हो जाती।

अब इस मिश्रण में प्राकृतिक अम्लीय पदार्थ मिलाएं। इसमे खाद्योपयोगी एस्कॉर्बिक एसिड और अन्य प्रकार के अम्ल का इस्तेमाल किया जा सकता है ।

अब इस मिश्रण को उत्प्रेरित (catalyze) करने के लिए गरम करें।

मिश्रण को ठंडा होने दें।

आखिर में इस मिश्रण को छान लें।

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अंगूर के बीज के अर्क के फायदों का जिक्र आपने देखा लेकिन इसके कुछ दुष्प्रभाव (साइड इफेक्ट) भी हो सकते हैं जिसकी जानकारी आपको अवश्य होनी चाहिए।

कोलेस्ट्रॉल और खून के थक्के जैसी परेशानियों से जुड़ी दवाओं के साथ अंगूर के बीज के अर्क के सेवन के कुछ दुष्प्रभाव हो सकते हैं। मसलन यह रक्त के थक्के जमाने की प्रक्रिया को धीमा और कोलेस्ट्रॉल को बहुत कम कर सकता है।

यदि आप गर्भवती हैं तो इस या किसी अन्य किस्म के हर्बल उपचार से पहले अपने डॉक्टर से बात करें ताकि किसी अवांछित परेशानी से बचा जा सके।

अंगूर के बीज के अर्क में खून का जमाव रोकने के गुण होते हैं जिससे आंतरिक या वाह्य रक्तस्राव हो सकता है। इसलिए किसी ऑपरेशन की स्थिति में एक से दो सप्ताह तक इसका सेवन न करें।

कुछ लोगों को इसके सेवन से एलर्जी भी हो सकती है।

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उत्पाद या दवाइयाँ जिनमें अंगूर के बीज है

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