विटामिन सी, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, पोटैशियम, फॉस्फोरस, सोडियम, कार्बोहाइड्रेट्स, डाइट्री फाइबर, शुगर और फैट से भरपूर किशमिश का स्वाद जितना अच्छा होता है, यह सेहत के लिए भी उतनी ही फायदेमंद होती है। अंगूर को सुखाकर बनने वाली किशमिश गुणों का भंडार मानी जाती है। जर्नल ऑफ न्यूट्रिशनल हेल्थ में पोस्ट की गई एक स्टडी की मानें तो बाकी के ड्राई फ्रूट्स यानी सूखे मेवे की तुलना में किशमिश में एंटीऑक्सिडेंट्स और फेनॉल की मात्रा सबसे अधिक होती है।

(और पढ़ें - मुनक्का खाने क फायदे नुकसान)

खीर या फिरनी में डालनी हो, केक में डालना हो या फिर किसी मिठाई या डेजर्ट में ऊपर से सजाने के लिए डालना हो- किशमिश को कई तरीकों से इस्तेमाल किया जा सकता है। किशमिश में प्राकृतिक शक्कर की मात्रा भी अधिक होती है और यह तुरंत एनर्जी देने का भी काम करती है।

(और पढ़ें - बादाम को भिगोकर खाना चाहिए या सादा)

डिब्बे से निकालकर कच्ची किशमिश खाना तो एक कॉमन प्रैक्टिस है और हम में से ज्यादातर लोग ऐसे ही किशमिश खाना पसंद करते हैं, लेकिन आज हम आपको बता रहे हैं कि अगर आप किशमिश को रातभर में पानी में भिगोकर रखें और अगले दिन सुबह खाली पेट भीगी हुई किशमिश और उसके पानी का सेवन करें तो यह आपकी सेहत के लिए कितना फायदेमंद साबित हो सकता है। 

  1. भीगी हुई किशमिश खाने के फायदे - Benefits of soaked raisins in hindi
  2. भीगी हुई किशमिश खाने के नुकसान - Side effects of soaked raisins in hindi
  3. सारांश
भीगी हुई किशमिश खाने के फायदे के डॉक्टर

आपने लोगों को बादाम भिगोकर खाते तो देखा और सुना होगा लेकिन हम आपको बता दें कि किशमिश को भी रातभर पानी में भिगोकर खाना, कच्ची किशमिश खाने से ज्यादा फायदेमंद हो सकता है। इसकी वजह ये है कि किशमिश को पानी में भिगोने से इसके न्यूट्रिएंट्स यानी पोषक तत्वों में बढ़ोतरी हो जाती है। दरअसल, किशमिश की बाहरी सतह पर मौजूद विटामिन और मिनरल्स पानी में आसानी से घुल जाते हैं और इसलिए इन पोषक तत्वों को हमारा शरीर आसानी से सोख पाता है। लिहाजा आप भी भीगी हुई किशमिश जरूर खाएं, इसके कई फायदे हैं:

(और पढ़ें - अंगूर के बीज के अर्क के फायदे, नुकसान)

ब्लड प्रेशर के लिए किशमिश के फायदे - Soaked raisins helps in blood pressure in hindi

किशमिश में मौजूद पोटैशियम की वैल्यू पानी में भीगने के बाद और बढ़ जाती है। आप जितना अधिक पोटैशियम का सेवन करते हैं उतना ही अधिक सोडियम आप मूत्र के माध्यम से शरीर से बाहर निकाल देते हैं। पोटैशियम रक्त वाहिकाओं की दीवारों में तनाव को कम करने में मदद करता है, जिससे ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद मिलती है। जिन लोगों का ब्लड प्रेशर अधिक हो उन्हें भीगी हुई किशमिश का सेवन जरूर करना चाहिए।

वजन बढ़ाने के लिए किशमिश के फायदे - Soaked raisin helps in weight gain in hindi

अगर बहुत कोशिशों के बावजूद आपका वजन न बढ़ रहा हो तो आप अपनी डायट में किशमिश को शामिल करें। 10-12 किशमिश को रातभर पानी में भिगोकर रख दें और सुबह खाली पेट भीगी हुई किशमिश का सेवन करें। पानी में भीगने के बाद किशमिश का ग्लूकोज कॉन्टेंट बढ़ जाता है जो वजन बढ़ाने में मददगार साबित हो सकता है।

(और पढ़ें - वजन बढ़ाने और मोटा होने के लिए डाइट चार्ट)

Weight Loss Juice
₹539  ₹599  10% छूट
खरीदें

मजबूत हड्डियों के लिए किशमिश के फायदे - Soaked raisins for bone health in hindi

कैल्शियम से भरपूर किशमिश को जब पानी में भिगोकर खाया जाता है तो उसका नैचरल कैल्शियम लेवल भी बढ़ जाता है, साथ ही हमारा शरीर इस कैल्शियम को बेहतर तरीके से सोख पाता है। इसलिए भीगी हुई किशमिश बढ़ते बच्चों और बुजुर्गों के लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकती है क्योंकि यह उनकी हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करती है।

(और पढ़ें - हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए जूस रेसिपी)

शरीर में पानी के संतुलन को बनाए रखने के लिए किशमिश के फायदे - Soaked raisins for water balance in hindi

हमारे शरीर में पानी के संतुलन को बनाए रखने में भी मदद करती है भीगी हुई किशमिश। इतना ही पानी में भिगोने के बाद किशमिश का स्वाद रॉ या कच्ची किशमिश की तुलना में ज्यादा बेहतर भी हो जाता है।

(और पढ़ें - शरीर से वॉटर वेट घटाने का तरीका)

कब्ज की समस्या के लिए किशमिश के फायदे - Soaked raisins for constipation in hindi

किशमिश में फाइबर की अधिक मात्रा पायी जाती है और जब आप किशमिश को रातभर पानी में भिगोकर रख देते हैं तो यह नैचरल लैक्सेटिव (मुलायम करने वाली दवा) का काम करती है। इस प्रकार, भीगी हुई किशमिश खाने से कब्ज की समस्या दूर करने में मदद मिलती है और आपकी पाचन प्रक्रिया भी मजबूत बनती है।

(और पढ़ें - कब्ज की समस्या दूर करने के घरेलू उपाय)

Digestive Tablets
₹312  ₹349  10% छूट
खरीदें

किसी भी चीज की अति बुरी होती है और कुछ ऐसा ही किशमिश के साथ भी है। ढेर सारे गुणों से भरपूर किशमिश को पानी में भिगोकर खाने के वैसे तो कई फायदे हैं लेकिन अगर आप बहुत ज्यादा किशमिश का सेवन करने लगें तो इसके कई नुकसान भी हो सकते हैं, जैसे:

  • किशमिश में डाइट्री फाइबर की अच्छी मात्रा पायी जाती है। वैसे तो डाइट्री फाइबर हमारे पाचन तंत्र के लिए अच्छा माना जाता है लेकिन बेहद जरूरी है कि आप सीमित मात्रा में ही भीगी हुई किशमिश का सेवन करें। डाइट्री फाइबर का अत्यधिक सेवन पाचन स्वास्थ्य के लिए खराब है और पोषक तत्वों के सही तरीके से अवशोषण न होने, आंत में गैस और रुकावट आदि का कारण बन सकता है। इसके अलावा डिहाईड्रेशन, अपच और पेट की अन्य बीमारियां भी हो सकते हैं।
  • भीगी हुई किशमिश में एंटीऑक्सिडेंट्स की भी अच्छी खासी मात्रा पायी जाती है। हालांकि एंटीऑक्सिडेंट हमारे लिए अच्छे हैं और सेहत को कई तरह से लाभ प्रदान करते हैं, बावजूद इसके सीमित मात्रा में ही भीगी हुई किशमिश का सेवन करें। ऐसा इसलिए क्योंकि लंबे समय तक बहुत ज्यादा एंटीऑक्सिडेंट का सेवन हमारे शरीर के सिस्टम को नुकसान पहुंचा सकता है।
  • वैसे तो भीगी हुई किशमिश कई पोषक तत्वों का बेहतरीन सोर्स है, बावजूद इसके कुछ लोग ऐसे होते हैं जिन्हें किशमिश से एलर्जी होती है। ऐसे लोगों को कच्ची या पानी में भीगी हुई कोई भी किशमिश नहीं खानी चाहिए।
  • जैसा कि हमने आपको किशमिश के फायदों में ऊपर बताया कि भीगी हुई किशमिश ब्लड प्रेशर को रेग्युलेट करने के लिए बेहतरीन मानी जाती है लेकिन संयम के साथ ही सीमित मात्रा में ही इसका सेवन करना चाहिए क्योंकि हमारे शरीर में पोटैशियम का उच्च स्तर हमारे ब्लड प्रेशर को बहुत कम स्तर तक पहुंचा सकता है और इससे हाइपोटेंशन या लो ब्लड प्रेशर का खतरा बढ़ जाता है।

(और पढ़ें - चिया के बीज के फायदे और नुकसान)

किशमिश जो अपने स्वादिष्ट स्वाद और स्वास्थ्य लाभों के लिए जाने जाते हैं। इनमें उच्च मात्रा में प्राकृतिक शर्करा, फाइबर, विटामिन, और खनिज होते हैं। किशमिश खाने से ऊर्जा में वृद्धि होती है और थकान को दूर करता है। यह पाचन तंत्र के लिए भी फायदेमंद है, क्योंकि इसमें फाइबर की प्रचुरता होती है, जो कब्ज की समस्या को कम करती है। किशमिश में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट्स प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करते हैं और संक्रमण से बचाव करते हैं। इसमें कैल्शियम और बोरॉन जैसे खनिज पाए जाते हैं। नियमित रूप से किशमिश का सेवन हृदय स्वास्थ्य को सुधारने, रक्तचाप को नियंत्रित करने और एनीमिया (खून की कमी) से लड़ने में मदद कर सकता है। 

Dr. Dhanamjaya D

Dr. Dhanamjaya D

पोषणविद्‍
16 वर्षों का अनुभव

Dt. Surbhi Upadhyay

Dt. Surbhi Upadhyay

पोषणविद्‍
3 वर्षों का अनुभव

Dt. Manjari Purwar

Dt. Manjari Purwar

पोषणविद्‍
11 वर्षों का अनुभव

Dt. Akanksha Mishra

Dt. Akanksha Mishra

पोषणविद्‍
8 वर्षों का अनुभव

ऐप पर पढ़ें
cross
डॉक्टर से अपना सवाल पूछें और 10 मिनट में जवाब पाएँ