दुनियाभर में आप कहीं भी रहते हों, लेकिन यदि आप कभी बीमार हुए हैं तो ऐसे में आपने पोरिज का सेवन किया होगा। पोरिज, जिसे भारत में अक्सर दलिया समझ लिया जाता है, लेकिन असल में दोनों में अंतर है। पोरिज सबसे आम और बहुमुखी व्यंजनों में से एक है, जिसे आप अपने आहार में शामिल कर सकते हैं। यह एक ऐसा व्यंजन है जो दुनियाभर के अधिकांश घरों में किसी न किसी रूप में पकाया जाता है।
पारंपरिक रूप से पोरिज अनाज जैसे गेहूं, जई, मक्का, चावल की अलग-अलग किस्मों से बनाया जाता है। इसे नाश्ते में, दोपहर के भोजन या रात के खाने के रूप में भी परोसा जा सकता है। आमतौर पर इस व्यंजन को तैयार करने के लिए पानी या दूध में पकाया या उबाला जाता है और इसे मीठा या नमकीन भी बनाया जा सकता है।
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पोरिज के बारे में सबसे अच्छी बात यह है कि इसे खाने के बहुत सारे स्वास्थ्य लाभ हैं। पोरिज स्वास्थ्यवर्धक पोषक तत्वों और डाइटरी फाइबर से भरपूर है, जो इसे न केवल सेहतमंद बनाता है बल्कि इससे पेट भी भर जाता है। शिशुओं से लेकर वयस्कों तक यह सभी उम्र के लोगों के लिए सुरक्षित है और इसकी सामग्री आसानी से स्थानीय दुकानों में उपलब्ध हो जाती है। इसके अलावा, यह बनाने में भी आसान है और इसमें समय भी कम लगता है। इस आर्टिकल में पोरिज के बारे जरूरी जानकारी दी गई है।