बिहार, झारखंड, यूपी, बंगाल जैसे राज्यों के लोगों के बीच सत्तू काफी फेमस है। कभी 'गरीब आदमी का प्रोटीन' कहा जाने वाला सत्तू अब देशभर ही नहीं बल्कि दुनियाभर में अपनी अलग पहचान बना रहा है। यही वजह है कि सत्तू को सुपरफूड्स की कैटिगरी में भी शामिल किया गया है। फेमस रेसिपी लिट्टी-चोखे में लिट्टी के अंदर सत्तू ही भरा जाता है। लेकिन सत्तू की खासियत यहीं खत्म नहीं होती। इसे पानी में मिलाकर नमकीन या मीठा शरबत बनाया जा सकता है या फिर बाटी या परांठे के अंदर भरकर मजेदार रेसिपी भी तैयार की जा सकती है।
मशहूर न्यूट्रिशनिस्ट, हेल्थ एक्सपर्ट और लाइफस्टाइल कोच luke coutinho भी यही मानते हैं कि सत्तू जैसा कोई भारतीय सुपरफूड नहीं है। सत्तू में प्रोटीन की मात्रा सबसे अधिक होती है। इसके अलावा सत्तू में कैल्शियम, आयरन, मैग्नीज, मैग्निशियम जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं जो शरीर के टीशूज को रिपेयर करने का काम करते हैं। सत्तू में कार्बोहाइड्रेट भी होता है जो शरीर को तुरंत एनर्जी देने का काम करता है। लिहाजा सत्तू को एनर्जी का पावरहाउस भी कहते हैं।
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सत्तू का सेवन आमतौर पर गर्मी के दिनों में किया जाता है क्योंकि यह पेट को ठंडा रखने में मदद करता है। तो आखिर सत्तू कैसे बनता है और इसे खाने या पीने के क्या-क्या फायदे हैं। इसके अलावा क्या सत्तू के सेवन से कुछ नुकसान भी हो सकता है क्या? इन सबके बारे में इस आर्टिकल में विस्तार से हम आपको बता रहे हैं।