इसमें कोई शक नहीं कि सर्दियों का मौसम हरी सब्जियों का मौसम होता है। फिर चाहे हरी-हरी मटर के दाने हों, ब्रोकली हो, सरसों, मेथी, बथुआ, सोया और पालक जैसे साग हों या फिर हरा चना। जी हां, आपने काला चना, काबुली चना ये सब तो जरूर खाया होगा, लेकिन क्या आपने हरा चना खाया है? यह सर्दियों के मौसम में आने वाली सब्जी है और बेहद टेस्टी होने के साथ ही सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद होती है। हरा चना जिसे छोलिया भी कहा जाता है खासकर उत्तर भारत के राज्यों में पाया जाता है।
(और पढ़ें - भीगा चना खाने के फायदे और सही तरीका)
हरा चना आमतौर पर उन शाखाओं या टहनियों के साथ बेचा जाता है जिन पर वे उगते और बढ़ते हैं। इस चने का बाहरी आवरण नरम और हल्के या धुंधले रंग का होता है, जिसे हटाने के बाद उसके अंदर से छोटा सा हरा चना निकलता है। आप चाहें तो इस चने को कच्चा भी खा सकते हैं, इसकी सब्जी बना सकते हैं या फिर फ्राई करके घुघनी बनाकर भी खा सकते हैं। आपको बता दें कि ये हरा चना, मूल रूप से गार्बान्जो बीन्स जिसे चिकपीज या काबुली चना कहते हैं, जिसका मजा आप साल के बाकी समय में उठाते हैं, उसका ताजा और युवा रूप है। लेकिन हरा चना सिर्फ सर्दियों के मौसम में आता है।
(और पढ़ें - भुना चना खाने के फायदे, नुकसान)
हरा चना में कौन-कौन से पोषक तत्व होते हैं और इसे खाना सेहत के लिए किस तरह से फायदेमंद हो सकता है, इस बारे में हम आपको इस आर्टिकल में बता रहे हैं।