कम शुगर के कई विकल्प मौजूद हैं। रेस्टोरेंट में आपको लो कैलोरी और लो शुगर वाली कई डेजर्ट मिल जाएंगी। अपनी कॉफी या केक को मीठा करने के लिए आप आर्टिफिशियल सैचेरिन का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
एस्पार्टेम आर्टिफिशियल स्वीटनर के रूप में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होती है। इसमें दो आवश्यक अमीनो एसिड होते हैं - एस्पार्टिक और फेनिलालेनिन। एस्पार्टेम शरीर में इन दो तत्वों में टूटता है और कम मात्रा में मेथेनॉल रिलीज करता है।
दिलचस्प बात यह है कि एस्पार्टेम कैलोरी फ्री नहीं होती है। शुगर की तरह इसके एक ग्राम में 4 कैलोरी होती है। हालांकि, एस्पार्टेम नैचुरल शुगर की तुलना में 200 गुना ज्यादा मीठी होती है इसलिए इसकी कम मात्रा की ही जरूरत होती है।
आर्टिफिशियल स्वीटनर टैबलेट में भी कुछ मात्रा में कार्बोहाइड्रेट होता है। ये बहुत कम मात्रा में होता है इसलिए आर्टिफिशियल स्वीटनर में इससे कोई कैलोरी नहीं जुड़ती है।
टाइप 2 डायबिटीज के मरीज आर्टिफिशियल स्वीटनर का प्रयोग करते हैं क्योंकि ये ब्लड शुगर नहीं बढ़ाती और ग्लाइसेमिक कंट्रोल में भी मदद करती हैं। जो लोग वजन घटाने या वेट को कंट्रोल करने की सोच रह हैं, वो भी इनका सेवन कर सकते हैं क्योंकि इसमें कोई कैलोरी नहीं होती है।