जिम में जितनी आधुनिक मशीनें और उपकरण हों, उसे उतना ही बेहतर माना जाता है। कई मशीनों और उपकरणों के आसपास लोगों की भीड़ लगी होती है, जबकि कुछ उपकरण कोने में कई दिनों तक बिना किसी इस्तेमाल के पड़े रहते हैं। अक्सर जिम में एक बड़े आकार की गेंद दिखाई देती है, जिसका आमतौर पर लोग कम ही इस्तेमाल करते हैं। हममें से ज्यादातर लोग उस गेंद की उपयोगिता से परिचित नहीं होते हैं। हालांकि, यह बहुत ही फायदेमंद व्यायाम के उपकरणों में से एक है। इसे स्टेबिलिटी बॉल या स्विस बॉल के नाम से जाना जाता है।
स्टेबिलिटी बॉल से न केवल कोर मांसपेशियों को मजबूती दी जा सकती है साथ ही यह शरीर के निचले हिस्से की मांसपेशियों को शक्ति देने में भी काफी प्रभावी होता है। फिटनेस को लेकर सक्रिय रहने वाले लोग विभिन्न प्रकार के ट्रेनिंग अभ्यासों, स्ट्रेंथ और शारीरिक संतुलन को सही करने के लिए स्विस बॉल से व्यायाम करते हैं। कंप्यूटर के सामने लंबे समय तक काम करने वाले लोगों के शारीरिक संतुलन और समन्वय को बेहतर बनाने में यह साधारण सा दिखने वाला उपकरण काफी फायदेमंद हो सकता है।
स्टेबिलिटी बॉल का चलन साल 1963 से हुआ जब इटली के एक टॉयमेकर ने इसे बनाया। शुरुआत में इसका इस्तेमाल कई अन्य तरह के खेल-कूद संबंधी कार्यों में किया जाता था। हालांकि, बाद में इसके संभावित फायदों को देखते हुए फिटनेस सेंटरों में स्विस बॉल ने अपनी जगह बनाई। मौजूदा समय में दुनियाभर में कई प्रकार के अभ्यासों, योग और फिटनेस रूटीन में इसका प्रयोग व्यापक रूप से किया जा रहा है।
इस लेख में हम आपको स्विस बॉल एक्सरसाइज से होने वाले फायदों और किन-किन व्यायामों में इसका इस्तेमाल किया जा सकता है, इस बारे में विस्तार से बताएंगे।