वूल्फ-हिर्स्चहॉर्न सिंड्रोम एक ऐसी स्थिति है जो शरीर के कई हिस्सों को प्रभावित करती है। इस विकार की प्रमुख विशेषताओं में चेहरे की असामान्य बनावट, विकास में देरी, इंट्लेक्चुअल डिसएबिलिटी (जैसे सीखने, प्रॉब्लम को सॉल्व करने या निर्णय लेने में कठिनाई) और दौरे शामिल हैं।
इस विकार से ग्रस्त लगभग हर व्यक्ति में चौड़ी व सपाट नाक और ऊंचा माथा होता है। इस संयोजन को "ग्रीक वॉरियर हेलमेट" के रूप में जाना जाता है। इस स्थिति में आंखें फैली और उभरी हुई हो सकती हैं। चेहरे से जुड़ी अन्य विशेषताओं में नाक और ऊपरी होंठ के बीच जगह कम होना, मुंह नीचे की ओर होना, छोटी ठोड़ी और कान की बनावट खराब होती है, जिसमें एक छोटा छेद होता है।