थायराइड ग्रंथी हमारे शरीर में मेटाबॉलिज्म प्रक्रिया को प्रभावित करती है. यूं तो थायराइड डिसऑर्डर कई तरह के होते हैं, लेकिन सबसे आम थायराइड समस्या के तहत थायराइड हार्मोन का असंतुलित तरीके से निर्माण होना शामिल है. ज्यादा थायराइड हार्मोन के होने से हाइपरथाइरॉयडिज्म हो जाता है. वहीं, जब हार्मोन का निर्माण पर्याप्त मात्रा में नहीं होता है, तो यह हाइपरथाइरॉयडिज्म की स्थिति में तब्दील होता है.
अच्छी बात यह है कि अधिकतर थायराइड समस्याओं को मैनेज किया जा सकता है. इसे मैनेज करने में हमारी डाइट और लाइफस्टाइल अहम भूमिका निभाती है. बात जब डाइट की आती है, तो लहसुन की भूमिका को अनदेखा नहीं किया जा सकता है. हम सब जानते हैं कि लहसुन हमारे शरीर के लिए फायदेमंद है, लेकिन हम से कम लोगों को ही शायद यह पता हो कि लहसुन में एंटीइंफ्लेमेटरी और डिटॉक्सिफाइंग एजेंट थायराइड को कंट्रोल करने में भी अहम भूमिका निभाता है.
(और पढ़ें - थायराइड डाइट चार्ट)
आइए इस लेख में हम जानते हैं कि थायराइड में लहसुन किस तरह से फायदेमंद साबित हो सकता है-