साल 2019 को कुछ खट्टी-मिठी यादों के साथ अलविदा कहने का वक्त आ गया है। साल 2019 में स्वास्थ्य के क्षेत्र में कई ऐसी घटनाएं हुई, जिन्होंने लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा। इस बीच खिलाड़ियों में डिप्रेशन से जुड़ी समस्याएं भी चर्चा में रहीं। जिसमें ऑस्ट्रेलिया के ऑलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल भी रहे और भारत के युवा क्रिकेटर आर्यमान बिड़ला भी इस लीग में शामिल हैं। इन्होंने खेल के साथ मिले तनाव को दूर करने के लिए मैदान से ही दूरी बना ली।
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इस लिस्ट केवल यही दो खिलाड़ी नहीं थे, बल्कि सितंबर 2019 में खेल से मिले मानसिक तनाव के चलते इंग्लैंड की (महिला) विकटकीपर बल्लेबाज साराह टेलर ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया। आइए आपको बताते हैं कि कैसे तनाव ने इन खिलाड़ियों को उनके खेल और मैदान से आउट किया।
ग्लेन मैक्सवेल (ऑलराउंडर, ऑस्ट्रेलिया)
मैक्सवेल बेहद प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं। उनकी प्रतिभा का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने क्रिकेट के हर प्रारूप में अपने प्रदर्शन के बलबूते अपनी टीम को विजय दिलाई है, लेकिन अक्टूबर 2019 में ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के मनोवैज्ञानिक माइकल लॉयड ने बताया कि ग्लेन मैक्सवेल अपने मानसिक स्वास्थ्य को लेकर कठिनाइयों का सामना कर रहे थे। लिहाजा मैक्सवेल ने कुछ दिन के लिए खेल से दूरी बना ली है।
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इतना ही नहीं, जनवरी 2020 में ऑस्ट्रेलियाई टीम भारत में 3 मैचों की एकदिवसीय सीरीज (ओडीआई) खेलने आ रही है और इस टीम में भी मैक्सवेल को शामिल नहीं किया गया है। मुख्य चयनकर्ता ट्रेवर होन्स ने मैक्सवेल के मानसिक स्वास्थ्य को इसकी वजह बताया।
आर्यमान बिड़ला (युवा भारतीय बल्लेबाज)
मशहूर कारोबारी कुमार मंगलम बिड़ला के बेटे आर्यमान बिड़ला (22 वर्षीय) भारत के एक युवा क्रिकेट खिलाड़ी हैं और दांए हाथ से बल्लेबाजी करते हैं। आर्यमान ने अनिश्चितकाल के लिए क्रिकेट से दूरी बना ली है, बता दें कि उन्हें आईपीएल ऑक्शन में भी किसी टीम ने नहीं खरीदा था।
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आर्यमान ने सोशल मीडिया पर अपने ब्रेक के बारे में जानकारी दी और लिखा कि अभी तक मेरे लिए यह कड़ी मेहनत, समर्पण और साहस भरा सफर रहा, जिसके चलते मैं यहां तक पहुंच पाने में सफल रहा, लेकिन अब खेल से जुड़ी चिंताओं से निपटना मेरे लिए थोड़ा मुश्किल हो रहा है। गौरतलब है कि वे आईपीएल के दो सीजन में राजस्थान रॉयल्स के सदस्य भी रहे हैं। इस साल की नीलामी से पहले ही फ्रेंचाइजी ने उन्हें रिलीज कर दिया था।
खिलाड़ियों में तनाव का कारण
सोशल मीडिया के इस दौर में, एक खिलाड़ी को मैदान के अंदर खेल से अपनी परफॉर्मेंस के साथ-साथ नकारात्मकता के एक बड़े दबाव से भी निपटने की चुनौती होती है। उन्हें सब कुछ सुनना पड़ता है, तो सवाल है कि वो इससे कैसे निपटेंगे। यही कारण है कि अपने खेल के गिरते स्तर के कारण भी कई खिलाड़ी आज तनाव और चिंता ग्रस्त हैं।
तनाव का इलाज
तनाव या स्ट्रेस के कई प्रकार हो सकते हैं। मसलन कभी आप आर्थिक रूप से तो कभी सामाजिक रूप से इसके शिकार होते हैं। आप कुछ उपायों को अपनाकर इस समस्या से निजात पा सकते हैं, लेकिन ध्यान रहे कि यह जरूर नहीं कि हर उपाय हर व्यक्ति के लिए सही साबित होगा। इसलिए आपको तनाव से जुड़ी समस्या का हल अपने स्तर पर तलाशना होगा।
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नियमित रूप से व्यायाम करें - आपकी मानसिक और शारीरिक स्थिति कैसी भी हो, व्यायाम करना हर लिहाज से फायदेमंद होता है। इसलिए तनाव को दूर करने लिए नियमित रूप से व्यायाम करें।
शराब का सेवन ना करें - अल्कोहल का इस्तेमाल किसी भी मात्रा में लाभदायक नहीं हो सकता। मिथक है कि शराब के सेवन से तनाव को रोकने में मदद मिलती है, जबकि यह आपको भावनात्मक तौर पर कमजोर बनाती है।
बेहतर डाइट लें- बहुत से फल और सब्जियों के साथ एक स्वस्थ, संतुलित आहार तनाव के समय प्रतिरक्षा प्रणाली को बनाए रखने में मदद करता है।
खुद को जरूरी समय दें - तनाव दूर करने का एक उपाय ये भी है कि खुद को पर्याप्त समय दें और इस दौरान अपना पसंदीदा काम करें।
रिपोर्ट के आधार पर पता चलता है कि स्ट्रेस यानि तनाव आज सिर्फ आम व्यक्ति की समस्या ही नहीं, बल्कि कई शख्सियतों में मानसिग रोग का एक बड़ा कारण भी है। इससे लाखों लोग ग्रसित हैं। हालांकि, साल 2019 में बड़े नाम के तौर पर ग्लेन मैक्सवेल, साराह टेलर और आर्यमान बिड़ला कुछ नाम भर हो सकते हैं, जिन्होंने बढ़ते तनाव को अपने करियर में ब्रेक की एक मुख्य वजह बताया।