आईबीएस यानी इरिटेबल बाउल सिंड्रोम (IBS) एक आम विकार है. यह पेट और आंतों को प्रभावित करता है. इसे गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट के रूप में भी जाना जाता है. आईबीएस में व्यक्ति को पेट में ऐंठन, पेट में दर्द, सूजन, गैस, कब्ज और दस्त जैसे लक्षणों का सामना करना पड़ सकता है. इसके अलावा, कुछ मामलों में कंपकंपी, मांसपेशियों में दर्द, अनिद्रा और चक्कर आना जैसी समस्याएं भी परेशान कर सकती हैं.
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आईबीएस कई कारणों से हो सकता है, इसमें से एक तनाव भी हो सकता है. कुछ अध्ययनों में साबित हुआ है कि तनाव की वजह से आईबीएस हो सकता है. वहीं, कुछ अध्ययनों की मानें तो तनाव के चलते आईबीएस के लक्षण ट्रिगर हो सकते है. इतना ही नहीं कुछ रिसर्च ये भी साबित करते हैं कि आईबीएस के बाद व्यक्ति को तनाव या एंग्जायटी हो सकती है.
आज इस लेख में आप तनाव और आईबीएस के बीच संबंध के बारे में विस्तार से जानेंगे -
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