अक्सर पेट के दाहिने हिस्से में नीचे की ओर दर्द होने लगता है. ऐसी स्थिति में इस पेट दर्द का कारण जानना जरूरी है. यह दर्द अलग-अलग कारणों की वजह से हो सकता है, जैसे कि अपेंडिसाइटिस, ओवेरियन सिस्ट, पथरी और किडनी इंफेक्शन.

इनमें से कुछ कारण तो गंभीर भी हो सकते हैं, जिनके लिए तुरंत जांच जैसे कि सीटी स्कैन या अल्ट्रासाउंड जरूरी है. साथ ही दवाइयों या सर्जरी से इनका उपचार किया जा सकता है. इसके अलावा, हेल्दी लाइफस्टाइल और पौष्टिक भोजन का सेवन करना भी जरूरी है.

आज इस लेख में हम जानेंगे पेट के दाएं हिस्से में दर्द के बारे में -

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  1. पेट के दाएं हिस्से में दर्द के लक्षण
  2. पेट के दाएं हिस्से में दर्द के कारण
  3. पेट के दाएं हिस्से में दर्द का परीक्षण
  4. पेट के दाएं हिस्से में दर्द का उपचार
  5. पेट के दाएं हिस्से में दर्द कम करने के टिप्स
  6. सारांश
पेट के दाएं हिस्से में दर्द होने के कारण व इलाज के डॉक्टर

पेट की गैस या पथरी जैसे कई कारण हैं, जिसकी वजह से पेट के दाएं हिस्से में दर्द या बुखार हो सकता है. आइए ऐसे ही अन्य लक्षणों के बारे में जानते हैं -

(और पढ़ें - पेट के निचले हिस्से में दर्द)

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किडनी इंफेक्शन, हर्निया व ओवेरियन सिस्ट जैसी कुछ ऐसी स्थितियां हैं, जिससे पेट के दाएं हिस्से में दर्द हो सकता है. इसमें से कुछ गंभीर और कुछ साधारण हो सकते हैं, लेकिन इन दोनों में फर्क मालूम होना जरूरी है. आइए, पेट के दाएं हिस्से में दर्द के बारे में विस्तार से जानते हैं -

गैस के कारण पेट में दर्द

जब खाना ढंग से नहीं पचता है, तो आंतों में गैस बन जाती है. इसके कारण पेट फूल जाता है और थोड़ा असहज महसूस हो सकता है. यह स्थिति ज्यादा गंभीर नहीं होती और इसके लक्षण कुछ समय में कम हो जाते हैं.

अपच के कारण पेट में दर्द

अपच की समस्या आमतौर पर कुछ अधिक मसालेदार या तला भुना खाने से होती है. इस समस्या के लिए पेट में जलन, ब्लोटिंग या जरूरत से ज्यादा फार्टिंग होना जैसे संकेत हैं.

अपेंडिसाइटिस के कारण पेट में दर्द

दर्द केवल दाएं भाग में ही हो रहा है, तो इसका सबसे मुख्य कारण अपेंडिसाइटिस भी हो सकता है. अपेंडिक्स एक तरह की ट्यूब होती है, जो बड़ी आंत से जुड़ी होती है. जब यह अपेंडिक्स सूज जाता है तब अपेंडिसाइटिस जैसी स्थिति देखने को मिलती है. इसके लक्षणों में बुखार, डायरिया, कब्जउल्टियां आना जैसे लक्षण शामिल हैं. कुछ मामलों में तो अपेंडिक्स को ही निकाल दिया जाता है, ताकि दर्द को खत्म किया जा सके.

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किडनी इंफेक्शन के कारण पेट में दर्द

हो सकता है कोई एक या दोनों ही किडनी बैक्टीरिया द्वारा संक्रमित हो गई हों. वैसे तो यह स्थिति बहुत अधिक खतरनाक नहीं होती. फिर भी आगे होने वाले नुकसान से बचने के लिए डॉक्टर को दिखाना जरूरी है.

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पथरी के कारण पेट में दर्द

किडनी में मिनरल्स और नमक इकठ्ठा होने से छोटे-छोटे स्टोन्स बनने शुरू हो जाते हैं, जिन्हें किडनी स्टोन कहा जाता है. इनका साइज हर व्यक्ति में अलग-अलग हो सकता है. अगर स्टोन का साइज बड़ा हो जाए, तो पेट के दाएं भाग में दर्द महसूस होता है.

ओवेरियन सिस्ट के कारण पेट में दर्द

यह केवल महिलाओं में देखने को मिलता है. ओवरी में सिस्ट उत्पन्न हो सकते हैं, जिनके कारण पेट में दर्द खासकर पेट के दाए भाग में दर्द हो सकता है. बड़े साइज वाले सिस्ट ज्यादा दर्द उत्पन्न करते हैं.

हर्निया के कारण पेट में दर्द

हर्निया एक आम समस्या है, जो पुरुष या महिला किसी को भी हो सकती है. इसमें मांसपेशियों के कमजोर होने पर अंदरुनी अंग बाहर आने लगते हैं. हर्निया कई प्रकार के होते हैं, जिनमें से पेट का हर्निया आम है.

कुछ अन्य कारण भी हैं, जो निम्न प्रकार से हैं -

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पेट के दाएं हिस्से में दर्द अपच या पथरी के कारण हो सकता है. इससे जुड़ा कोई भी लक्षण नजर आने पर समय पर जांच करवाना जरूरी है, जो निम्न प्रकार से है -

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दर्द का उपचार उसकी तीव्रता या कितने समय से दर्द है उस पर निर्भर करता है. यदि कम गंभीर दर्द है, तो ओवर-द-काउंटर दवाइयों से भी ठीक हो सकता है. वहीं, किडनी इन्फेक्शन के लिए एंटीबायोटिक की आवश्यकता होगी, जबकि गंभीर दर्द के लिए सर्जरी भी की जा सकती है, जैसे कि अपेंडिसाइटिस के लिए अपेंडिक्स को हटाने की जरूरत पड़ती है.

(और पढ़ें - पेट दर्द में क्या खाना चाहिए)

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पेट के दाएं हिस्से में दर्द कम करने के लिए निम्न टिप्स अपनाए जा सकते हैं-

  • अधिक से अधिक पानी या कोई लिक्विड डाइट लेनी चाहिए.
  • दर्द निवारक गोली जैसे कि नॉनस्टेरॉइडल एंटी-इंफ्लेमेटरी ड्रग्स, एस्पिरिन और इबुप्रोफेन लेने से बचना चाहिए. जब तक पता न हो कि इस दर्द की स्थिति जैसे गैस या अपेंडिक्स आदि तो नहीं.
  • कुछ समय के लिए सॉलिड फूड भी नहीं खाना चाहिए. जब तक आराम न मिले.
  • तला-भुना और मसालेदार खाने से बचना चाहिए.
  • कुछ लाइफस्टाइल बदलाव जैसे कि कम मीठा खाना, अधिक फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ, रेगुलर एक्सरसाइज, कम अंतराल पर थोड़ा-थोड़ा खाना आदि अपनाना चाहिए.

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पेट दर्द का कारण या स्थिति पता चलने पर खुद से उपचार करना सही नहीं है. डॉक्टर की सलाह से पहले एमआरआई स्कैन व ब्लड टेस्ट कराने चाहिए. निदान के बाद ओवर द काउंटर दवाइयों या सर्जरी से उपचार किया जाता है. इसलिए, पेट के ऊपरी व दाएं हिस्से में यदि लंबे समय तक या तीव्र दर्द होता है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए.

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