शिफ्ट वर्क स्लीप डिसऑर्डर (SWSD) उन लोगों को प्रभावित करता है, जो अलग-अलग शिफ्ट में काम करते हैं या खासकर रात में काम करते हैं. अनिद्रा और अधिक नींद आना एसडब्ल्यूएसडी के सामान्य लक्षण माने जाते हैं. दरअसल, जब व्यक्ति अलग-अलग शिफ्ट में काम करता है, तो यह वर्क शेड्यूल उनके आंतरिक बॉडी क्लॉक या सर्कैडियन रिदम को प्रभावित करता है. इस स्थिति में व्यक्ति के सोने-जागने का पूरा शेड्यूल गड़बड़ा जाता है और उसकी पूरी दिनचर्या प्रभावित होने लगती है. इससे 10 से 40 प्रतिशत लोग प्रभावित हो सकते हैं.
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आज इस लेख में आप शिफ्ट वर्क स्लीप डिसऑर्डर के लक्षण, कारण और इलाज के बारे में विस्तार से जानेंगे -
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