बवासीर में खुजली होने पर खरोंचना नहीं चाहिए। बार-बार खरोंचने से अंग विशेष में चोट लग सकती है, जिससे स्थिति और भी भयंकर हो सकती है। हालांकि कई बार खुजली करने की चाह इतनी तीव्र होती है कि सोते हुए भी मरीज खरोंचने लगता है। ऐसी सिचुएशन से बचने के लिए रात को सोने से पहले सूती के ग्लव्स पहनें। उस जगह को हमेशा साफ-सुथरा रखें। माइल्ड और एलर्जन फ्री (नरम और एलर्जी फ्री) साबुन और पानी का इस्तेमाल करें। इसके अलावा कुछ और उपायों का भी इस्तेमाल किया जा सकता है जैसे-
इस बीमारी के होने से मरीज को कुछ नुकसान भी उठाने पड़ते हैं। मतलब यह कि मरीज मल त्याग करने के बावजूद हमेशा यही अनुभव करता है कि उसका पेट अभी साफ नहीं हुआ है। इसके अलावा बाहरी बवासीर जो गुदा के चारों ओर बनते हैं, रक्त को एकत्रित करते हैं, जिससे खून के थक्के जम जाते हैं। अतः मल त्यागने के दौरान तीव्र दर्द का अहसास होता है।
शिशु या छोटे बच्चों में बवासीर के लक्षण इस प्रकार हैं-
ध्यान रखें कि अगर शिशु के मल के साथ खून भी निकल रहा है तो उसे तुरंत डाक्टर को दिखाएं। कई बार यह बवासीर न होकर किसी अन्य बीमारी का संकेत भी हो सकता है।
छोटे बच्चों और शिशु को बवासीर बहुत कम होता है। आमतौर छोटे बच्चे और शिशु पूरी तरह मां के दूध पर निर्भर होते हैं, ऐसे में कब्ज होना आम बात होती है। इसके अलावा अगर छोटे बच्चे ने हाल फिलहाल में ही सख्त आहार का सेवन शुरू किया है तो इससे भी उन्हें कब्ज होने की आशंका बनी रहती है। बड़े बच्चों में कब्ज होने की वजह पर्याप्त मात्रा में पानी न पीना, फाइबर न लेना और एक्सरसाइज न करना है। जहां तक छोटे बच्चे और शिशु में बवासीर के इलाज की बात है, इसके लिए उन्हें पर्याप्त पानी पिलाएं, मल त्यागने के दौरान ल्यूब्रिकेंट या पेट्रोलियम जेली का उपयोग करें, अंग विशेष को साफ करने के लिए साफ और नर्म कपड़े या टिश्यू का इस्तमेाल करें। शिशु की सफाई के दौरान उसे ध्यान से हिलाएं ताकि उसे दर्द न हो। इसके अलावा स्थिति ज्यादा गंभीर हो तो डाक्टर को दिखाएं।
अगर पाइल्स का समय रहते इलाज कर दिया गया तो इससे कोई खतरनाक समस्या नहीं होती। शुरुआती दिनों में जो समस्या इससे हो सकती है वे इस प्रकार हैं-
पहली बात यह कि आपको खुद कोई दवा नहीं लेनी चाहिए थी। इसके लिए पहले डाक्टर से पूछना चाहिए था। जहां तक बात आपके एक्सटर्नल पाइल्स की है, इसमें सर्जरी की जरूरत है। यह सिर्फ दवा से ठीक नहीं होने वाली। आप जल्द से जल्द gastroenterologist से संपर्क करें। आप जितना देर करेंगे, उतनी ही आपकी स्थिति और खराब होती रहेगी।
मैं आपकी प्रॅाब्लम समझ सकता हूं। पाइल्स होने पर मरीजों को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। आप यहां दिए गए कुछ बिंदुओं पर गौर करें, इससे आपकी समस्या में कम कुछ कमी आएगी-
आप सबसे पहले इस बात को समझिए कि आपको बार-बार यह समस्या क्यों हो रही है? अगर आपको कब्ज की समस्या है, तो पाइल्स की समस्या बार-बार होगी। सिर्फ सर्जरी करवा लेने से समस्या का समाधान नहीं हो जाता। इसलिए अपनी डाइट का पूरा ख्याल रखें। लंबे समय तक एक ही जगह पर न बैठें। थोड़ी-थोड़ी देर में हिलते-डुलते या चलते-फिरते रहें। कोशिश करें कि रेग्युलर एक्सरसाइज करें। इसके अलावा वो तमाम उपाय अपनाएं, जिससे कब्ज की समस्या पैदा न हो। इसके लिए रोजाना 8 से 10 गिलास पानी पिएं। पाइल्स के दर्द को कम करने के लिए कुछ दवाएं भी मौजूद है। आप इसके लिए एक बार डॅाक्टर से संपर्क करें। वे आपको पाइल्स में लगाने की दवा देंगे। इससे आपको आराम मिलेगा।
अगर सर्जरी की जरूरत है, तो डाक्टर से मिलकर अपनी सर्जरी करवाएं। इसमें डरने जैसी कोई बात नहीं है। इस बीच अपना ख्याल रखें। ऐसे आहार लें, जिससे आपको कब्ज की समस्या न हो। कब्ज होने पर पाइल्स की सिुचएशन और बिगड़ जाती है।
गुदाद्वार (एनस) की सूजी और फूली हुई नर्व्स को ही पाइल्स कहते हैं। मल त्यागने के दौरान बहुत ज्यादा जोर लगाने की वजह से इस तरह की समस्या आती है। हल्की सूजन या दर्द से आराम मिलना मुश्किल नहीं है। लेकिन अगर लंबे समय तक इस समस्या की अनदेखी की जाए, तो यह आपको परेशान कर सकती है। इसलिए अगर आपको संदेह है कि आपको पाइल्स की प्रॅाब्लम हो रही है, तो डाक्टर से संपर्क करें। इससे आप कंफर्म हो जाएंगी कि पाइल्स की प्रॅाब्लम है या फिर हार्ड स्टूल होने की वजह से यह दिक्कत हो रही है। इस बीच आप कुछ घरेलू तरीकों से अपना ध्यान रखें जैसे खूब पानी पिएं। अगर गुदाद्वार में काफी ज्यादा दर्द है तो गुनगुने पानी में दिन में दो से तीन बार बैठें। अपनी त्वचा को साफ-सुथरी रखें। रोजाना जरूर नहाएं। अगर एनस में सूजन है तो आइस पैक से मलें। सूजन कम हो जाएगी। इससे हफ्ते भर में ही आपको आराम आने लगेगा।
देखिए पाइल्स आपकी जीवनशैली से उपजी बीमारी है। अगर आप सही खानपान रखेंगे, तो इस तरह की समस्या आपको दोबारा नहीं होगी। लेकिन अगर ऐसा नहीं किया तो समस्या फिर से हो सकती है। इसलिए हमेशा अपनी जीवनशैली को संतुलित रखें। ऐसे आहार लें, जिससे मल टाइट न हो और कब्ज जैसी समस्या पैदा न हो।
पाइल्स के मरीजों के साथ इस तरह की समस्या आती है। आप परेशान न हों। ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं, हाई फाइबर डाइट लें। इसके साथ ही आप डाक्टर से कंसल्ट करें। वह आपको कुछ दवाई खाने व लगाने को देंगे। इससे आपका मल नर्म हो जाएगा, जिससे मल त्यागने के दौरान आपको तकलीफ कम होगी और मलहम देंगे, जिससे प्रभावित हिस्से में बना जख्म ठीक होगा।
एक्सटर्नल पाइल्स का इस तरह दवाओं से इलाज नहीं किया जाता है। वैसे आपको यह दवा खाने की सलाह किसने दी है? खुद से कोई दवा न खाएं। एक्सटर्नल पाइल्स के लिए सर्जरी की जाती है। बेहतर यही होगा की आप एक बार सर्जन से से मिलें।
ये अच्छी बात है कि आपने अपने कब्ज को नियंत्रित कर लिया है। अपने खानपान को इसी तरह रखें। इस सबके बावजूद आपको एक्सटर्नल पाइल्स के लिए डाक्टर से संपर्क करना होगा, क्योंकि एक्सटर्नल पाइल्स बिना सर्जरी के ठीक नहीं होते हैं। लेकिन इसके लिए आप घबराएं नहीं, बिना संकोच डाक्टर से मिलें।
बिना देखे यह कहना मुश्किल है कि वह कितने दिनों में ठीक हो जाएगा। पाइल्स की अलग-अलग कंडीशन होती है, जिसका अलग-अलग किस्म से ट्रीटमेंट किया जाता है। छोटे पाइल्स अपने आप ही कुछ दिनों में ठीक हो जाते हैं। लेकिन कुछ मामलों में ऐसा नहीं है। उन्हें ठीक होने के लिए रेग्युलर दवा लेनी पड़ती है ताकि पाइल्स सिकुड़ जाएं और ठीक हो जाएं। निःसंदेह पाइल्स होने की वजह से आपके दोस्त को चलने फिरने में दिक्कतें आ रही होंगी। आप अपने दोस्त से कहें कि वह डाक्टर से जाकर अपना चेकअप कराए। इस बीच अपने खानपान का सही से ख्याल रखे। कुछ पाइल्स ठीक होने में लंबा समय लेते हैं। इसलिए बिना वजह देरी न करें।
आमतौर पर आपरेशन के बाद मरीज 10 से 15 दिनों में पूरी तरह ठीक हो जाता है और दर्द भी नहीं रहता। हालांकि इसके साथ ही अपनी साफ-सफाई और सही डाइट का भी पूरा ध्यान रखना पड़ता है। तभी कम समय में आप ठीक हो सकते है। लेकिन मरीज की हीलिंग पावर भी मायने रखती है। अगर प्रतिरक्षी तंत्र मजबूत है तो कम समय में ठीक हो जाएगा, अगर ऐसा नहीं है तो उसे औसत से ज्यादा समय लग सकता है। लेकिन मेरा सवाल आपसे ये है कि क्या आपने डाक्टर को दिखाया है? क्या डाक्टर ने बताया है कि आपका आपरेशन होगा? अगर नहीं, तो बेहतर है कि आप डाक्टर से संपर्क करें। आपकी सिचुएशन क्या है, यह जानने के बाद ही आपका ठीक-ठीक इलाज होगा।
आपने यह नहीं बताया कि क्या पिछली बार आपका sentinel पाइल्स अपने आप ठीक हुआ था या फिर आपरेशन करवाया था। आपकी मेडिकल हिस्ट्री क्लीयर नहीं है। इसलिए आपको एक्जामिन किए बिना कुछ नहीं कह सकते। वैसे sentinel पाइल्स को ठीक करने के लिए आपरेशन की जरूरत होती है।
इतने दिनों से परेशान हैं तो क्या कभी आपने डाक्टर को नहीं दिखाया? सबसे पहले तो आप रेग्युलर गुनगुने पानी में बैठकर सिकाई करें। रोजना दो से तीन बार। इसके बाद सर्जन से मिलें और अपना परीक्षण करवाएं। ये समस्या आसानी से ठीक हो जाती है। हां, अपनी जीवनशैली और खानपान को सही रखें ताकि कब्ज न हो।
आपके केस में यही कहा जाएगा कि अपने खानपान में बदलाव करें, जीवनशैली को संतुलित रखें। संभवतः आपको आराम मिले। आपको क्या-क्या खाना चाहिए, इसके लिए डाइट चार्ट डाक्टर से मिलकर पूछ सकती हैं। हो सकता है कि इससे समस्या से निपटने में आसानी हो। वैसे आप एक बार डाक्टर से मिल लें। अगर कोई दूसरा जरिया होगा, तो वह आपकी मदद जरूर करेंगे।
यह कहना मुश्किल है कि पाइल्स की वजह से colorectal कैंसर हो सकता है या नहीं। हालांकि दोनों बीमारियों के लक्षण एक जैसे हैं। जबकि कोलोन कैंसर और पाइल्स दोना अलग-अलग कंडीशन है, लेकिन दोनों में मल त्यागने के दौरान खून निकलता है। यही वजह है कि आप किस समस्या से ग्रस्त हैं, यह जानने के लिए मेडिकल एडवाइस लेना जरूरी है।