सुबह उठते ही अगर आपको पैरों में दर्द होने लगे तो कैसा महसूस होगा? आपका बिस्तर से उठने का मन ही नहीं करेगा। अगर उठ भी जाते हैं तो पूरे दिन थकान से भरे रहेंगे और पैरों में दर्द की वजह से पूरा दिन परेशान रहेंगे। सवाल है सुबह उठकर पैरों में दर्द होता क्यों है? चोट लगने से, मांसपेशियां में दर्द होने से या फिर किसी बीमारी की वजह से? दरअसल सुबह उठकर पैरों में दर्द होने की कई वजहें हैं। इस दर्द से मुक्ति पानी है तो जरूरी है कि इसकी वजहों को गहराई से जानें और समस्या का समाधान करें।
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रक्त प्रवाह की कमी
शरीर में जब सही तरह से रक्त संचार नहीं होता है तो कई तरह की शारीरिक समस्याएं पैदा हो जाती हैं। इन्हीं समस्याओं में से एक है पैरों का दर्द। इसका दो तरह का प्रभाव नजर आता है। अगर दिन के समय आप घंटों एक ही जगह पर बैठे रहते हैं, शारीरिक गतिविधियां कम करते हैं, चहलकदमी नहीं करते हैं, तो ऐसे में पैरों में दर्द हो सकता है। ऐसी स्थिति में दर्द रात के समय होता है। दूसरा प्रभाव ठीक इसके विपरीत होता है। अगर रात के समय पैरों में सही तरह से रक्त का प्रवाह नहीं होता है तो नींद में पैरों में ऑक्सीजन की आवाजाही बाधित होती है। नतीजतन सुबह उठकर पैरों में दर्द महसूस होता है।
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वैरिकोज वेन्स
वैरिकोज वेन्स एक ऐसी समस्या है जिसमें नसों का आकार बढ़ जाता है और वह नजर आने लगती हैं। कई बार वैरिकोज वेन्स होने पर नसें क्षतिग्रस्त हो जाती हैं जिससे पैरों में सही तरह से रक्त का प्रवाह नहीं हो पाता है। इससे नसों को अतिरिक्त काम करना पड़ सकता है जिससे पैरों में विषाक्त पदार्थ और खून का जमाव हो सकता है। रात को सोने के बाद या आराम करने के बावजूद यह समस्या ऐसी ही बनी रहती है। परिणामस्वरूप सुबह उठकर आपके पैरों में दर्द, थकान हो सकती है।
गहरी नींद न लेना
सोने से शरीर की क्षतिग्रस्त कोशिकाएं और टिश्यूज स्वतः ठीक होने लगती हैं। यही वजह है कि विशेषज्ञ कहते हैं कि गहरी नींद लेना जरूरी है। गहरी नींद लेने से शरीर की सारी थकान दूर हो जाती है और सुबह तरोताजा होकर उठते हैं। अगर आपकी रात की नींद पूरी नहीं हुई है तो शरीर अपना नियमित काम नहीं कर पाता। नतीजतन सुबह के समय आप बोझिल और अनमने रहते हैं। यही बात पैरों के दर्द पर भी लागू होती है। यदि आपने रात को अच्छी नींद नहीं ली है तो पैरों की किसी भी तरह की तकलीफ ठीक नहीं होगी। सुबह उठकर आपको दर्द का अहसास बना रहेगा।
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प्लांटार फासिसाइटिस
हमारे पैर की निचली तरफ ऊतक का एक मोटा बैंड होता है, जिसे प्लांटर फेसियस कहा जाता है। यह ऊतक एड़ियों को पंजे से जोड़ता है। प्लांटार फासिसाइटिस होने पर पैरों और एड़ी में दर्द होने लगता है। विशेषज्ञों के अनुसार रात को सोने के समय पैरों में रक्त की खराब आपूर्ति की वजह से दर्द और भी ज्यादा बढ़ जाता है। यह समस्या आमतौर पर रनर और एथलीट्स को चोट लगने के कारण होती है। दरअसल रनर या एथलीट दौड़ने के लिए अपने पैरों और एड़ी पर सबसे ज्यादा दबाव बनाते हैं। यही नहीं वे ऐसी एक्सरसाइज पर भी ज्यादा जोर देते हैं जिसमें एड़ी और पैरों का योगदान ज्यादा होता है। प्लांटार फासिसाइटिस के दर्द से आराम के लिए कुछ वाॅर्म अप कर सकते हैं।
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आप क्या करें
सुबह उठकर यदि रोजाना पैरों में दर्द की समस्या से आप परेशान हैं तो इसके लिए सबसे पहले डाॅक्टर से संपर्क करें। इसके अलावा घर में कुछ स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज की मदद से इस समस्या से निपट सकते हैं। इसके लिए तौलिए से स्ट्रेच करें। सुबह बिस्तर से निकलने से पहले इस स्ट्रेचिंग को कर सकते हैं। इसके लिए बेड पर पैरों को सीधा करके बैठ जाएं। एक पैर घुटने से मोड़ लें जबकि दूसरे पैर को सीधा रखें। तौलिए को सीधे पैर के सामने से रोल करके दूसरे पैर के घुटने तक खींचें। अब तौलिए को ध्यान से अपनी ओर खींचने की कोशिश करें। इस मुद्रा में 20 सेकेंड तक रहें। इसके बाद रिलैक्स हो जाएं। यह एक सेट पूरा हुआ। इसी तरह से 3 से 5 बार करें।
इसी तरह सिटिंग स्ट्रेच भी है। इसे करने के लिए एक चेयर पर बैठ जाएं। दाएं पैर को बाएं पैर के ऊपर इस तरह चढ़ाएं कि दाएं पैर का पंजा आपको नजर आए। अब अपने हाथ से दाएं पैर के पंजे को आसमान की ओर खींचे। 20 सेकेंड तक इसी अवस्था में रहें। इस तरह 3 से 5 बार करें।
ये दोनों स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज आपके पैरों में दर्द से राहत के लिए उपयोगी हैं।
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